Himachal News || मुख्यमंत्री सुक्खू बोले- हजारों लाभार्थियों को चार हजार महीने की पॉकेट मनी जल्द
1,084 बच्चों को 1.02 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता से लाभान्वित किया गया है
इसके लिए प्रक्रिया चल रही है। सुखू ने बताया कि सुधार गृह की तीन अनाथ लड़कियों को कॉन्वेंट तारा हॉल स्कूल शिमला में दाखिला मिल गया है। उन्हें जल्द ही परिवहन सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। उनकी शिक्षा का सारा खर्च सरकार उठाएगी
Himachal News || मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 में 1061 अनाथ बच्चों को सामाजिक सुरक्षा के रूप में 1.99 करोड़ रुपये, 3,121 लाभार्थियों को 4,000 रुपये प्रतिमाह पॉकेट मनी के रूप में 16.89 करोड़ रुपये तथा त्यौहार भत्ते के रूप में 1,025 अनाथ बच्चों को 65.76 लाख रुपये वितरित (distribute) किए जाएंगे। योजना के तहत 48 लाभार्थियों (benificry) को उच्च शिक्षा के लिए 15.52 लाख रुपये, 17 बच्चों को व्यावसायिक प्रशिक्षण के लिए 7.02 लाख रुपये, एक बच्चे को कौशल विकास के लिए 17,500 रुपये, तीन बच्चों को स्टार्ट-अप परियोजनाओं के लिए 6 लाख रुपये तथा दो अनाथ बच्चों को वर्ष 2023-24 के लिए भूमि आवंटित की गई है।
इसके लिए प्रक्रिया चल रही है। सुखू ने बताया कि सुधार गृह की तीन अनाथ लड़कियों (girls ) को कॉन्वेंट तारा हॉल स्कूल शिमला में दाखिला मिल गया है। उन्हें जल्द ही परिवहन सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। उनकी शिक्षा का सारा खर्च सरकार उठाएगी।मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना के माध्यम से अनाथ बच्चों की विश्व स्तरीय शिक्षा प्राप्त करने की आकांक्षा पूरी की जा रही है।सुधार गृह के पांच बच्चों को दयानंद पब्लिक स्कूल शिमला, चार अनाथ बच्चों को पाइनग्रोव स्कूल (painegrove school ) सोलन तथा दो बच्चों को डीएवी स्कूल सुंदरनगर में प्रवेश दिलाया गया है। संबंधित विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि वे अनाथ बच्चों को राज्य के अन्य प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों में प्रवेश दिलाने की संभावनाएं तलाशें।
1084 बच्चों को त्यौहार भत्ते के रूप में 59.81 लाख रुपये, वस्त्र भत्ते के रूप में 54.20 लाख रुपये तथा पोषण भत्ते के रूप में 32.52 लाख रुपये वितरित किए गए हैं।उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष 2023-24 के दौरान मुख्यमंत्री (chief minister) सुख आश्रय योजना के अंतर्गत बाल देखभाल संस्थानों (सीसीआई) में रह रहे 1,084 बच्चों को 1.02 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की गई है तथा 2,719 लाभार्थियों को 4,000 रुपये प्रतिमाह पॉकेट मनी के रूप में 4.34 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की गई है।