नई दिल्ली: “जहां चाह, वहां राह” यह कहावत बिहार के भागलपुर के रहने वाले शिवम राज (Shivam Raj) की कहानी पर बिल्कुल सटीक बैठती है। आज इस खबर के माध्यम से हम आपके बिहार के उस युवक के बारे में जानकारी देने जा रहे है जिसे 12वीं कक्षा में सिर्फ 65% अंक मिलने की वजह से उसे ITI कॉलेज में भी दाखिला नहीं मिल पाया था। लेकिन आज वही लड़का अपनी लगन और मेहनत के दम पर दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनी गूगल (Google) में 2 करोड़ रुपये के सालाना पैकेज पर काम कर रहा है। शिवम की यह Success Story उन लाखों युवाओं के लिए एक प्रेरणा है जो अक्सर लगातार असफलताओं के कारण निराश होकर अपने सपने पूरे नहीं कर पाते है।
जब 12वीं के रिजल्ट ने तोड़ा सपना
बिहार के भागलपुर के एक साधारण परिवार से आने वाले शिवम राज का सपना भी आम युवाओं की तरह एक अच्छी नौकरी पाने का था। लेकिन 12वीं की परीक्षा में जब उनके सिर्फ 65% अंक आए, तो उन्हें एक बड़ा झटका लगा। कम नंबरों के चलते उनका एडमिशन किसी अच्छे कॉलेज तो दूर, एक सामान्य से ITI (औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान) में भी नहीं हो पाया। यह उनके जीवन का एक ऐसा मोड़ था जहां कोई भी हिम्मत हार सकता था।
डिग्री नहीं, हुनर पर किया फोकस
लेकिन शिवम ने हार नहीं मानी। उन्होंने किसी तरह मुजफ्फरपुर के एक निजी कॉलेज, एलएन मिश्रा कॉलेज ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट में BCA (बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन) में दाखिला ले लिया। शिवम समझ चुके थे कि अब सिर्फ कॉलेज की डिग्री से काम नहीं चलेगा, उन्हें कुछ ऐसा हुनर सीखना होगा जो उन्हें दूसरों से अलग बनाए। यहीं से उनकी असली यात्रा शुरू हुई। उन्होंने कॉलेज की पढ़ाई के साथ-साथ खुद से कोडिंग (Coding) सीखना शुरू किया। दिन-रात की मेहनत और इंटरनेट की मदद से उन्होंने एक-एक कर 6 अलग-अलग कंप्यूटर प्रोग्रामिंग भाषाओं में महारत हासिल कर ली। उन्होंने अपनी पूरी ऊर्जा अपने स्किल को निखारने में लगा दी।
Google प्रतियोगिता ने खोला किस्मत का दरवाजा
शिवम की मेहनत तब रंग लाई जब साल 2022 में उन्होंने गूगल द्वारा आयोजित एक कोडिंग प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। अपनी असाधारण प्रतिभा के दम पर उन्होंने न सिर्फ इस प्रतियोगिता में भाग लिया, बल्कि इसे जीता भी। उनकी प्रतिभा से प्रभावित होकर गूगल ने उन्हें इंटर्नशिप का ऑफर दिया। इंटर्नशिप के दौरान भी शिवम ने अपने काम से सबको चकित कर दिया, जिसके बाद कंपनी ने उन्हें प्री-प्लेसमेंट ऑफर (PPO) देते हुए 2 करोड़ रुपये के सालाना पैकेज पर नौकरी दे दी।
आज लाखों युवाओं के लिए हैं प्रेरणा
ITI में एडमिशन न ले पाने वाला लड़का आज गूगल के बैंगलोर ऑफिस में एक सफल सॉफ्टवेयर डेवलपर के तौर पर काम कर रहा है। शिवम राज की कहानी यह सिखाती है कि जिंदगी में मिलने वाली शुरुआती असफलताएं अंत नहीं, बल्कि एक नई शुरुआत होती हैं। आपकी मार्कशीट या डिग्री यह तय नहीं कर सकती कि आप भविष्य में क्या बनेंगे, बल्कि आपका हुनर, आपकी लगन और खुद पर विश्वास ही आपकी सफलता की कहानी लिखता है।