Himachal News || हिमाचल में दो युवकों ने फर्जी डिग्री देकर हासिल की सरकारी नौकरी, अब पुलिस ने बनाया सरकारी दामाद
शिमला। हिमाचल में बढ़ती बेरोजगारो की फौज अब तरह तरह के हथकंडे अपना कर नौकरी हासिल करने का प्रयास कर रहे हैं। हिमाचल में ग्रामीण डाक सेवकों की भर्ती में ऐसे कई युवाओं के दस्तावेज जाली पाए गए थे। इन युवाओं ने जाली दस्तावेज बनाकर ग्रामीण डाक सेवक की नौकरी हथिया ली थी। मामले का खुलासा होने के बाद इसकी जांच का जिम्मा सीबीआई को सौंपा गया। सीबीआई ने अब इस मामले में दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए दोनों आरोपियों के पास से सीबीआई को आपत्तिजनक दस्तावेज भी बरामद हुए हैं।
बिलासपुर और हमीरपुर जिला में मिली थी तैनाती
हिमाचल के बिलासपुर और हमीरपुर जिला में दो डाक सेवकों के शैक्षणिक दस्तावेज जाली पाए गए हैं। इन दोनों ने ही जाली दस्तावेज बनाकर ग्रामीण डाक सेवक की नौकरी हासिल कर ली। सीबीआई ने इन दोनों को हरियाणा से गिरफ्तार कर लिया है। अब सीबीआई ने फर्जी शैक्षणिक दस्तावेजों के आधार पर ग्रामीण डाक सेवक की नौकरी हासिल करने के आरोप में हिमाचल प्रदेश में डाक भर्ती घोटाले से संबंधित दो और मामले दर्ज कर लिए हैं।जाली शैक्षणिक दस्तावेज किए थे तैयार
CBI द्वारा पकड़े गए आरोपी मोनू बिलासपुर जिला के बरछीं सब ऑफिस के तहत कफारा में ग्रामीण डाक सेवक के रूप में तैनात था। इसी तरह से दीपक हमीरपुर जिला के बड़सर के तहत आते डाकघर मैहरे की ब्रांच ऑफिस उखली में ग्रामीण डाक सेवक के रूप में नियुक्त था। सीबीआई ने इन दोनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर आगामी जांच शुरू कर दी है।
CBI ने हरियाणा से गिरफ्तार किए दोनों
सीबीआई ने इन दोनों को हरियाणा भवाली जिला के हिसार से गिरफ्तार किया है। यह दोनों ही मामले पूर्व में सीबीआई द्वारा दर्ज किए गए अन्य मामलों के अलावा हैं। जिसमें जाली शैक्षणिक दस्तावेज प्रमाण पत्र आदि जमा करवा कर नौकरी हासिल करना है।
CBI कर रही मामले की जांच
आरोपी मोनू और दीपक पर आरोप है कि इन दोनों ने एक षड्यंत्र के तहत जालसाजी की और जाली शैक्षणिक योग्यता दस्तावेज प्राप्त किए एवं इनका प्रयोग हिमाचल प्रदेश के डाक विभाग में ग्रामीण डाक सेवक की नौकरी हासिल करने के लिए किया। इन दोनों ने कथित तौर पर दोषपूर्ण तरीके से वेतन हासिल किए एवं इस प्रकार से डाक विभाग को हानि पहुंचाई है। इस मामले में सीबीआई की जांच जारी है।