Gaganyaan Mission Update || चंद्रयान-3 के बाद ISRO को फिर बड़ी सफलता, अब गगनयान मिशन पर दे दी खुशखबरी

Gaganyaan Mission Update || चंद्रयान-3 के बाद ISRO को फिर बड़ी सफलता, अब गगनयान मिशन पर दे दी खुशखबरी

Gaganyaan Mission Update ||   चंद्रयान 3 और आदित्य L1 मिशन के बाद हिस्ट्री यानी भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन में गगनयान मिशन की तैयारी में एक और बड़ी सफलता हासिल कर ली है भारतीय स्पेस एजेंसी ने जानकारी दी है कि बुधवार को क्रायोजेनिक इंजन की टेस्टिंग पूरी हो गई है खास बात यह है यह है कि इसके जरिए इस रूप भारतीय एस्ट्रोनॉट्स को स्पेस पर भेजने की तैयारी कर रहा है इसरो ने जानकारी दी है कि C20 कार्डियोजेनिक इंजन मशीन के लिए ह्यूमन रिलेटेड है आगे जानकारी दी गई है कि करें परीक्षण के बाद इंजन की क्षमता का पता चला है

इसरो ने बताया कि चार इंजनों को अलग-अलग परिस्थितियों में 39 हॉट फायरिंग टेस्ट्स से गुजरना पड़ा, ताकि वे मानव रेटिंग मानकों के तहत सीई 20 इंजन को योग्य बना सकें। यह प्रक्रिया 8 810 सेकंड चली। खास बात यह है कि योग्यता हासिल करने के लिए इंजनों को छह हजार 350 सेकंड तक इन परीक्षणों को पार करना होगा।

तुर्की के नवीनतम फाइटर जेट की सफल उड़ान

Gaganyaan Mission Update || चंद्रयान-3 के बाद ISRO को फिर बड़ी सफलता, अब गगनयान मिशन पर दे दी खुशखबरी
अंकरा बुधवार को तुर्की की पहली राष्ट्रीय कॉम्बैट एयरक्राफ्ट कान ने अपनी पहली उड़ान की। ये देश की वायुसेना को विकसित करने की कोशिशों में एक महत्वपूर्ण सफलता मानी जा रही है। 2016 में, तुर्की ने टीएफ-एक्स नामक एक राष्ट्रीय लड़ाकू विमान बनाने की अपनी परियोजना शुरू की। इसके लिए ब्रिटेन के बीएई सिस्टम और तुर्की की एयरोस्पेस फर्म TUAS ने एक समझौता किया था। 2017 में, तुर्की ने इस लड़ाकू विमान को बनाने में 125 मिलियन डॉलर खर्च किए हैं। TUSC ने एक वीडियो साझा किया जिसमें एक कान फाइटर जेट को उड़ान भरते हुए दिखाया गया है और फिर उत्तरी अंकारा में एक हवाई अड्डे पर वापस आते हुए दिखाया गया है।