Chanakya Niti for Haters: आपकी तरक्की से जलने वालों को ऐसे सिखाएं सबक! आचार्य चाणक्य के ये 5 तरीके आएंगे काम

Chanakya Niti for Haters: क्या आपकी सफलता और खुशी देखकर कुछ लोगों को जलन होती है? क्या वे आपकी पीठ पीछे बुराई करते हैं या आपको नीचा दिखाने का कोई मौका नहीं छोड़ते? अगर हां, तो ऐसे लोगों से स्मार्ट तरीके से निपटना बहुत जरूरी है।
 
Chanakya Niti for Haters:

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Chanakya Niti for Haters:  जीवन में सफलता की राह कभी भी आसान नहीं होती। आप चाहे कितने भी ईमानदार, मेहनती और सकारात्मक क्यों न हों, जब आप तरक्की की सीढ़ियां चढ़ने लगते हैं, तो कुछ लोगों की आंखों में आप खटकने लगते हैं। ये वो लोग होते हैं जो आपकी सफलता से जलते हैं और आपको नीचा दिखाने का कोई भी मौका हाथ से जाने नहीं देते। ऐसे में सवाल उठता है कि इन नकारात्मक लोगों से कैसे निपटा जाए? क्या उनसे लड़ना सही है या उन्हें नजरअंदाज करना? इस दुविधा का समाधान हमें सदियों पहले Acharya Chanakya की नीतियों में मिल जाता है। उन्होंने ऐसे ईर्ष्यालु लोगों से निपटने के कुछ ऐसे स्मार्ट और प्रैक्टिकल तरीके बताए हैं, जो आज भी उतने ही कारगर हैं।

1. ऐसे लोगों को पहचानना सीखें
"जो आपकी पीठ पीछे आपकी आलोचना करे, वह आपका सबसे बड़ा शत्रु है।"
चाणक्य के अनुसार, सबसे पहला कदम है ऐसे लोगों की पहचान करना। ये लोग अक्सर आपके दोस्त या करीबी होने का दिखावा करते हैं, लेकिन आपकी तरक्की पर अंदर ही अंदर जलते हैं। वे आपकी हर छोटी-बड़ी गलती को बढ़ा-चढ़ाकर पेश करते हैं और आपकी उपलब्धियों को कम आंकते हैं। ऐसे "आस्तीन के सांपों" को पहचानकर उनसे एक निश्चित दूरी बना लेना ही आपकी पहली जीत है।

2. हर बार प्रतिक्रिया देना जरूरी नहीं
"मूर्खों से बहस करना कीचड़ में पत्थर फेंकने जैसा है, छींटे खुद पर ही आते हैं।"
आचार्य चाणक्य मानते थे कि ऐसे लोगों से बहस करके आप सिर्फ अपनी कीमती ऊर्जा और समय बर्बाद करते हैं। अगर कोई लगातार आपको नीचा दिखा रहा है या आपकी आलोचना कर रहा है, तो हर बार उसे जवाब देना जरूरी नहीं है। कई बार आपकी चुप्पी और शांति उन्हें किसी भी तीखे जवाब से ज्यादा परेशान कर देती है। उन्हें नजरअंदाज करें और अपने रास्ते पर आगे बढ़ते रहें।

3. अपनी सफलता को बनाएं अपना जवाब
"सबसे बड़ा बदला सफलता है।"
चाणक्य की नीति कहती है कि असली जवाब शब्दों से नहीं, बल्कि अपने काम और उपलब्धियों से देना चाहिए। अपनी ऊर्जा उन्हें सबक सिखाने की सोचने में बर्बाद करने के बजाय, खुद को और बेहतर बनाने में लगाएं। जब आपका काम और आपकी सफलता बोलने लगेगी, तो आपसे जलने वाले और आपकी आलोचना करने वाले खुद ही शांत हो जाएंगे। आपकी कामयाबी उनके मुंह पर सबसे करारा तमाचा होगी।

4. सतर्क रहें, लेकिन शांत रहें
"अपने शत्रु को कभी कमजोर नहीं समझना चाहिए।"
जो लोग आपकी तरक्की से जलते हैं, वे अक्सर पीछे से वार करने का मौका ढूंढते हैं। इसलिए, ऐसे लोगों से हमेशा सतर्क रहें, लेकिन अपने मन को शांत रखें। गुस्से में या भावनाओं में बहकर कोई ऐसा कदम न उठाएं जिससे आपकी अपनी छवि खराब हो। उनकी हर चाल पर नजर रखें, लेकिन अपनी गरिमा बनाए रखें।

5. खुद को लगातार मजबूत करें
आचार्य चाणक्य का मानना था कि आपकी सबसे बड़ी ताकत आपका आत्मविश्वास, ज्ञान और चरित्र है। जो लोग आपसे जलते हैं, वे तब तक आपका कुछ नहीं बिगाड़ सकते जब तक आप खुद अंदर से कमजोर न पड़ें। इसलिए, मानसिक, शारीरिक और बौद्धिक रूप से खुद को हर दिन मजबूत बनाते रहें। नई चीजें सीखें, अपनी काबिलियत बढ़ाएं और खुद पर इतना भरोसा रखें कि किसी की नकारात्मकता आप पर असर ही न कर पाए।

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