पाकिस्तानी महिला पर आया चूरू के छोरे का दिल, बाघा बॉर्डर से लाया दुल्हनिया
प्यार को न तो रोका जा सकता है और न ही बांधा जा सकता है। पाकिस्तान के लाहौर की रहने वाली 25 वर्षीय महविश और चूरू के रहमान इसका सबूत हैं
महविश को उसके ससुराल वालों ने बाघा बॉर्डर से उठाया और आज रत्ननगर पुलिस थाने ले गए।वहां पाकिस्तानी दुल्हन से पूछताछ की गई और दस्तावेजों की जांच की गई।मेहविश लाहौर, पाकिस्तान की निवासी हैं।जब वह दो
प्यार (love) को न तो रोका जा सकता है और न ही बांधा जा सकता है। पाकिस्तान के लाहौर (lahur ) की रहने वाली 25 वर्षीय महविश और चूरू के रहमान इसका सबूत हैं।। महविश ने प्यार के लिए अपने 2 बच्चों को छोड़ दिया।रहमान शादीशुदा हैं।उसके दो बेटे हैं।उनकी उम्र 12 और 7 साल है।अपनी पहली शादी (frist marriage) के बाद उसने अपने पति को तलाक दे दिया और दूसरे आदमी से शादी कर ली।
रहमान के परिवार (family) में उनकी पहली पत्नी फरीदा और दो बच्चे हैं।महविश ने अपने सारे बंधन तोड़कर चूरू के पीथिसर गांव के दो बच्चों के पिता रहमान से शादी कर ली और अब वह अपने ससुराल पहुंच गई हैlमहविश को उसके ससुराल वालों ने बाघा बॉर्डर (bagha border) से उठाया और आज रत्ननगर पुलिस थाने ले गए।वहां पाकिस्तानी दुल्हन से पूछताछ की गई और दस्तावेजों की जांच की गई।मेहविश लाहौर, पाकिस्तान की निवासी हैं।जब वह दो वर्ष की थी तब उसकी माँ की मृत्यु हो गयी।करीब 15 साल पहले उनके पिता जुल्फिकार का भी निधन (death) हो गया था।वह 12 साल पहले अपनी बहन साहिमा के साथ इस्लामाबाद आई थी। वह पिछले 10 सालों से ब्यूटी पार्लर में काम कर रही है।उसने दो महीने तक ब्यूटी पार्लर का काम सीखा।उनकी शादी 2006 में बादामी बाग निवासी खुर्रम शहजाद से हुई थी।उसके पहले पति से दो बच्चे हैं।महविश का 2018 में अपने पहले पति से तलाक हो गया था।
2020 में imo पर रहमान को जानना
मेहविश ने बताया कि जब वह अकेली रहती थी तो इमो ऐप (app) पर उसकी मुलाकात 30 वर्षीय रहमान से हुई।दोनों के बीच फोन पर बातचीत होने लगी और वे एक दूसरे के प्यार में पड़ गए।महविश ने अपनी बहन और बहनोई से बात की और रहमान के सामने शादी का प्रस्ताव रखा।प्रपोज करने के तीन दिन बाद मेहविश ने 2022 में वीडियो कॉन्फ्रेंस (video conferencing) के जरिए रहमान से शादी कर ली।उस समय रहमान कुवैत में ट्रांसपोर्ट का व्यवसाय चला रहे थे।वर्ष 2023 में महविश उमरा चली गईं।रहमान भी वहां पहुंचे और दोनों ने मक्का में शादी कर ली।