IAS Success Story || दिहाड़ी करने वाले मजदूर ने किया UPSC में टॉप, जानें फर्श से अर्श तक की कहानी
राम भजन कुमार के घर की हालत इतनी खराब थी कि कुमार को अपनी मां के साथ दिहाड़ी मजदूर के रूप में काम करना पड़ा
- Home
- सुपर स्टोरी
- IAS Success Story || दिहाड़ी करने वाले मजदूर ने किया UPSC में टॉप, जानें फर्श से अर्श तक की कहानी
IAS Success Story || आज हम ऐसे ही एक उम्मीदवार के बारे में बात करेंगे, जिनका नाम राम भजन कुमार है, जो कभी 200 रुपये की दैनिक मजदूरी पर काम करते थे। 10 ने कड़ी मेहनत और लगन से यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास की और अब अधिकारी का पद हासिल करेंगे! उनका बचपन कठिनाइयों और कष्टों से भरा था
![IAS Success Story || दिहाड़ी करने वाले मजदूर ने किया UPSC में टॉप, जानें फर्श से अर्श तक की कहानी](https://pangighatidanikapatrika.in/media-webp/2024-03/pangi-ghati-danik-patrika225.jpg)
IAS Success Story || यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा (upsc civil service examination) भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं (difficult examination) में से एक है। लाखों उम्मीदवार सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी में वर्षों बिता देते हैं। राम भजन कुमार राजस्थान के बापी गांव के रहने वाले हैं। उनकी मां को रहने के लिए कभी उचित आश्रय नहीं मिला। वहीं अधिकांश अभ्यर्थियों (maximum candidates) को परीक्षा में सफल होने के लिए कई प्रयास करने पड़ते हैं। आज हम ऐसे ही एक उम्मीदवार (candidate) के बारे में बात करेंगे, जिनका नाम राम भजन कुमार है, जो कभी 200 रुपये की दैनिक मजदूरी पर काम करते थे। 10 ने कड़ी मेहनत और लगन से यूपीएससी(UPSC) सिविल सेवा परीक्षा पास की और अब अधिकारी का पद हासिल करेंगे! उनका बचपन कठिनाइयों (difficulties) और कष्टों से भरा था।लेकिन अपने घर में चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों के बावजूद, राम भजन ने सभी बाधाओं से लड़ते हुए यूपीएससी परीक्षा में अखिल भारतीय 667वीं रैंक हासिल की।
वे पत्थर तोड़ने का काम कर रहे थे
राम भजन कुमार के घर की हालत (home conditions) इतनी खराब थी कि कुमार को अपनी मां के साथ दिहाड़ी मजदूर के रूप में काम करना पड़ा। वह घंटों पत्थर तोड़ने का काम करता था, जबकि उसकी मां उन्हीं पत्थरों (stone) का भारी बोझ उठाती थी। एक मजदूर के रूप में काम करते हुए, कुमार को हर दिन 5 से 10 रुपये की मामूली आय होती थी। उनके पिता की महामारी के दौरान कोविड-19 से मृत्यु हो गई।![IAS Success Story || दिहाड़ी करने वाले मजदूर ने किया UPSC में टॉप, जानें फर्श से अर्श तक की कहानी](https://pangighatidanikapatrika.in/media-webp/2024-03/pangi-ghati-danik-patrika225.jpg)
दृढ़ संकल्प से यूपीएससी पास किया
अपने आठवें प्रयास में उन्होंने वर्ष 2022 में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा (upsc civil service examination) पास करने का अपना सपना पूरा किया।राम भजन ने अपने परिवार को गरीबी से बाहर निकाला और एक असाधारण उपलब्धि हासिल की।