पांगी की फास्ट फूड दुकानों में हर महीने हो सैंपलिंग, खाद्य उत्पादों की गुणवत्ता पर उठे सवाल

पांगी की फास्ट फूड दुकानों में हर महीने हो सैंपलिंग, खाद्य उत्पादों की गुणवत्ता पर उठे सवाल

पांगी: जनाजातीय क्षेत्र पांगी के किलाड़ बाजार में फास्ट फूड बेचने वाले दुकानदारों की दुकानो में हरेक महीने सैंपलिंग होनी चाहिए। ताकि वहां पर बिकने वाले खाद्य उत्पादों की गुणवत्ता की जांच हो सके। क्योंकि आमतौर पर देखने को मिलता है कि फास्ट फूड की दुकानों में मक्खी मच्छर खाने की प्लेटों पर भिनभिनाते रहते हैं। ऐसे खाद्य उत्पादों को खाने से लोग बीमार भी पड़ जाते हैं। लेकिन स्वास्थ्य विभाग की तरफ से इन दुकानों में नियमित जांच नहीं की जाती।

इसका खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ता है। किलाड़ विभिन्न सरकारी विभागों के कार्यालयों का मुख्यालय है। ऐसे में 19 पंचायतो के लोग अपने जरूरी कार्य करवाने के लिए रोजाना किलाड़ मुख्यालय पहुंचते हैं। जोकि दोपहर में खाना खाने के लिए या तो फास्ट फूड की दुकानों में जाते हैं। या तो ढ़ाबों में पहुंचते हैं। लेकिन इन दुकानों में सफाई व्यवस्था का हाल काफी बुरा है।

स्थानीय लोगों में मान सिंह, विनोद कुमार, पवन, संजीव कुमार, रोहित और बिटू कुमार ने बताया कि फास्ट फूड की दुकानों में किसी प्रकार की रेट लिस्ट नहीं लगाई जा रही है। लोगों से ये दुकानदार मनमाने दाम वसूल रहे हैं। उनकी दुकानों में प्रशासन को तय दाम की रेट लिस्ट लगानी चाहिए। ताकि ये दुकानदार लोगों से मनमाने दाम नहीं वसूल सके। एसडीएम पांगी रमन घरसंगी ने बताया कि इसको लेकर जैसे ही उनके पास कोई शिकायत आएगी तो नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। कहा कि हरेक माह खाने की दुकानों में फूड इंस्पेक्टर को निरीक्षण करने के लिए निर्देश दिए गए हैं।

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