Big Update Government News : दिवाली से पहले महंगाई का झटका, खबर पढ़कर टेंशन में आ जाएंगे आप
Big Update Government News : त्योहारी सीजन के आगमन के साथ बाजार में रौनक बढ़ने के साथ-साथ महंगाई भी तेजी से बढ़ रही है। खासकर, आटे की कीमतों में हुई बढ़ोतरी ने आम आदमी की परेशानियों को और बढ़ा दिया है। इस लेख में हम जानेंगे कि कैसे महंगाई दशहरा और दिवाली जैसे महत्वपूर्ण त्योहारों पर असर डाल रही है।
Big Update Government News : देश में त्योहारी सीजन (festive season) का आगमन हो चुका है, और दशहरा तथा दिवाली (Dussehra and Diwali) को लेकर लोगों में उत्साह की लहर है। बाजार में रौनक भी धीरे-धीरे लौटने लगी है, क्योंकि इस समय लोग जमकर खरीदारी (shopping) करते हैं। लेकिन इस बार, त्योहारी सीजन (festive season) के पहले आम जनता के लिए एक बड़ा झटका है। दरअसल, महंगाई के बढ़ने के कारण, खासकर खाद्य पदार्थों (food items) की कीमतों में वृद्धि हो रही है, जिससे आम लोगों की परेशानियाँ (problems of common people) बढ़ने वाली हैं।
हाल ही में, थोक मंडियों (wholesale markets) में आटे की minimum price 2250 रुपए प्रति क्विंटल (per quintal) से बढ़कर 2800 रुपए प्रति क्विंटल तक पहुँच गई है। यह वृद्धि महंगाई के बढ़ते स्तर का संकेत है, जिसने पहले से ही आम आदमी की कमर तोड़ रखी है। हरी सब्जियों, खाने के तेल, आलू-प्याज, और टमाटर (Green vegetables, edible oil, potatoes, onions and tomatoes) के दाम भी आसमान छू रहे हैं। विशेषज्ञों (experts) का मानना है कि त्योहारी सीजन (festive season) से पहले आटे की कीमतें (flour prices) और भी बढ़ सकती हैं, जिससे आम आदमी की जेब कटना तय है। वर्तमान में थोक मंडियों (wholesale markets) में आटे के भाव में 20 प्रतिशत तक की वृद्धि देखी गई है।केंद्र सरकार (Central government) ने इस स्थिति को देखते हुए बयान जारी किया है कि देश में गेहूं (flour) की कोई कमी नहीं है, लेकिन फिर भी बाजार में कीमतों का बढ़ना (rising prices) आम लोगों के लिए चिंता का विषय है। यदि आटे की कीमतें (flour prices) इसी तरह बढ़ती रहीं, तो ब्रेड, मफिन, नूडल्स, पास्ता, बिस्किट, केक (Bread, Muffin, Noodles, Pasta, Biscuit, Cake) और कुकीज जैसी चीजों की कीमतें भी प्रभावित होंगी। त्योहारों के इस मौसम (festive season) में महंगाई का यह बढ़ता बोझ आम आदमी को सोचने पर मजबूर कर रहा है कि क्या इस बार वे अपनी पसंदीदा (Favorite) चीजों की खरीदारी कर पाएंगे।