Heart attack ll कान में होने लगे ये समस्या तो समझ जाएं हार्ट अटैक का है इशारा, भूलकर भी ना करें नजरअंदाज
हार्ट अटैक आने से पहले इसके कुछ लक्षण शरीर में पहले ही नजर आने लगते हैं, जिसे अगर समय रहते हमने भाप लिया तो हार्ट अटैक के खतरे को कम किया जा सकता है.
आपको सावधान हो जाना चाहिए, क्योंकि इसके पीछे हृदय की नसें हो सकती हैं। यह हार्ट अटैक के शुरुआती लक्षणों में से एक है।एक शोध के अनुसार, जब वेगस तंत्रिका की कर्ण शाखा में कोई समस्या होती है, तो कान में दर्द और भारीपन हो सकता है।यह समस्या (problem) तब
Heart attack ll लोगों को लगता है कि हार्ट अटैक (heart attack) तुरंत आता है, लेकिन विशेषज्ञों का यह भी मानना है कि हार्ट अटैक (heart attack ) आने से पहले ही शरीर में इसके कुछ लक्षण दिखने लगते हैं, जिन्हें समय रहते भाप लेने से कम किया जा सकता है। इन्हीं में से एक है कान में दर्द, जी हां हार्ट अटैक के शुरुआती लक्षणों में से एक है कान में दर्द (pain) और भारीपन महसूस होना भी एक संकेत है, जिसे हमें बिल्कुल भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।विशेषज्ञों (experts) के अनुसार, कान में दर्द आमतौर पर कम या अधिक वायुदाब के कारण होता है।
कई बार ठंड में भी कान में दर्द होता है, लेकिन अगर आपके कान में अकारण या अक्सर दर्द होता है, कान में भारीपन महसूस (feel) होता है या कान से तरल पदार्थ निकलता है, तो आपको सावधान हो जाना चाहिए, क्योंकि इसके पीछे हृदय की नसें हो सकती हैं। यह हार्ट अटैक के शुरुआती लक्षणों में से एक है।एक शोध के अनुसार, जब वेगस तंत्रिका की कर्ण शाखा में कोई समस्या होती है, तो कान में दर्द और भारीपन हो सकता है।यह समस्या (problem) तब होती है जब दाहिनी कोरोनरी धमनी में रुकावट होती है और यह आगे चलकर दिल के दौरे का कारण बन सकती है।
कान हमारे शरीर के सबसे नाजुक अंगों में से एक माने जाते हैं, जिनका हमें ख्याल (card) रखना चाहिए।सर्दियों में हमें कानों को ढक कर रखना चाहिए और कानों को धूल-मिट्टी के प्रदूषण ( pollution) से बचाने के लिए बाहर जाते समय कानों में रुई डाल सकते हैं।यदि दर्द बना रहता है तो आपको डॉक्टर से मिलना चाहिए।इसके अलावा धूम्रपान (smoking) , उच्च वसायुक्त आहार, मधुमेह, उच्च कोलेस्ट्रॉल, उच्च रक्तचाप (high blood pressure) और मोटापा भी दिल के दौरे से जुड़े हैं, जिन्हें हमें बिल्कुल भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।