Sandalwood cultivation || ये है दुनिया का सबसे महंगा पौधा! 1 एकड़ की खेती में 30 करोड़ की कमाई, जानें कैसे मिलेगा मुनाफा
अगर आप भी अपना खुद का बिजनेस करके मोटी कमाई करना चाहते हैं तो आज हम आपको एक ऐसी खेती के बारे में बताने जा रहे हैं
Sandalwood cultivation || ऐसे में इसके चोरी होने का डर रहता है. इसलिए, आपको पेड़ को जानवरों और अन्य लोगों से तब तक बचाने की ज़रूरत है जब तक कि यह पूरी तरह से तैयार न हो जाए।अगर आप भी अपना खुद का बिजनेस करके मोटी कमाई करना चाहते हैं तो आज हम आपको एक ऐसी खेती के बारे में बताने जा रहे
Sandalwood cultivation || अगर आपके पास जमीन (land) है तो आप इस पेड़ की खेती कर अपना बिजनेस (business ) कर मोटी कमाई (good income) कर सकते हैं. आप रुपये कमा सकते हैं. अधिकांश लोग जमीन या संपत्ति खरीदते हैं और कई लोग अपना खुद का व्यवसाय शुरू करते हैं। चदन की खेती चंदन के पेड़ (sandalwood trees) दो तरह से तैयार किये जा सकते हैं. इसे पहले 8 वर्षों तक किसी बाहरी सुरक्षा की आवश्यकता नहीं होती है। ऐसे में इसके चोरी होने का डर रहता है. इसलिए, आपको पेड़ को जानवरों और अन्य लोगों से तब तक बचाने की ज़रूरत है जब तक कि यह पूरी तरह से तैयार (ready) न हो जाए।
अगर आप भी अपना खुद का बिजनेस (business) करके मोटी कमाई करना चाहते हैं तो आज हम आपको एक ऐसी खेती के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके जरिए आप लाखों नहीं बल्कि करोड़ों की कमाई कर सकते हैं। महंगाई के जमाने में हर कोई नौकरी (job) के साथ-साथ साइड बिजनेस भी करना चाहता है। पहला जैविक तरीके से तैयार किया जाता है और दूसरा पारंपरिक तरीके से तैयार किया जाता है, चंदन के पेड़ को जैविक (organic) तरीके से तैयार करने में लगभग 10 से 15 साल लगते हैं और पारंपरिक तरीके से पेड़ तैयार करने में लगभग 20 से 25 साल लगते हैं।
10-15 पेड़ लगाकर आप 5 से 8 लाख रुपये तक कमा सकते हैं.वहीं, अगर आप 10-15 पेड़ लगाते हैं तो आप साल भर में खूब पैसे कमाएंगे, उसी तरह अगर आप 100 पेड़ (hundred trees) लगाने में सफल हो जाते हैं और उनके बड़े होने पर उनकी लकड़ी बेच देते हैं। हालाँकि, थोड़े धैर्य की आवश्यकता है।दीर्घकालिक लाभ चंदन के पेड़ों का बगीचा लगाने से कुछ ही वर्षों में करोड़पति बन सकते हैं।इसे दीर्घकालिक निवेश (long term investment) के रूप में देखा जा सकता है।चंदन के पेड़ों से मिलने वाले फायदों की तुलना में ये सभी फीके हैं।
सफेद और लाल चंदन
जब चंदन की लकड़ी धीरे-धीरे पकती है, उसमें से सुगंध निकलने लगती है। चंदन की लकड़ी में खुशबू आने से वजन आने लगता है। चंदन के पौधे का वजन समय के साथ बढ़ता है। लाल और सफेद चंदन दो प्रकार के होते हैं। भारत की मिट्टी सफेद चंदन की खेती के लिए सर्वश्रेष्ठ है। मिट्टी का PH यह निर्धारित करता है। आप लाल चंदन लगा सकते हैं अगर पीएच 4.5-6.5 है। अगर पीएच इससे ऊपर है तो सफेद चंदन लगा सकते हैं। जहां सफेद चंदन की खेती की जाती है, हरियाणा, पंजाब सहित उत्तर प्रदेश में मिट्टी का पीएच 7.5 के आसपास है। चंदन 5 से 47 डिग्री तक खेती की जा सकती है।