स्मार्टफोन की लत से हो रही है यह गंभीर बीमारी, लक्षण दिखते ही करें कंट्रोल
फोन पर लगातार एक्टिव रहने के कारण इसकी कीमत हमें चुकानी पड़ती है. जैसे नींद, मानसिक स्वास्थ्य और यहां तक कि व्यक्तिगत संबंधों को भी प्रभावित करता है.
नई दिल्ली: स्मार्टफोन का अत्यधिक उपयोग आज की मॉडर्न लाइफस्टाइल (Modern Lifestyle) के लिए एक गंभीर चुनौती बन गया है। इसके प्रभाव ने हमारे जुड़ने, काम करने और आराम करने के तरीके को पूरी तरह से बदल दिया है। लेकिन लगातार स्क्रीन से जुड़े रहने की यह आदत हमें भारी कीमत चुकाने पर मजबूर कर रही है। यह न केवल हमारी नींद और मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक (Negative effects on mental health) असर डालता है, बल्कि हमारे व्यक्तिगत संबंधों में भी खलल डालता है।
युवाओं पर गहरा असर
स्मार्टफोन की लत का सबसे अधिक प्रभाव युवाओं और युवा वयस्कों पर पड़ रहा है। लंबे समय तक स्क्रीन पर बिताया गया समय मानसिक थकावट, (Mental exhaustion) तनाव और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म देता है। विशेषज्ञ इसे सार्वजनिक स्वास्थ्य महामारी (Public health pandemic) मानते हैं।
स्पेन का साहसिक कदम
स्पेन ने इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए एक अनोखी पहल की है। देश में बिकने वाले सभी स्मार्टफोन्स पर सिगरेट के पैकेटों की तरह स्वास्थ्य चेतावनी अनिवार्य (Mandatory health warning) करने का प्रस्ताव दिया गया है। इस चेतावनी का उद्देश्य लोगों को अत्यधिक स्क्रीन टाइम (Excessive screen time) के खतरों से अवगत कराना और स्मार्टफोन के सोच-समझकर उपयोग को बढ़ावा देना है।
लत के नकारात्मक प्रभाव
- नींद पर असर: स्मार्टफोन का अत्यधिक उपयोग नींद की गुणवत्ता को खराब करता है।
- मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव (Effects on mental health) : लंबे समय तक स्क्रीन पर बिताया समय चिंता, डिप्रेशन और अन्य मानसिक समस्याओं को बढ़ाता है।
- रिश्तों में खलल: स्मार्टफोन की लत हमारे परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताने में बाधा डालती है।
- कामकाज पर असर: लगातार फोन पर सक्रिय रहना ध्यान केंद्रित करने की क्षमता को कम कर देता है।
स्मार्टफोन का संतुलित उपयोग जरूरी
स्मार्टफोन के लाभों से इनकार नहीं किया जा सकता, लेकिन इसके संतुलित उपयोग की आवश्यकता है। स्क्रीन समय को सीमित करना, डिजिटल डिटॉक्स को अपनाना और परिवार व दोस्तों के साथ समय बिताना इसके प्रभाव को कम करने में मदद कर सकता है।