Himachal News || जिन्हें कहा जाता है देश का भविष्य, आज वहीं सड़क किनारे रातें गुजारने को मजबूर पढ़े-लिखे युवा, यह है सुक्खू सरकार का राज
Himachal Student Protest || शिमला में युवा प्रदर्शन कर रहे हैं. यहां कड़ाके की ठंड में भी युवाओं को हौसला कर नहीं हो रहा है. युवाओं को खाना खाने के लिए भी डोनेशन का सहारा लेना पड़ रहा है.
Himachal News || हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के चौड़ा मैदान इलाके में पढ़े-लिखे युवा प्रदर्शन कर रहे है। यह युवा लंबित भर्ती परीक्षा के परिणामों की घोषणा की मांग कर रहे हैं। यह अभ्यर्थी निरंतर भूख हड़ताल कर रहे हैं और राज्य सरकार से परीक्षा परिणाम घोषित करने की मांग कर रहे हैं। क्रमिक भूख हड़ताल, जिसका अर्थ है कि हर दिन चार से पांच विद्यार्थी भूखे रहकर अपना विरोध प्रकट करते हैं। रात में शिमला में माइनस डिग्री तापमान के बावजूद इन युवाओं का उत्साह कम नहीं हुआ।
Himachal Pradesh में युवा लंबित भर्ती परीक्षा परिणामों की घोषणा की मांग कर रहे हैं। यह युवा लोग राज्य के कई जिलों से शिमला पहुंचे हैं। 9 फरवरी को अभ्यर्थियों ने राज्य सचिवालय के बाहर पहली बार डेरा डाला। बाद में स्थानीय प्रशासन और शिमला पुलिस ने इन्हें बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के पास राज्य सचिवालय के पास स्थानांतरित कर दिया। तब से आज तक, यह युवा यहीं बैठा है। सरकार का कोई प्रतिनिधि भी अब तक यहां बैठक करने के लिए नहीं आया है। ठंड की वजह से कई युवा भी बीमार हो गए, जिन्हें इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज ले जाना पड़ा। इन युवाओं को दो बार खाना खाने के लिए भी डोनेशन लेनी पड़ती है।डोनेशन लेकर हो रहा खाने का प्रबंध
साथ ही, इन अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन स्थल पर दान बॉक्स लगाया है। यह डोनेशन बॉक्स हर किसी का छोटा-मोटा दान है। इसके अलावा, कई लोगों का सहयोग ऑनलाइन मिल रहा है। यह युवा इससे दो बार खाना खा रहे हैं। यहां युवा लोगों को गद्दे, रजाई और टेंट भी किराए पर लेना पड़ रहा है। लड़के सामान्य रूप से दिन बिताते हैं, लेकिन यह लड़कियों के लिए और भी कठिन है। बावजूद इसके, हर कोई अपनी मांग पर अडिग दिखता है।
लंबित भर्ती परीक्षा परिणामों की घोषणा की आवश्यकता
शिमला में शिक्षित बेरोजगार युवाओं में पोस्ट कोड 977, 903, 962 817, 980 और 930 के अभ्यर्थी अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर हैं। बेरोजगार युवा चाहते हैं कि सरकार जल्द से जल्द ऐसे पोस्ट कोड रिजल्ट जारी करे, जिन पर कोई एफआईआर नहीं है। जिन पोस्ट कोडों पर जांच चल रही है, उन पर भी सरकार कंडीशनल जॉइनिंग प्रदान करें। हिमाचल प्रदेश के शिक्षित बेरोजगार युवाओं का कहना है कि कांग्रेस ने सत्ता में आने से पहले जल्द से जल्द परिणाम घोषित करने की मांग की थी। हर युवा बेरोजगार ने खुले दिल से कांग्रेस का साथ दिया।
तुमने जो वादा किया है, उसे पूरा करो!
कांग्रेस अब अपने वादे को पूरा नहीं कर रही है। युवाओं ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सत्ता में आने से पहले किया गया वादा पूरा करना चाहिए। सत्ता में आने के बाद भी, कई मंचों से जल्द परिणाम घोषित करने की बात कर चुके हैं, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। युवाओं का कहना है कि मुख्यमंत्री कई बार उनके सामने से निकल गया, लेकिन उन्होंने मुलाकात करने के लिए अपना काफिला नहीं रोका। शिक्षित बेरोजगार युवा यहां से नहीं हटेंगे जब तक परीक्षा परिणाम नहीं आते।