IAS Ishita Kishor | शहीद पिता की बेटी UPSC क्रैक कर बनीं ऑल इंडिया टॉपर, रैंक 1 के साथ हासिल किया IAS का पद
IAS Ishita Kishor UPSC Success Story
IAS Ishita Kishor | हर साल लाखों उम्मीदवार UPSC सिविल सेवा परीक्षा (civil services exam) की तैयारी करते हैं, लेकिन उनमें से टॉपर कोई एक नहीं होता।
IAS Ishita Kishor | हर साल लाखों उम्मीदवार UPSC सिविल सेवा परीक्षा (civil services exam) की तैयारी करते हैं, लेकिन उनमें से टॉपर कोई एक नहीं होता। आज हम आपको UPSC टॉपर इशिता किशोर (Topper Ishita Kishore) के बारे में बताएंगे, जो अपने पहले दो प्रयासों में प्रीलिम्स भी नहीं क्लियर कर पाई थीं, लेकिन अपने तीसरे प्रयास में आईएएस का पद प्राप्त करने में सफल हुई।
राष्ट्रीय फुलबॉल प्लेयर रह चुकी है
इशिता एक नेशनल लेवल फुलबॉल (National Level Football) प्लेयर भी थी, और 2012 में सुब्रतो कप फुटबॉल टूर्नामेंट में खेली थी। इशिता मूलतः बिहार के पटना जिले में रहती हैं। उनके पिता विग कमांडर थे। 2004 में वह ऑन ड्यूटी मर गया। तब से इशिता की मां ज्योति ने पूरे घर की देखभाल की। इशिता की मां लोधी रोड स्थित एयरपोर्ट बाल भारती स्कूल में पढ़ाती थीं। इशिता बताती है कि परीक्षा की तैयारी में उनकी मां ने बहुत सपोर्ट किया।
UPSC में नौकरी छोड़ दी
इशिता भी दिल्ली के एयरपोर्ट बाल भारती स्कूल लोधी रोड से पढ़ी है। बाद में उन्होंने 2017 में दिल्ली यूनिवर्सिटी के श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स (Shriram College of Commerce) में इकोनॉमिक्स ऑनर्स में डिग्री ली। यहां से निकलने के बाद, उन्होंने दुनिया में बड़ी चार कंपनियों में से एक Ernst & Young में दो साल काम किया। उस समय, इशिता को समय नहीं मिल रहा था कि वह एमबीए या इकोनॉमिक्स (Economics) में पोस्ट ग्रेजुएशन करे. फिर भी, उन्होंने UPSC सिविल सेवा परीक्षा के लिए सीधे तैयारी करने का निर्णय लिया।
जानें रोजाना कितने घंटे पढ़ाई करती थीं
उन्होंने इस निर्णय के बाद 2019 में दो साल की नौकरी छोड़ दी और परीक्षा की तैयारी में जुट गई। परीक्षा की तैयारी करने के लिए उन्होंने ऑनलाइन कोचिंग का सहारा लिया। परीक्षा के लिए इशिता ने ईमानदारी से तैयारी की। वह हर दिन आठ से नव घंटे पढ़ाई करती थीं। उन्होंने अपनी कमजोरियों को दूर किया और हर चीज पर अपनी पकड़ को मजबूत किया।
ये प्रश्न Interview में पूछे गए
इशिता बताती है कि Interview में उनसे पंचायती राज व्यवस्था, अध्ययन और खेल सहित कई विषयों पर प्रश्न पूछे गए। जब उनसे अरुणाचल प्रदेश पर चीन की राय पूछा गया, उन्होंने कहा कि भारत को वैश्विक दबाव के बीच अपनी राय रखनी चाहिए।
इशिता का ऑप्शनल सब्जेक्ट जानें।
इशिता कहती हैं कि आप जिस विषय में रुचि रखते हैं, उसे ऑप्शनल सब्जेक्ट के रूप में चुनें। इकोनॉमिक्स में डिग्री हासिल करने के बावजूद, इशिता ने इकोनॉमिक्स को अपना चुनाव नहीं किया। इशिता ने बताया कि उन्हें पढ़ना बहुत अच्छा लगता है और राजनीति में बहुत दिलचस्पी है, इसलिए उन्होंने राजनीतिक विज्ञान और अंतर्राष्ट्रीय संबंधों को अपना ऑप्शनल सब्जेक्ट चुना।