IPS-IAS Marriage || IAS दुल्हन को हेलीकॉप्टर से ले गया IPS दूल्हा, हेलीकॉप्टर से हुई विदाई, सुर्खियों में है यह अनोखी शादी

हेडलाईन
  • पिता का सपना बेटी की विदाई हेलीकॉप्टर से हो
  • राजस्थान के भरतपुर में हुई शादी पूरी दुनिया में बनी सुर्खियां
  • शादी अंदाज में विदाई ने चार चांद लगा दिए।
  • दूल्हा देवेंद्र और दुल्हन अपराजिता हेलीकॉप्टर के जरे खसौली पहुंचे।
IPS-IAS Marriage ||  IAS दुल्हन को हेलीकॉप्टर से ले गया IPS दूल्हा, हेलीकॉप्टर से हुई विदाई, सुर्खियों में है यह अनोखी शादी

IPS-IAS Marriage ||  राजस्थान के भरतपुर में हुई शादी विश्व भर में चर्चा में है। इस अनूठी शादी और उसके बाद हुई विदाई ने चार चांद लगाए। दरअसल, आईपीएस देवेंद्र राजस्थान के चुरु में रहते हैं। वहीं, राजस्थान के भरतपुर में आईएएस अग्रणी है। दोनों लोग उत्तर प्रदेश में हैं। यह शादी एक रुपये और एक नारियल से हुई है। लेकिन इस शादी में दुल्हन हेलीकॉप्टर पर चली गई। कॉलेज ग्राउंड में बने हेलीपेड पर लोग हेलीकॉप्टर से विदाई देखने आए। हर व्यक्ति इस दृश्य को कैमरे में कैद करने में लगा था।

भरतपुर के गांव धौरमुई में जन्मे अपराजिता के पिता डॉ. अमर सिंह और माता डॉ. नीतन सिंह दोनों सरकारी अस्पताल में डॉक्टर थे। रिटायर होने के बाद दोनों ने खुद का अस्पताल खोला। 2011 में उनकी बेटी डॉ. अपराजिता ने नीट की परीक्षा पास की। फिर 2017 में हरियाणा के रोहतक से एमबीबीएस किया। 2019 में उन्होंने IAS बनने के बाद सिविल सर्विस की तैयारी की।

IPS-IAS Marriage ||  IAS दुल्हन को हेलीकॉप्टर से ले गया IPS दूल्हा, हेलीकॉप्टर से हुई विदाई, सुर्खियों में है यह अनोखी शादी
31 जनवरी को शादी भरतपुर के एक निजी होटल में हुई। तब विदाई का लग्जरी काफिला चुरु के लिए निकल पड़ा। दूल्हा देवेन्द्र और दुल्हन अपराजिता हेलीकॉप्टर से खसौली पहुंचे। उन्हें देखने के लिए भीड़ उमड़ पड़ी। दुल्हन के पिता अमर सिंह का सपना था कि वह हेलीकॉप्टर से विदाई करेंगे जब उनकी बेटी अपराजिता आईएएस में चयनित होगी। Dr. Amar Singh ने बेटी को हेलीकॉप्टर से विदा किया। डॉ. अपराजिता ने आंध्र प्रदेश कैडर में तीन वर्ष रहने के बाद उत्तर प्रदेश कैडर में प्रवेश किया है। फिलहाल, वह चंदौली, उत्तर प्रदेश में मुख्य विकास अधिकारी हैं। देवेंद्र कुमार, चूरू जिले के खसौली गांव के निवासी, अपराजिता से विवाह कर चुके हैं। 2021 में देवेंद्र कुमार सिविल सेवा में चयनित हुए। वह आईपीएस बन गया और वर्तमान में उत्तर प्रदेश के बनारस में अंडर ट्रेनी आईपीएस के रूप में काम कर रहा है। उनकी शिक्षा के अभी छह महीने बचे हैं।

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