Ram Mandir Ayodhya || रामलला से पहले राम जन्मभूमि अयोध्या में विराजमान हुए ‘जटायु’, निहार रहे आराध्य का मंदिर

Ram Mandir Ayodhya ||  अयोध्या ||  अयोध्या में राम जन्मभूमि पर राम मंदिर के निर्माण के साथ-साथ रामायण कालीन पात्रों के स्टैचू और दर्शन पूजन स्थल बनाए जा रहे हैं.  भगवान राम के 14 वर्ष के वनवास काल में घटित घटनाओं पर जिन-जिन रामायण कालीन पात्रों का वेदों-पुराणों में वर्णन है, अब उन्हें भी परिसर […]

Ram Mandir Ayodhya || रामलला से पहले राम जन्मभूमि अयोध्या में विराजमान हुए ‘जटायु’, निहार रहे आराध्य का मंदिर

Ram Mandir Ayodhya ||  अयोध्या ||  अयोध्या में राम जन्मभूमि पर राम मंदिर के निर्माण के साथ-साथ रामायण कालीन पात्रों के स्टैचू और दर्शन पूजन स्थल बनाए जा रहे हैं.  भगवान राम के 14 वर्ष के वनवास काल में घटित घटनाओं पर जिन-जिन रामायण कालीन पात्रों का वेदों-पुराणों में वर्णन है, अब उन्हें भी परिसर में जगह दी जा रही है.  जन्मभूमि परिसर में स्थित कुबेर टीले को एक पर्वत के रूप में विकसित किया गया है. इस पर रामायण कालीन पात्र पक्षीराज जटायु का विशाल स्टैचू लगाया गया है.

पक्षीराज जटायु ने बनवास कल में माता सीता के हरण के दौरान रावण से युद्ध लड़ा था, जिसमें उन्होंने अपने प्राणों का बलिदान दिया था.  कुबेर टीले पर जटायु की 20 फीट लंबी और 18 फीट ऊंची कांसे की प्रतिमा को स्थापित किया गया है. पक्षीराज जटायू रामलाल को निहारत हुए नजर आ रहे हैं.  इसके साथ ही जन्मभूमि परिसर में माता शबरी, महर्षि वाल्मीकि, महर्षि वशिष्ठ, निषाद राज की प्रतिमा को स्थापित करने की योजना है. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान सबसे पहले PM मोदी राम जन्मभूमि परिसर में स्थित कुबेर टीले पर पक्षीराज जटायु को पुष्पांजलि अर्पित करेंगे.

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