बड़ी उपलब्धि: हिमाचल की बेटी केंद्र सरकार के SFOIO में असिस्टेंट डायरेक्टर
रीता सचदेवा के बड़े भाई एडवोकेट डाॅ. संदीप सचदेवा ने बताया कि रीता बचपन से ही होनहार छात्रा रही है। रीता पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में लीगल रिसर्चर के पद पर कार्यरत थीं।
सोलन: हिमाचल प्रदेश का हर युवा अपनी मेहनत और दृढ़ निश्चय से प्रदेश का नाम रोशन कर रहा है। खासकर प्रदेश की बेटियां जो बेटों के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रही हैं और अपनी सफलता की नई ऊंचाइयों को छू रही हैं। इसी कड़ी में सोलन जिले की बेटी रीता सचदेवा ने UPSC परीक्षा में सफलता प्राप्त कर प्रदेश का नाम गौरवान्वित किया है। रीता सचदेवा जो जिले के औद्योगिक नगर बद्दी की निवासी हैं ने UPSC द्वारा आयोजित एक महत्वपूर्ण परीक्षा में बाजी मारते हुए केंद्र सरकार में सीरियस फ्रॉड इन्वेस्टिगेशन विभाग (गंभीर कपट अन्वेषण कार्यालय) में सहायक निदेशक का पद प्राप्त किया है। यह एक बहुत बड़ी उपलब्धि है जो न केवल रीता के परिवार बल्कि पूरे हिमाचल प्रदेश के लिए गर्व की बात है।
पहले प्रयास में मिली सफलतारीता सचदेवा ने यह मुकाम अपने पहले ही प्रयास में हासिल किया है। UPSC परीक्षा जैसी कठिन परीक्षा को पहले अटेंप्ट में उत्तीर्ण करना किसी भी युवा के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जाती है और रीता ने इसे अपने मेहनत और लगन से साबित किया है। यह सफलता उनके आत्मविश्वास और मेहनत का परिणाम है। रीता ने हमेशा से अपनी पढ़ाई को प्राथमिकता दी और अपना पूरा ध्यान इसी ओर केंद्रित रखा। उनकी इस सफलता से पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर है। उनके घर परिवार और दोस्तों के बीच यह सफलता एक उत्सव के समान मनाई जा रही है।
बचपन से ही पढ़ाई में अव्वल
रीता सचदेवा का बचपन से ही पढ़ाई के प्रति लगाव रहा है। वह हमेशा से एक होनहार छात्रा रही हैं। रीता ने अपनी स्कूली शिक्षा में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन किया और हमेशा टॉपर्स की सूची में शामिल रहीं। उनकी मेहनत और पढ़ाई के प्रति उनकी लगन को देखकर उनके शिक्षक और परिवार ने हमेशा उनका समर्थन किया।
रीता के पिता मदन लाल बताते हैं कि वह बचपन से ही पढ़ाई के प्रति समर्पित रही हैं और अपने सपनों को साकार करने के लिए उन्होंने कभी हार नहीं मानी। वह दिन-रात मेहनत करती रही और आज उनकी मेहनत का फल सबके सामने है। उनके पिता को अपनी बेटी की इस उपलब्धि पर गर्व है और उनका कहना है कि रीता की सफलता ने पूरे परिवार का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया है।
परिवार का सहयोग और रीता की दृढ़ता
रीता का परिवार हमेशा से उनकी पढ़ाई में उनका समर्थन करता रहा है। उनके बड़े भाई डॉ. संदीप सचदेवा जो एक एडवोकेट हैं ने भी उन्हें प्रेरित किया और उनके साथ हर कदम पर खड़े रहे। रीता की सफलता के पीछे उनके परिवार का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा है। रीता ने खुद अपनी सफलता का श्रेय अपने परिवार को दिया है। उनका कहना है कि अगर उनके परिवार ने उन्हें प्रोत्साहित नहीं किया होता तो शायद वह यह मुकाम हासिल नहीं कर पातीं। उनकी मेहनत और परिवार के सहयोग ने मिलकर उन्हें आज इस सफलता तक पहुंचाया है।
रीता की सफलता पर खुशी की लहर
रीता सचदेवा की इस सफलता से पूरे सोलन जिले में खुशी की लहर दौड़ गई है। उनके गांव और इलाके के लोग उनके इस बड़े मुकाम पर गर्व महसूस कर रहे हैं। रीता की सफलता ने ना सिर्फ उनके परिवार बल्कि पूरे हिमाचल प्रदेश के लिए गर्व का विषय बना दिया है। आज रीता सचदेवा उन सभी युवाओं के लिए एक प्रेरणा हैं जो UPSC जैसी कठिन परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। उनकी मेहनत समर्पण और आत्मविश्वास ने यह साबित कर दिया है कि अगर सही दिशा में प्रयास किया जाए तो कोई भी सफलता हासिल की जा सकती है।