Himachal News || हिमाचल में बागी नेता के पिता पर पुलिस एक्शन, निर्दलीय विधायकआशीष पर पुलिस ने दर्ज हुई FIR
FIR Against MLA Chaitanya's Father And Independent MLA Ashish In Balungaj Police Station
Himachal News || हिमाचल में चल रही राजनीतिक हलचल के साथ ही एक और ख़बर सामने आई है। कांग्रेस के अयोग्य घोषित विधायक चैतन्य शर्मा के पिता राकेश शर्मा और निर्दलीय विधायक आशीष शर्मा एवं अन्य के खिलाफ बालूगंज थाना शिमला में एक एफआईआर दर्ज हुई है। इन सभी पर राज्यसभा चुनाव के दौरान खरीद-फरोख्त और विधानसभा सत्र
Himachal News || शिमला: हिमाचल में चल रही राजनीतिक हलचल के साथ ही एक और ख़बर सामने आई है। कांग्रेस के अयोग्य घोषित विधायक चैतन्य शर्मा के पिता राकेश शर्मा और निर्दलीय विधायक आशीष शर्मा एवं अन्य के खिलाफ बालूगंज थाना शिमला में एक एफआईआर दर्ज हुई है। इन सभी पर राज्यसभा चुनाव के दौरान खरीद-फरोख्त और विधानसभा सत्र के दौरान प्रदेश सरकार को अस्थिर करने की साजिश रचने का आरोप लगा है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि राकेश शर्मा उत्तराखंड के पूर्व मुख्य सचिव रहे हैं।
कांग्रेस विधायक एवं मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी व विधायक भुवनेश्वर गौड़ ने यह मामला बालूगंज थाना में दर्ज करवाया है। शिमला पुलिस ने इस मामले में तुरंत जांच शुरू कर दी है। विधायकों की संयुक्त शिकायत में कहा गया है कि राज्यसभा चुनाव को लेकर इस दौरान बड़े स्तर पर खरीद-फरोख्त की गई है। इतना ही नहीं, बजट सत्र में वित्त विधेयक पास न हो पाए और प्रदेश सरकार अस्थिर हो जाए। इसके साथ यह भी आरोप लगा है सरकार को अस्थिर करने के लिए जबरदस्त साजिश रची गई थी। राज्य सरकार को सत्ताविहीन करने के लिए हेलिकाप्टर, अर्धसैनिक बलों और गाड़ियों का इस्तेमाल किया गया।यह पर्याप्त साक्ष्य हैं, जो इस बात को साबित कर रहे हैं कि प्रदेश सरकार को गिराने की हरसंभव कोशिश इन लोगों द्वारा की गई। इसमें कांग्रेस विधायक चैतन्य शर्मा के पिता राकेश शर्मा, निर्दलीय विधायक आशीष और अन्य लोग शामिल हैं। इस मामले को लेकर शिमला जिला पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी ने कहा कि शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर आगामी छानबीन शुरू की गई है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि धारा 171ए, 171सी, 120बी और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के सेक्शन 7 व 8 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। इस बारे में विधायक आशीष शर्मा और चैतन्य शर्मा ने कहा है कि प्रदेश सरकार ने इस समय बौखलाहट में आकर यह कदम उठाया है। शिमला पुलिस इस मामले की एफआईआर की कॉपी भी उनको नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि जिन्होंने उनके खिलाफ केस दर्ज किया है वह भी उनके खिलाफ केस दर्ज करवाऐंगे।