Snowfall in Pangi: पांगी के चसग भटौरी में एक फीट ताजा हिमपात, किलाड़ में दम तोड़ रहे लावारिस पशु
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Snowfall in Pangi: पांगी: हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर मौसम ने करवट बदली हुई है। प्रदेश के कई हिस्सों में बर्फबारी का दौर लगातार जारी है। बीते दिन दोपहर बाद हुई इस बर्फबारी की वजह से लाहौल, पांगी और भरमौर में बर्फ की सफेद चादर बिछा दी हुई है। मनाली से लाहौल की ओर जाने वाले पर्यटकों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है। अटल-टनल से आग अब पर्यटकों के वाहनों को नहीं भेजा जाएगा। वहीं चंबा जिले के पांगी घाटी में शनिवार सुबह तक निचले क्षेत्रों में आठ इंच के करीब ताजा हिमपात गिर चुका है। वहीं ऊपरले क्षेत्रों में 10 इंच के करीब हिमपात हुआ है। Snowfall in Pangi: Photo Credit by-सुरजीत राणा इस सीजन की पांगी में दूसरी बर्फबारी है। अभी तक घाटी में बर्फबारी का सिलसिला जारी है। सुराल और चसग भटौरी में एक फीट के करीब ताजा बर्फबारी हुई है। घाटी शेष दुनिया से पूरी तरह से कट चुकी है। वहीं मुख्यालय किलाड़ से विभिन्न पंचायतों के लिए जाने वाले संपर्क मार्ग पूरी तरह से ठप है। इस बर्फबारी ने किसानों और बागवानों के चेहरे खुशी से भर दिए हैं। छह महीने से सूखा झेल रहे किसानों के लिए यह बर्फबारी किसी संजीवनी से कम नहीं है। साथ ही, इस ताजा बर्फबारी से शुष्क ठंड से राहत मिली है । घाटी के सभी एचआरटीसी रूट बंद होने से लोगों को यात्रा करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। Snowfall in Pangi: Photo Credit by-सुरजीत राणा पांगी में पशुओं की ठंड से मौत बर्फबारी के बीच किलाड़ समेत क्षेत्र के आस-पास सड़कों व जंगलों पर दर-दर भटक रहे पशुओं को देखकर सहज ही लगाया जा सकता है कि लोग कितने स्वार्थी हो चुके हैं। किलाड़ में आवारा छोड़े गए पशु बर्फबारी के कारण मर रहे है। बर्फबारी से पहले यह आवारा पशु लोगों के लिए भी परेशानी का सबब बने हुए हैं। लेकिन अब बर्फ के बीच इनकी सूध लेने वाला कोई नहीं है। कडाके के ठंड व भारी बर्फबारी के कारण इन मौत हो रही है। उधर आवासीय आयुक्त पांगी रमन घरसंगी ने बताया कि घाटी के लोग बर्फबारी के दौरान अनावश्यक यात्रा न करें। वहीं नदी नालों के आस-पास न जाने की अपील की हुई है। उन्होंने बताया कि जब तक मौसम साफ नहीं होता है तब तक अपने गांव से बाहर न निकलें।