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Delhi Election Results 2025: दिल्ली चुनावों में बुरी तरह से हारे यह IAS, IPS बनाने वाले ओझाजी ‘राजनीति’ में हुए ‘फेल’

Delhi Election Results 2025: फोटो: PGDP

Delhi Election Results 2025: सिविल सर्विसेज (Civil Services) की तैयारी कराने वाले मशहूर शिक्षक अवध ओझा (Awadh Ojha) राजनीति में अपनी पहली ही कोशिश में असफल हो गए। उन्होंने आम आदमी पार्टी (AAP) के टिकट पर पड़पड़गंज विधानसभा सीट (Patparganj Assembly Seat) से चुनाव लड़ा था, लेकिन बीजेपी (BJP) के उम्मीदवार रविंद्र सिंह नेगी (Ravindra Singh Negi) ने उन्हें 28,072 वोटों के बड़े अंतर से हरा दिया। चुनाव में कुल 13 राउंड की गिनती के बाद रविंद्र सिंह नेगी को 74,060 वोट मिले, जबकि अवध ओझा को 45,988 वोट ही मिल सके। शुरुआती रुझानों में पिछड़ने के बाद सोशल मीडिया (Social Media) पर कई यूजर्स उन्हें ट्रोल करने लगे और मजाकिया अंदाज में कहा गया कि “लगता है सर राजा नहीं बन पाएंगे।

कब शुरू किया राजनीतिक सफर?
अवध ओझा (Awadh Ojha) ने 2 दिसंबर 2024 को आम आदमी पार्टी (AAP) जॉइन की थी। उनके पार्टी में शामिल होने के बाद से ही अटकलें लगाई जा रही थीं कि वह दिल्ली विधानसभा (Delhi Assembly Elections) का चुनाव लड़ सकते हैं। आम आदमी पार्टी ने उन्हें पड़पड़गंज विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया, लेकिन वे चुनाव जीतने में नाकाम रहे। उनकी हार के बाद उनके समर्थकों में निराशा है, लेकिन उनके प्रशंसक अभी भी उन्हें शिक्षा जगत में प्रेरणास्रोत मानते हैं।

अवध ओझा की जीवनी: यूपी के गोंडा से दिल्ली तक का सफर
अवध ओझा (Awadh Ojha) उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के गोंडा (Gonda) जिले से ताल्लुक रखते हैं। उनका पूरा नाम अवध प्रताप ओझा (Awadh Pratap Ojha) है, लेकिन यूपीएससी (UPSC) की तैयारी करने वाले छात्र उन्हें ‘ओझा सर’ के नाम से जानते हैं। बीते 22 वर्षों से वे युवाओं को यूपीएससी (UPSC) और अन्य सिविल सर्विसेज परीक्षाओं (Civil Services Exam) की तैयारी करवा रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी उनकी जबरदस्त फॉलोइंग है और लाखों छात्र उनकी क्लासेस को फॉलो करते हैं।

शिक्षा और संघर्ष: जमीन बेचकर हुई पढ़ाई
अवध ओझा का जन्म 3 जुलाई 1984 को हुआ था। उनके पिता माता प्रसाद ओझा (Mata Prasad Ojha) पेशे से पोस्टमास्टर (Postmaster) थे, लेकिन वे शिक्षा को लेकर काफी गंभीर थे। उन्होंने पहले अपनी पत्नी को पढ़ाकर वकील (Lawyer) बनाया और फिर अवध ओझा को पढ़ने के लिए दिल्ली भेजा। आर्थिक तंगी की वजह से उन्हें अपनी 5 एकड़ जमीन (Land) तक बेचनी पड़ी, ताकि अवध ओझा की पढ़ाई जारी रह सके। अवध ओझा ने यूपीएससी (UPSC) प्रीलिम्स परीक्षा पास कर ली थी, लेकिन मेंस परीक्षा (Mains Exam) में सफल नहीं हो सके। इसके बाद उन्होंने इलाहाबाद (Allahabad) के एक कोचिंग सेंटर (Coaching Center) में पढ़ाना शुरू किया। उनके पास बीए (BA), एमए (MA), एलएलबी (LLB), एमफिल (MPhil) और पीएचडी (PhD) जैसी डिग्रियां हैं।

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