Bhaang Pakora || भांग के पकौड़े खाकर युवक पर सवार हुए बाबा जी, दो घंटे तक खेत में दौड़ाता रहा बाइक

होली प्रेम, हर्ष और उल्लास का त्योहार है।होली फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को मनाया जाने वाला एक हिंदू त्योहार है

Bhaang Pakora ||  इसके बाद लोगों ने युवक को दही आदि खिलाया ताकि उसका नशा उतर सके. क्षेत्र के निवासी मुनीष और करण ने बताया कि कुल्लू के ढालपुर मैदान में होली मनाने आए कुछ लोग भांग मिले पकौड़े लेकर आए थे, जिन्हें उन्होंने कुछ लोगों को खिला दिया. इससे शारीरिक रूप से कमजोर लोगों को भांग का नशा मिलने लगा।
Bhaang Pakora || भांग के पकौड़े खाकर युवक पर सवार हुए बाबा जी, दो  घंटे तक खेत में दौड़ाता रहा बाइक
भांग के पकौड़े खाकर युवक पर सवार हुए बाबा जी || डमी फोटो प​​त्रिका डेस्क

Bhaang Pakora ||  हिमाचल प्रदेश् के कुल्लू जिले (District kullu) के मौहल में एक युवक भांग के नशे में धुत होकर 2 घंटे (two hours) तक खेत में बाइक दौड़ाता रहा!  बाइक का पेट्रोल (petrol) खत्म होने पर युवक रुक गए। कई लोगों ने उसे रोकने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं रुका. लोग उसके पास नहीं जा सके क्योंकि उन्हें लगा कि कहीं वह बाइक (bike) से कुचल न जाए। जब युवक रुका तो लोगों ने उससे पूछा कि उसने ऐसा क्यों किया तो वह अजीब-अजीब बातें कहने लगा। होली मनाने के बाद जब उसके दोस्त (friends) वहां पहुंचे तो उन्होंने लोगों को बताया कि कुल्लू में इस युवक (young man)  को किसी ने भांग के पकौड़े खिलाये हैं. इसके बाद वह कुल्लू से वापस मौहल की ओर मुड़ गए।

इसके बाद लोगों ने युवक को दही (curd)  आदि खिलाया ताकि उसका नशा उतर सके. क्षेत्र के निवासी मुनीष और करण ने बताया कि कुल्लू के ढालपुर मैदान में होली (Holi)  मनाने आए कुछ लोग भांग मिले पकौड़े लेकर आए थे, जिन्हें उन्होंने कुछ लोगों को खिला दिया. इससे शारीरिक रूप से कमजोर लोगों को भांग का नशा मिलने लगा। होली(Holi) प्रेम, हर्ष और उल्लास का त्योहार (festival) है। होली फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को मनाया जाने वाला एक हिंदू त्योहार है। इसके अगले दिन रंगों का त्योहार (colour festival) होली मनाया जाता है।होली दो दिनों तक चलने वाला त्योहार है. पहले दिन होलिका दहन किया जाता है।

Bhaang Pakora || भांग के पकौड़े खाकर युवक पर सवार हुए बाबा जी, दो  घंटे तक खेत में दौड़ाता रहा बाइक
भांग के पकौड़े खाकर युवक पर सवार हुए बाबा जी || डमी फोटो प​​त्रिका डेस्क
इस साल फाल्गुन पूर्णिमा तिथि 24 मार्च को सुबह 9 बजकर 54 मिनट पर शुरू होगी और 25 मार्च को दोपहर 12 बजकर 29 मिनट पर समाप्त (finished) होगी. इसलिए होलिका दहन 24 मार्च रविवार को होगा और रंग वाली होली 25 मार्च को खेली (play)  जाएगी. होली के मौके पर तरह-तरह के व्यंजन बनाए जाते हैं. होली के दिन लोग एक-दूसरे के घर(home) जाते हैं और शुभकामनाओं( best wishes) का आदान-प्रदान करते हैं। घर पर मेहमानों का आगमन होगा। अगर आप भी इस होली पर घर आए मेहमानों को कुछ स्वादिष्ट स्नैक्स खिलाना चाहते हैं तो ये रेसिपी ट्राई (recipes)कर सकते हैं.