Himachal News: हिमाचल के दो भाइयों का सपना हुआ पूरा, जुनून ने बनाया दोनों को जज; पढ़ें दिलचस्प कहानी
Himachal News: Bilaspur district of Himachal की नयनादेवी विधानसभा क्षेत्र (Bilaspur district of Himachal) के दो भाईयों को अलग-अलग राज्यो में बतौर जज चयन हुआ है। दोनों भाई एक साधारण परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनके पिता नंद लाल ठाकुर की जिले में स्वारघाट बिलासपुर नेशनल हाइवे (Swarghat Bilaspur National Highway) की कल्लर पंचायत में […]
बिलासपुर: बुलंद हौंसले से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। बिलासपुर जिले के नयनादेवी विधानसभा क्षेत्र के दो भाईयों ने ऐसा ही कुछ कर दिखाया है। यहां, एक साधारण परिवार से आने वाले दोनों भाई देश के विभिन्न राज्यों में न्यायाधीश चुने गए हैं। नंद लाल ठाकुर, उनके पिता, जिला में स्वारघाट बिलासपुर नेशनल हाइवे पर कल्लर पंचायत में एक छोटी सी किराना की दुकान चलाते हैं और उन्होंने कड़ी मेहनत करके आज अपने बच्चों को एक मुकाम पर पहुंचाया है।Himachal News: Bilaspur district of Himachal की नयनादेवी विधानसभा क्षेत्र (Bilaspur district of Himachal) के दो भाईयों को अलग-अलग राज्यो में बतौर जज चयन हुआ है। दोनों भाई एक साधारण परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनके पिता नंद लाल ठाकुर की जिले में स्वारघाट बिलासपुर नेशनल हाइवे (Swarghat Bilaspur National Highway) की कल्लर पंचायत में एक छोटी सी किराने की दूकान है। तो पढ़िए ये प्रेरणा से भरी कहानी और जानें कैसे दोनों भाईयों ने यह मुकाम हासिल किया है।
पूरी मेहनत से किसी भी मंजिल को पाया जा सकता है
विशाल ठाकुर ने पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ से एलएलबी और एलएलएम की डिग्री प्राप्त की है। इन्हें लिटिल एंजल्स पब्लिक स्कूल कल्लर से प्रारंभिक शिक्षा दी गई, फिर क्रिसेंट पब्लिक बिलासपुर में पढ़ाया गया और नौवीं से बारहवीं तक मिनर्वा सीनियर सेकेंडरी स्कूल घुमारवीं में पढ़ाया गया। इसी वर्ष उनके छोटे भाई विकास ठाकुर भी मध्य प्रदेश न्यायिक सेवा में सिविल जज और ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट नियुक्त हुए। 2021 में विशाल हरियाणा न्यायिक सेवा ने सिविल जज को इंटरव्यू दिया था। विशाल ने अपनी सफलता के लिए अपने परिवार को धन्यवाद दिया है। विशाल ने कहा कि उनके माता-पिता का संघर्ष आज उनके दोनों बेटे को जज बनाया है। विशाल ने 2021 में नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी दिल्ली में एलएलएम प्रवेश परीक्षा में देश भर में दूसरा स्थान हासिल किया था। महान ने कहा कि कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है अगर दृढ़ निश्चय और पूरी कोशिश की जाए।
यह भी पढ़ें:Himachal Pradesh में सीधी भर्ती में इन लोगों को मिलेगा चार फीसदी आरक्षण, सरकार ने जारी किये आदेश
यह भी पढ़ें:First Woman Lawyer of India: भारत की पहली महिला वकील कौन थी? अंग्रेजी हुकूमत की कर देती थी हवा टाइट