Simmi Agnihotri Death || मां के जाने का आस्था को लगा गहरा सदमा, बेटी को दिलासा देते रहे पिता मुकेश अग्निहोत्री

Simmi Agnihotri Death

Simmi Agnihotri Death || मां के जाने का आस्था को लगा गहरा सदमा, बेटी को दिलासा देते रहे पिता मुकेश अग्निहोत्री

Simmi Agnihotri Death ||  हिमाचल प्रदेश के Deputy Chief Minister Mukesh Agnihotri  की पत्नी प्रोफेसर सिम्मी अग्निहोत्री का शुक्रवार रात को अचानक निधन हो गया। वह पूरी तरह से ठीक थीं और दो दिन बाद होने वाले जागरण की तैयारियों में व्यस्त थी। किसी ने सोचा भी नहीं था कि जो महिला जागरण की तैयारियां कर रही है, उसकी इस तरह से अचानक मौत हो जाएगी। सिम्मी अग्निहोत्री की मौत का सबसे बड़ा झटका उनकी बेटी आस्था को लगा है। बता दे कि सिम्मी अग्निहोत्री ने दो दिन बाद ही यानी 12 फरवरी को मां का जागरण रखा था। इस जागरण में शामिल होने के लिए और तैयारियों में मां का हाथ बंटाने के लिए बेटी आस्था भी दो दिन पहले ही अपने घर पहुंची थी और जागरण की तैयारियों में अपनी मां का हाथ बंटा रही थी।

मां की मौत से उनकी बेटी आस्था सदमें में है। उनकी आंख के आंसू रूक ही नहीं रहे थे। पिता मुकेश अग्निहोत्री एक तरफ जहां पत्नी प्रो सिम्मी अग्निहोत्री के क्रिया कर्म कर रहे थे। वहीं दूसरी तरफ बेटी को बार बार दिलासा भी दे रहे थे। मुकेश अग्निहोत्री एक हाथ से पत्नी को अलविदा कह रहें थे और दूसरे हाथ अपनी बेटी को संभाल रहें थे। ये दृष्य देख हर किसी की आखें नम हो गई।  बता दें कि प्रो सिम्मी अग्निहोत्री का आज दोपहर उनके पैतृक गांव मोक्ष धाम गोंदपुर जयचंद हरोली में अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान पुलिस के जवानों ने उन्हें सलामी दी। सिम्मी अग्निहोत्री के अंतिम संस्कार में भारी संख्या में लोग पहुंचे हुए थे। वहीं हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविदंर सिंह सुक्खू भी मुकेश अग्निहोत्री को हौंसला देने के लिए उनके घर पर पहुंचे थे। इसके अलावा कई विधायक और मंत्री भी सिम्मी अग्निहोत्री को श्रद्धाजंली देने पहुंचे।

मां की अर्थी को बेटी आस्था ने दिया कांधा

Simmi Agnihotri Death || मां के जाने का आस्था को लगा गहरा सदमा, बेटी को दिलासा देते रहे पिता मुकेश अग्निहोत्री
प्रो सिम्मी अग्निहोत्री की मौत से उनकी बेटी आस्था अग्निहोत्री को गहरा सदमा लगा है। अपनी मां की शव यात्रा में आस्था भी साथ रही और अपनी मां की अर्थी को कांधा भी दिया। यही नहीं उसने अपने पिता मुकेश अग्निहोत्री के साथ मां के सारे क्रिया कर्म में भी हिस्सा लिया। अर्थी को कांधा देने के अलावा आस्था ने अपनी मां की चिता को पिता के साथ मुखाग्नि भी दी।