PNB Bank : PNB के ग्राहकों को एक अक्टूबर से लगेगा बड़ा झटका, 5 बड़े नियमों में होगा बदलाव
PNB Bank : 1 अक्टूबर से पंजाब नेशनल बैंक (PNB) अपने शुल्क ढांचे में बड़े बदलाव कर रहा है। ये बदलाव डिमांड ड्राफ्ट (DD), नकद जमा, डुप्लिकेट डीडी (DD) जारी करने, और चेक वापसी से जुड़े हैं।
PNB Bank : 1 अक्टूबर से पंजाब नेशनल बैंक (PNB) अपने शुल्क ढांचे में बड़े बदलाव कर रहा है। ये बदलाव डिमांड ड्राफ्ट (DD), नकद जमा, डुप्लिकेट डीडी (DD) जारी करने, और चेक वापसी से जुड़े हैं। ग्राहकों (customers) को इन नए नियमों का पालन करना होगा, जो विभिन्न बैंकिंग सेवाओं (banking services) पर अतिरिक्त शुल्क लागू करते हैं।
डिमांड ड्राफ्ट (DD) के संशोधित शुल्क
अब डीडी जारी करने पर 0.40% शुल्क लगेगा, जिसकी न्यूनतम सीमा (minimum limit) ₹50 और अधिकतम ₹15,000 होगी। नकद में ₹50,000 से कम राशि जमा करने पर, सामान्य शुल्क (General charges) से 50% अधिक शुल्क वसूला जाएगा। यह कदम नकद लेन-देन को कम करने और डिजिटल बैंकिंग (digital banking) को बढ़ावा देने के उद्देश्य से उठाया गया है।डुप्लिकेट डीडी के शुल्क में बदलाव
अब डुप्लिकेट डीडी जारी करने के लिए शुल्क ₹150 से बढ़ाकर ₹200 प्रति डीडी कर दिया गया है। इसके अलावा, डीडी के री-वैलिडेशन और रद्दीकरण (Re-Validation and Cancellation) पर भी अब ₹200 प्रति डीडी शुल्क लागू होगा। नकद जमा के लिए ₹50,000 से कम राशि जमा करने पर ₹250 का शुल्क लिया जाएगा, जो पहले ₹150 था।
चेक वापसी पर नया शुल्क
चेक रिटर्न से जुड़े नियमों में भी संशोधन हुआ है। सेविंग अकाउंट में अपर्याप्त राशि के कारण चेक वापसी पर अब ₹300 प्रति चेक शुल्क लिया जाएगा। चालू खाता, कैश लोन (CC), और ओवरड्राफ्ट (OD) खातों के लिए पहले तीन चेक रिटर्न पर ₹300 प्रति चेक और चौथे से ₹1,000 प्रति चेक शुल्क लगेगा। यदि चेक वापसी तकनीकी कारणों से होती है, तो कोई शुल्क नहीं वसूला जाएगा।
आउटवर्ड रिटर्निंग चार्जेज
ECS सहित आउटवर्ड रिटर्निंग चार्जेज पर भी बदलाव किया गया है। ₹1 लाख तक के चेक के लिए ₹150, ₹1 लाख से ₹10 लाख तक के लिए ₹250, और ₹10 लाख से अधिक राशि के लिए ₹500 प्रति चेक शुल्क लिया जाएगा। इनवर्ड और आउटवर्ड दोनों प्रकार के ट्रांजेक्शन के लिए यह चार्ज लागू होगा।
ग्राहकों के लिए सलाह
PNB के ये नए नियम और शुल्क संरचना 1 अक्टूबर से लागू हो जाएंगे। ग्राहकों (customers) को सलाह दी जाती है कि वे बैंकिंग सेवाओं का उपयोग करते समय इन बदलावों को ध्यान में रखें, ताकि उन्हें अतिरिक्त शुल्क से बचने में मदद मिल सके।