बड़ी उपलिब्ध: गरीब भेड़पालक की बेटी शब्बू बनी Assistant Professor, अब कॉलेज में पढ़ाएगी जूलॉजी, यह है सफलता की कहानी

Assistant Professor Shabu, कांगड़ा। हिमाचल की बेटियां अब बेटों से आगे निकल रही हैं। ऐसा कोई भी क्षेत्र नहीं बचा है, जिसमें प्रदेश की बेटियों ने अपनी मेहनत से जगह ना बनाई हो। देश की सरहदों की रक्षा की बात हो या बीमार लोगों की सेवा हर क्षेत्र में हिमाचल की बेटियां अपनी सफलता के […]

बड़ी उपलिब्ध: गरीब भेड़पालक की बेटी शब्बू बनी Assistant Professor, अब कॉलेज में पढ़ाएगी जूलॉजी, यह है सफलता की कहानी

Assistant Professor Shabu, कांगड़ा। हिमाचल की बेटियां अब बेटों से आगे निकल रही हैं। ऐसा कोई भी क्षेत्र नहीं बचा है, जिसमें प्रदेश की बेटियों ने अपनी मेहनत से जगह ना बनाई हो। देश की सरहदों की रक्षा की बात हो या बीमार लोगों की सेवा हर क्षेत्र में हिमाचल की बेटियां अपनी सफलता के झंडे गाड़ रही हैं।  अभी हाल ही में लोक सेवा आयोग ने Assistant Professor  की परीक्षा का परिणाम घोषित किया है। जिसमें भी प्रदेश की गई बेटियों ने सफलता हासिल की है और Assistant Professor बनी हैं।

जवाली के कुठेड की शब्बू बनी असिस्टेंट प्रोफेसर

हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग (Himachal Pradesh Public Service Commission) ने कांगड़ा जिले के ज्वाली उपमंडल के गांव कुठेड़ की शब्बू पुत्री विजय कुमार को Assistant Professor के पद पर नियुक्त किया है। गांव पूरा खुश है जब शब्बू चुना जाता है। शब्बू की माता जीवना देवी एक गृहिणी है, और पिता विजय कुमार एक भेड़पालक हैं।

शब्बू के पिता हैं भेड़पालक

बड़ी उपलिब्ध: गरीब भेड़पालक की बेटी शब्बू बनी Assistant Professor, अब कॉलेज में पढ़ाएगी जूलॉजी, यह है सफलता की कहानी
शब्बू की इस कामयाबी से ना सिर्फ उसके परिवार बल्कि पूरे गांव में खुशी का माहौल है। ग्रामीणों का मानना है कि इस बेटी को देख कर उनकी बेटियों में भी आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलेगी। बता दें कि शब्बू के पिता विजय कुमार भेड़पालक तथा माता जीवना देवी गृहिणी हैं।  

गांव से पूरी की प्रारंभिक शिक्षा

शब्बू की शिक्षा की बात करें तो उन्होंने प्रारंभिक शिक्षा अपने गांव के सरकारी स्कूल से पूरी की। उसके बाद शब्बू ने बीएससी और एमएससी की पर्ढ़ा हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला से की है। एमएससी के बाद शब्बू ने जेआरएफ की परीक्षा उतीर्ण की और वर्तमान में शब्बू जम्मू में पीएचडी की पढ़ाई कर रही है। शब्बू ने पढ़ाई में लग्न के साथ मेहनत करते हुए अपने मुकाम को हासिल किया। शब्बू ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता पिता और अपने शिक्षकों को दिया है। उसने बताया कि उसके माता पिता ने पढ़ाई करने और आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। वहीं उसके शिक्षकों ने उसका सही मार्गदर्शन किया, जिसकी बदौलत ही आज उसने यह मुकाम हासिल की है।

यह भी पढ़ें ||  Himachal Cabinet Decision || हिमाचल के 99 स्कूलों को किया बंद, शिक्षा विभाग में एकेडमिक सेशन में नहीं होगा तबादला,

Focus keyword