Mahashivratri 2024 || 11 साल बाद पड़ रही है महाशिवरात्रि शिवयोग, यहां जानिए पूजा विधि और शुभ मुहूर्त

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Mahashivratri 2024 ||  आज पूरा देश भक्तिमय हो गया है हो भो क्यों न आज महाशिवरात्रि का दिन है, आज के डिम शिव भक्त ही नहीं बल्कि हर देशवासी इस पवित्र पर्व को मना रहा है। आप सभी जानते है कि हर साल इस पर्व को कितनी धार्मिक निष्ठा और धार्मिक भावना के साथ मनाया जाता है। महाशिवरात्रि का पर्व देश में बड़े ही धूम-धाम के साथ
Mahashivratri 2024 || 11 साल बाद पड़ रही है महाशिवरात्रि शिवयोग, यहां जानिए पूजा विधि और शुभ मुहूर्त

Mahashivratri 2024 ||  आज पूरा देश (whole country) भक्तिमय हो गया है हो भो क्यों न आज महाशिवरात्रि (mahashivratri ) का दिन है, आज के डिम शिव भक्त ही नहीं बल्कि हर देशवासी (citizens ) इस पवित्र पर्व को मना रहा है। आप सभी जानते है कि हर साल इस पर्व को कितनी धार्मिक निष्ठा और धार्मिक भावना (spiritual emotions) के साथ मनाया जाता है। महाशिवरात्रि का पर्व देश में बड़े ही धूम-धाम के साथ मनाया जा रहा है। कुछ बातें इस बार ख़ास है जिनका आपको भी पता होना जरूरी है।

इस बार महाशिवरात्रि शिव भक्तों (shiv devotee) के लिए बहुत खास है क्योंकि, 11 साल बाद शिवयोग बन रहा है। इसके अतिरिक्त प्रदोष व्रत (pradosh fast) का भी लाभ भक्तों को मिलने वाला है। इतना ही नहीं आज परमसिद्ध योग भी बन रहा है। ऐसे में आज भोलेबाबा की पूजा अर्चना  (prayer) करने और उपवास (fast)  रखने से सारी मनोकामनाएं पूरी होंगी साथ ही, जीवन के सारे कष्ट, परेशानियां (problems) , और संकट भी दूर होंगे। आइए जानते है आज की पूजा पाठ करने वाले मुहूर्त के बारे में।

Mahashivratri 2024 || 11 साल बाद पड़ रही है महाशिवरात्रि शिवयोग, यहां जानिए पूजा विधि और शुभ मुहूर्त
रात्रि प्रथम प्रहर पूजा समय - शाम 06 बजकर 25 मिनट से रात 09 बजकर 28 मिनट तक रहेगा।

रात्रि द्वितीय प्रहर पूजा समय - रात 09 बजकर 28 मिनट से 9 मार्च को रात 12 बजकर 31 मिनट तक रहेगा।

रात्रि तृतीय प्रहर पूजा समय - रात 12 बजकर 31 मिनट से प्रातः 03 बजकर 34 मिनट तक रहेगा।

रात्रि चतुर्थ प्रहर पूजा समय - प्रात: 03.34 से प्रात: 06:37 तक रहेगा। 

महाशिवरात्रि की पूजा विधि 

महाशिवरात्रि के दिन ब्रह्म मूहुर्त में उठकर स्नान करें फिर स्वच्छ वस्त्र (clean clothes) धारण करें। इसके बाद भगवान शिव (Lord Shiva) का स्मरण करके शिवरात्रि व्रत का संकल्प लीजिए। इसके बाद भगवान शिव और माता पार्वती के मंत्रों का जाप किजिए। शिवरात्रि की पूजा में गन्ने का रस, कच्चा दूध, घी, दही, गंगाजल, धतूरा, बेलपत्र, भांग, धूप, पान के पत्ते, और दीपक समेत फल आदि सामग्री शामिल की जाती है।महाशिवरात्रि पर शिवलिंग पर दूध या पानी से अभिषेक किया जाता है। इस दूध या पानी में कुछ बूंदे शहद की भी डाली जाती हैं। तो इस प्रकार की पूर्ण विधि को करके भगवान शिव की असीम कृपा प्राप्त कर सकते है।