पत्रिका डेस्क: देश में नए साल की शुरूआत होते ही त्योहारों का सीजन शुरू हो जाता है। साल के पहले मनाया जाने वाला त्योहार लोहड़ी उसके बाद मकर संक्रति का पर्व हर साल के भांति इस वर्ष भी 14 जनवरी को मनाया जाएगा। हिंदू धर्म के सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में गिने जाने वाले इस त्योहार की कहानी काफी अलग है। मान्यताओं के अनुसार, भगवान विष्णु ने पृथ्वी लोक पर असुरों को मारकर उनके सिरों को काटकर मंदरा पर्वत पर गाड़ दिया था। भगवान विष्णु के इस युद्ध में विजय होने की खुशी में ही इस दिन को मकर संक्रांति के रूप में मनाया जाता है। मकर संक्रांति के दिन दान देते हुए ध्यान रखना चाहिए कि दान किसी दिखावे या यश को लेकर नहीं देना चाहिए।
इस दिन पुरानी और बेकार चीजों का दान नहीं करना चाहिए। अगर आप ऐसा करते हैं तो आपके घर की शांति और लक्ष्मी दोनों ही आपसे नाराज होकर चली जाएंगी। मकर संक्रांति का दिन दान देने के लिए सबसे पुण्य दिन है। इसलिए नमक, घी और अनाज भी दान कर सकते हैं। इसके साथ ही नए वस्त्रों का दान भी कर सकते हैं। इसे अच्छा माना जाता है।