Fraud In Himachal || हिमाचल में फर्जी नौकरी का खुलासा, जाली हस्ताक्षर करके सचिवालय में हासिल की क्लर्क-चपरासी की नौकरी
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच की शुरू
एक तरफ जहां नौकरी के लिए युवा और अभ्यर्थी लगातार कड़ी मेहनत करते हैं उसके बाद एग्जाम भरते हैं। एग्जाम भरने के बाद फिर उन्हें नौकरी मिलती है या नहीं मिलती
शिमला: Fraud In Himachal || एक तरफ जहां नौकरी के लिए युवा और अभ्यर्थी लगातार कड़ी मेहनत करते हैं उसके बाद एग्जाम भरते हैं। एग्जाम भरने के बाद फिर उन्हें नौकरी मिलती है या नहीं मिलती यह निर्भर करता है इस बात पर कि वह क्वालीफाई (qualified) कर पाते हैं या नहीं। लेकिन अगर कुछ लोग जालसाजी (fraud ) के तहत भी चपरासी और क्लर्क की नौकरी पाने के लिए इस हद तक गिर जाते है कि जाली हस्ताक्षर कर नौकरी के लिए पेश हुए।
क्या है मामला
हिमाचल प्रदेश सचिवालय में क्लर्क (clerk ) और चपरासी (peon) की नौकरी के लिए दो लोगों द्वारा फर्जी हस्ताक्षर (fraud signature) कर नियुक्ति पत्र देने का मामला (matter) सामने आया है। सचिवालय के उपसचिव ने इस मामले की शिकायत छोटा शिमला पुलिस थाने में करवाई है। सचिवालय के उपसचिव ने पुलिस को दी है। शिकायत में दो लोगों पर क्लर्क और चपरासी की नौकरी के लिए जाली हस्ताक्षर करने करके नियुक्ति पत्र पेश पेश का आरोप लगाया है, वहीं पुलिस ने सचिवालय के उप सचिव की शिकायत के आधार पर आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।
आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज
जानकारी के अनुसार पुलिस थाना छोटा शिमला (chota shimla) में हिमाचल प्रदेश सचिवालय के उपसचिव मनजीत बंसल ने शिकायत दर्ज करवाई है कि पारस पुत्र स्वर्गीय चंद्र मोहन ने चपरासी पद और अजय पुत्र कश्मीर सिंह निवासी पालमपुर कांगड़ा ने क्लर्क पद पर नौकरी हासिल करने के लिए जाली हस्ताक्षर (fraud signature) करके नियुक्ति पत्र पेश किए हैं और नौकरी पाने की कोशिश की। उधर, एएसपी नवदीप सिंह का कहना है कि पुलिस ने सचिवालय के उपसचिव की शिकायत के आधार पर आरोपियों के खिलाफ 419, 465, 468, 471 आईपीसी के तहत मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई (investigation) शुरू कर दी है।