Khooni Darwaza: वो खूनी दरवाजा, जहां अंग्रेजों ने 3 मुगल शहजादों को नंगा करके मारी थी गोली, खत्म हो गया था 331 साल का मुगल राज

Khooni Darwaza:  दिल्ली का खूनी दरवाजा ही वह जगह है, जहां 1857 की क्रांति के दौरान ब्रिटिश कमांडर विलियम हडसन ने अंतिम मुगल बादशाह बहादुर शाह जफर के दो बेटों और एक पोते की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसी घटना ने भारत में मुगल साम्राज्य के ताबूत में आखिरी कील ठोक दी थी।

Khooni Darwaza:  भारत पर लगभग 331 सालों तक राज करने वाले मुगल साम्राज्य का इतिहास जितना भव्य रहा है, उसका अंत उतना ही दर्दनाक था। बाबर द्वारा 1526 में स्थापित की गई यह सल्तनत बहादुर शाह जफर-द्वितीय के साथ खत्म हो गई। लेकिन क्या आप जानते हैं कि मुगल वंश के भविष्य का अंत दिल्ली के एक दरवाजे पर हुआ था, जिसे आज भी ‘खूनी दरवाजा’ के नाम से जाना जाता है। यह Mughal history का वो काला पन्ना है, जिसे सुनकर आज भी रूह कांप जाती है।

यह कहानी उस दौर की है, जब देश में 1857 revolt यानी प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की आग धधक रही थी। मेरठ से क्रांतिकारियों का जत्था दिल्ली पहुंचा और उन्होंने बूढ़े हो चुके मुगल बादशाह बहादुर शाह जफर-द्वितीय को अपना सम्राट घोषित कर दिया। बादशाह ने भी अपने बड़े बेटे मिर्जा मुगल को क्रांतिकारियों का कमांडर-इन-चीफ बनाकर अंग्रेजों के खिलाफ जंग का ऐलान कर दिया।

लेकिन कुछ ही महीनों में बाजी पलट गई और 20 सितंबर, 1857 तक अंग्रेजों ने दिल्ली पर दोबारा कब्जा कर लिया। उस वक्त के ब्रिटिश कमांडर विलियम हडसन को पता चला कि Bahadur Shah Zafar अपने परिवार के साथ हुमायूं के मकबरे में छिपे हैं। हडसन ने बादशाह को आत्मसमर्पण करने पर जान बख्श देने का वादा किया, जिसके बाद बादशाह ने खुद को अंग्रेजों के हवाले कर दिया।

इसके ठीक दो दिन बाद, 22 सितंबर 1857 को हडसन ने बादशाह के बेटों मिर्जा मुगल, मिर्जा खिज्र सुल्तान और पोते मिर्जा अबू बक्र को भी हुमायूं के मकबरे से पकड़ लिया। जब उनका काफिला दिल्ली गेट के पास पहुंचा, तो हडसन ने बड़ी ही बेरहमी से तीनों शहजादों को उनके कीमती कपड़े उतारने का हुक्म दिया। इसके बाद उसने अपनी रिवॉल्वर से तीनों को वहीं गोली मार दी। इसी जगह को आज Khooni Darwaza Delhi के नाम से जाना जाता है। हडसन ने शहजादों के शवों को बैलगाड़ी पर रखकर शहर में घुमाया, ताकि दिल्ली वालों के दिलों में दहशत बैठ जाए कि अब यहां सिर्फ अंग्रेजों का राज है।