Himachal News: हिमाचल के सुक्खू सरकार ने कोरोना और आउटसोर्स कर्मचारियों को दिया बड़ा झटका, नौकरी से किया हमेशा के लिए बर्खास्त
Himachal News: शिमला: हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू (Chief Minister Sukhwinder Singh Sukhu) की सरकार ने 1844 कोरोना आउटसोर्स कर्मचारियों (corona outsourced employees) को बाहर का रास्ता आखिरकार दिखा दिया हुआ है । हालांकि आपको बता दें कि और आउटसोर्स कर्मचारियों को एक्सटेंशन कि आस लेकर बैठे हुए थे। लेकिन सरकार की ओर […]
Himachal News: शिमला: हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू (Chief Minister Sukhwinder Singh Sukhu) की सरकार ने 1844 कोरोना आउटसोर्स कर्मचारियों (corona outsourced employees) को बाहर का रास्ता आखिरकार दिखा दिया हुआ है । हालांकि आपको बता दें कि और आउटसोर्स कर्मचारियों को एक्सटेंशन कि आस लेकर बैठे हुए थे। लेकिन सरकार की ओर से सभी कर्मचारियों को बर्खास्त (dismissed) कर दिया गया है। ईमेल के माध्यम से बर्खास्त ऑर्डर घर भेज दिए गए हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पूर्व सरकार द्वारा कोरोना काल में प्रदेश के कई बड़े अस्पतालों में 1844 के करीब कोरोना आउटसोर्स कर्मचारी (corona outsourced employees) की भर्ती की हुई थी जिसमें सिक्योरिटी गार्ड (security guard ) समेत स्टाफ नर्स मौजूद थी। हर महीने एक्सटेंशन दी जा रही थी लेकिन आखिरकार प्रदेश सरकार की ओर से सभी कोरोना कर्मचारी को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है।
1844 कोरोना आउटसोर्स कर्मियों को नौकरी से निकाला, Himachal News
इससे पहले एक्सटेंशन को लेकर कर्मचारियों द्वारा विधानसभा सत्र के दौरान विरोध प्रदर्शन भी किया गया था लेकिन उसके बावजूद भी एक्सटेंशन ना मिलने के कारण सरकार की ओर से बर्खास्त कर दिया गया है। कोरोना काल में हॉस्पिटलों की ओपीडी में उनकी नियुक्ति की गई थी। वही लैब में मरीजों के टेस्ट करने का जिम्मा भी इन कर्मचारियों को दिया गया था गौरतलब है कि कोरोना जैसी महामारी के दौरान उक्त कर्मचारियों द्वारा कोरोना मरीजों का इलाज किया हुआ था। लेकिन उसके बावजूद भी प्रदेश सरकार की ओर से इन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया।घर भेजे बर्खास्तगी के आदेश : Himachal News
हालांकि मंगलवार को यह कर्मचारी सचिवालय में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू (Chief Minister Sukhwinder Singh Sukhu) से भी मिलेंगे। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि विधानसभा सत्र के दौरान विपक्ष के नेता वह भाजपा विधायकों ने इस मामले को प्रमुखता से उठाया हुआ था। सरकार से इन कर्मचारियों की नौकरी बहाल करने की मांग उठाई जा रही थी लेकिन उसके बावजूद भी कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया गया है।
पिछले 6 माह से नहीं मिला कर्मचारियों को वेतन : Himachal News
हिमाचल कोरोना आउटसोर्स कर्मचारी यूनियन (Corona Outsourced Employees Union) की अध्यक्ष अंजलि भारद्वाज ने बताया कि कोरोना काल के समय सरकार की ओर से स्टाफ नर्स, लैब टेक्नीशियन, वार्ड बॉय, फार्मासिस्ट, कुक समेत चालकों की नियुक्ति की गई थी। बिना अवकाश लिए उक्त कर्मचारियों द्वारा अस्पतालों में अपनी सेवाएं दी हुई है। कोरोना महामारी के दौरान गांव में जाकर लोगों को जानलेवा बीमारी के बारे में भी कर्मचारियों द्वारा जागरूक किया गया।उन्होंने बताया कि अस्पतालों में सेवाएं देने के बाद भी कोरोना कर्मचारियों को पिछले 6 महीने से तनख्वाह नहीं मिली हुई है लेकिन उसके बावजूद भी कर्मचारी काम करने के लिए तैनात थे।