पांगी से सर्जन डॉक्टर विशाल शर्मा का भरमौर स्थानातंरण, सरकार ने तीन दिनों के भीतर ट्रांसफर नहीं रोकी तो होगी भूख हड़ताल
पांगी घाटी के लोगों ने सर्जन डॉक्टर विशाल शर्मा की भरमौर सिविल अस्पताल में ट्रांसफर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने की चेतावनी दी हुई है।
पांगी: हिमाचल प्रदेश सरकार की ओर से वीरवार को सिविल अस्पताल किलाड़ में तैनात सर्जन डॉक्टर विशाल शर्मा का स्थानातंरण भरमौर सिविल अस्पताल में कर दिया हुआ है। इस संबंध में प्रदेश सरकार की ओर से अधिसूचना जारी की गई है। जिसमें करीब 29 डॉक्टरों को हर विधानसभा क्षेत्र में तैनात किया गया है। सर्जन डॉक्टर विशाल शर्मा का स्थानातंरण होने से घाटी के लोगों में आक्रोश फैल गया है। भरमौर में उनकी ट्रांसफर के निर्णय ने घाटी वासियों को चिंता में डाल दिया हुआ है, क्योंकि इससे उनकी स्वास्थ्य सेवाओं पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कुछ महीने पहले प्रदेश सरकार ने 29 विधानसभा क्षेत्रों से डॉक्टरों का चयन आईजीएमसी शिमला में ऑल्टॉसाउट मशीन को ऑपरेट करने और एब्डोमिनिक पेल्विक सोनोग्राफी की ट्रेनिंग दी गई थी। जिनमें डॉक्टर विशाल शर्मा भी शामिल थे। इन डॉक्टरों को IGMC शिमला छह महीने का प्रशिक्षण लिया। इसके बाद वीरवार को सभी डॉक्टरों को संबंधित विधानसभा क्षेत्रों में तैनात किया गया। अब डॉक्टर विशाल शर्मा को भरमौर सिविल अस्पताल में भेजा गया है।सर्जन डॉक्टर विशाल शर्मा के पांगी आने के बाद स्थानीय निवासियों को राहत मिली थी। उनका अनुभव और विशेषज्ञता घाटी में चिकित्सा सेवाओं के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण थे। अब, जब वे भरमौर सिविल अस्पताल में तैनात होंगे, तो स्थानीय लोग सर्जिकल और अन्य चिकित्सा सेवाओं के लिए भटकते रहेंगे। इस स्थिति ने घाटी के निवासियों को एकजुट हो गए है। वहीं प्रदेश सरकार केा तीन दिनों बाद विरोध प्रदर्शन करने की चेतावनी दी हुई है।
भाजपा मंडल पांगी के अध्यक्ष प्रकाश चंद ठाकुर ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश कांग्रेस सरकार ने पांगी घाटी के लोगों की आवाज को अनसुना किया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर तीन दिनों के भीतर डॉक्टर विशाल शर्मा का तबादला रोका नहीं गया, तो मुख्यालय किलाड़ में भूख हड़ताल की जाएगी। इसका खमियाजा प्रदेश सरकार को भुगतना होगा।
पांगी घाटी के निवासियों ने सरकार से मांग की है कि क्षेत्र में चिकित्सा जरूरतें विशेष हैं। एक सर्जन की अनुपस्थिति से मरीजों को गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। सरकार उनकी चिंताओं को गंभीरता से ले और डॉक्टर विशाल शर्मा की तैनाती को यथावत बनाए रखे।डॉक्टर विशाल शर्मा की ट्रांसफर ने स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर गंभीर चिंताएं उत्पन्न कर दी हैं। स्थानीय निवासियों की आवाज़ उठाना और उनकी मांगों का समर्थन करना अत्यंत आवश्यक है। उम्मीद है कि प्रदेश सरकार इस मुद्दे को समझेगी और जल्द ही सही निर्णय लेगी ताकि घाटी के लोग बिना किसी चिंता के स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठा सकें।
क्या कहते है संबंधित विधानसभा क्षेत्र के विधायक
इस संबंध में जानकारी देते हुए भरमौर पांगी विधानसभा क्षेत्र के विधायक डॉक्टर जनक राज ने बताया कि यह बड़े दुख की बात है कि प्रदेश सरकार नए डॉक्टरों की तैनाती देने के बजाय जनजातीय क्षेत्रों में सेवाएं दे रहे डॉक्टरों की ट्रांसफर कर रही है। उन्होंने बताया कि इस प्रकार के निर्णय से घाटी के लोगों की स्वास्थ्य सेवाओं पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। इस मुद्दे को लेकर वह जल्द ही प्रदेश के मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री से बातचीत करेंगे।