PAN 2.0 Project: मोदी सरकार का बड़ा फैसला, QR कोड के साथ बनेगा नया पेन कार्ड,
PAN 2.0 Project: नई दिल्ली: केंद्रीय कैबिनेट ने आज एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए ‘पैन 2.0 Project’ (PAN 2.0 Project) को हरी झंडी दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में 1435 करोड़ रुपये की लागत वाली इस परियोजना को मंजूरी दी गई। इस कदम का उद्देश्य स्थायी खाता संख्या (PAN) को सभी सरकारी डिजिटल सिस्टम (Digital Systems) के लिए एकसमान बिजनेस पहचानकर्ता (Common Business Identifier) (कॉमन बिजनेस आइडेंटिफायर) के रूप में स्थापित करना है।
क्या है पैन 2.0?
पैन 2.0 परियोजना टैक्सपेयर्स (PAN 2.0 Project Taxpayers) को अधिक कुशल तेज़ और सहज सेवाएं प्रदान करने के लिए तकनीकी रूप से सक्षम प्रणाली है। सूचना और प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव (Information and Broadcasting Minister Ashwini Vaishnav) के अनुसार मौजूदा PAN को QR कोड (PAN to QR Code) के साथ उन्नत किया जाएगा जिससे कार्ड को अधिक सुरक्षित और आधुनिक बनाया जा सकेगा। यह अपग्रेडेशन निशुल्क (upgrade free) होगा और मौजूदा PAN नंबर (PAN Number) में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा।परियोजना की मुख्य विशेषताएं
- सिंगल सोर्स डेटा (Single Source Data) : यह प्रणाली डेटा के लिए एकसमान स्रोत प्रदान करेगी जिससे जानकारी की प्रमाणिकता और स्थिरता सुनिश्चित होगी।
- पर्यावरण-अनुकूल प्रक्रियाएं (Eco-friendly processes) : डिजिटल प्रक्रिया से कागज की खपत में कमी आएगी जो पर्यावरण संरक्षण में योगदान देगी।
- किफायती संचालन (Economical Operation) : लागत को कम करते हुए सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार किया जाएगा।
- सुरक्षित इंफ्रास्ट्रक्चर (Secure Infrastructure) : करदाताओं की जानकारी की सुरक्षा को और मजबूत किया जाएगा।
उपयोगकर्ताओं को कैसे होगा लाभ?
- तेज़ सेवा: टैक्सपेयर्स को अब पैन (Taxpayers will now need PAN) और टैन संबंधित सेवाएं तेजी से मिलेंगी।
- डिजिटल अनुभव में सुधार (Improving the digital experience) : पैन/टैन सेवाओं को तकनीकी रूप से उन्नत बनाने के साथ पंजीकरण प्रक्रियाओं को भी सरल किया जाएगा।
- सभी डिजिटल प्रणालियों से लिंक (Links to digital systems) : पैन 2.0 को विभिन्न सरकारी एजेंसियों की डिजिटल प्रणालियों के साथ जोड़ा जाएगा जिससे इसके उपयोग में एकरूपता आएगी।
मौजूदा स्थिति और भविष्य की योजना
वर्तमान में 78 करोड़ से अधिक PAN जारी किए जा चुके हैं जिनमें 98% व्यक्तिगत खाताधारकों को जारी किए गए हैं। पैन 2.0 परियोजना मौजूदा PAN/टैन 1.0 फ्रेमवर्क को उन्नत करते हुए इसे डिजिटल इंडिया के लक्ष्यों के अनुरूप बनाएगी। इस परियोजना का उद्देश्य करदाताओं को बेहतर डिजिटल अनुभव प्रदान करना और सरकारी प्रक्रियाओं को अधिक पारदर्शी और कुशल बनाना है।