MSP Hike: New Year पर किसानों को Modi सरकार का तोहफा, इस फसल पर बढ़ाई MSP; कई राज्यों को होगा फायदा
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MSP Hike: देशभर में किसान आंदोलन के बीच यूनियन गवर्नमेंट ने बड़ा फैसला लिया है. यह फैसला किसानों के लिए बहुत फायदेमंद साबित होगा. सरकार ने यह फैसला एमएसपी के रिगार्डिंग लिया है, जो देश भर के किसानों की खुशी का कारण बनेगा. केंद्र सरकार ने दौ हज़ार पच्चीस के लिए कोपरा मतलब नारियल का सूखा गुड़ा का न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी की एसएसपी ते कर दिया है. केंद्र कैबिनेट की बैठक में लिए गए फैसले के तहत मिली कोपरा का एमएसपी ग्यारह हज़ार पाँच सौ बियासी पर क्विंटल और बॉल कोपरा कापी बारह हज़ार सौ प्रति क्विंटल कर दिया गया है. यूनियन मिनिस्टर अश्विनीश्म ने कहा की यह फैसला किसने के कल्याण के लिए उठाया गया. बड़ा खत्म ये पीएम की किसने की जिंदगी बेहतर बनाने की मेहनत को दर्शाता है और हमारे देश में कोपरा उत्पादन में सबसे ज्यादा हिस्सा कर्नाटक है. उन्होंने बताया की कोपरा की खरीद के लिए एग्रीकल्चर कोऑपरेटिव. मार्केटिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड औरनिकॉरेस्ट को केंद्रीय नोडल एजेंसी बनाया गया है. इसके अलावा जो स्टेट गवर्नमेंट है वो भी बहुत इंपॉर्टेंट रोल प्ले करेगी और स्टेट गवर्नमेंट के जितने भी कॉर्पोरेशन होंगे उनको इस बैंक प्रोसेस में शामिल किया जाएगा. और ये फैसला कि किसानों को उनकी फसल को फेर प्राइस दिलाने और उनकी इनकम को बढ़ाने के लिाए लिया गया है. कोपरा उत्पादन में लगे किसानों को इस ऐलान से बड़ा फायदा मिलने की उम्मीद है. क्योंकि जो कोपरा होता है वह सूखे नारियल के गुूड़ेे को कहते हैं जो नारियल का में इनग्रेडिएंट है. इसे नारियल के छिलके और पानी को हटाने के बाद धूप में सुखाकर तैयार किया जाता है. कोपड़ा का यूज मैली नारियल के तेल निकालने और जानवरों के खाने के लिए उसेज़ किया जाता है. तो सरकार के इस फैसले से क्योंकि देश भर में किसान आंदोलन चल रहा है और किसानों के अलगअलग मांगों के कारण यह आंदोलन चल रहा है. जिसके बीच सरकार ने एमएसपी को लेकर यह जो फैसला लिया है, वह किसने के हित में कितना फायदेमंद होगा।