Chamba Pangi News: पांगी के इस पंचायत के प्रधान का अनोखा कारनामा, Whatsapp पर कर रहा तीन महीने से पंचायत की बैठकें
Chamba Pangi News: पांगी: डिजिटल युग में जहां हर कोई तकनीक का उपयोग कर रहा है, वहीं हिमाचल प्रदेश की पांगी घाटी में ग्राम पंचायत शुण के प्रधान तुरूप चंद ने पंचायत संचालन का एक अलग ही तरीका अपनाया है। घाटी में 4जी नेटवर्क के विस्तार के साथ प्रधान ने व्हाट्सएप के माध्यम से पंचायत की बैठकों का संचालन शुरू कर दिया है। हालांकि, यह तरीका ग्रामीणों के बीच विवाद का विषय बन गया है।
ऐसा ही एक कारनामा पांगी घाटी के ग्राम पंचायत शुण के प्रधान कर कर दिखाया है। पंचायत प्रधान तुरूप चंद पिछले तीन महीने से घाटी से बहार है। और पंचायत में क्या हो रहा है। उसके बारे उसे कोई जानकारी नहीं है। वहीं जैसे-जैसे पंचायती राज विभाग की ओर से ग्राम सभा दिनांक जारी की जाती है। तो पंचायत प्रधान यूपी से Whatsapp के माध्यम से नोटिस लेटर पर साइन करेके पंचायत के ग्रुप में भेजा है। उसी ग्रुप में ग्राम सभा की बैठक की जाती है। यह मामला उस समय उजागर हुआ जब शनिवार को यानी 6 दिसंबर को पंचायत प्रधान की ओर से हिमाचल प्रदेश पंचायती राज अधिनियम 1994 की धारा 5 के तहत पंचायत विभाजन पुनर्गठन को लेकर बैठक बुलाई गई।जब सभी ग्रामीण पंचायत पहुंचे तो पंचायत सचिव ने आदेश किये कि प्रधान घाटी से बहार है। जोकि हमारे साथ Whatsapp ग्रुप के माध्यम से बैठक करेंगे। लेकिन गांव वासियों ने इस बात का विरोध किया। और आवासीय आयुक्त पांगी को ज्ञापन भेजा। जिसमें उन्होंने बताया कि पिछले तीन माह से पंचायत प्रधान नदारद है। और पंचायत में न होने के कारण अभी तक मनरेगा के 100 दिन भी पूरे नहीं हुआ है। वहीं कई लोग पंचायत संबंधित काम करवाने आते है तो उन्हें भी निराश होकर लौटना पड़ता है।
ग्रामीणों में ज्ञान चंद, देशराज, शांता कुमार, चैन सिंह, मनोज कुमार, विकन्द्र कुमार, सेंसर चंद, प्रेम लाल, शाम लाल, कर्म लाल, देवी सिंह, बुधराम, सोनाराम, सहिल, देसराज, पवन कुमार, संजय, कर्मलाल, महात्मा चंद्र चमन लाल ने बताया कि शनिवार को जब पंचायत प्रधान की ओर से बैठक बुलाई गई तो दूरदराज के गांव से भी लोग बैठक के लिए शुण पंचायत पहुंचे। लेकिन पंचायत में प्रधान के बारे में पूछा गया तो सचिव ने बताया कि वह Whatsapp के माध्यम से बैठक करेंगे। इतना ही नहीं इससे पहले तीन माह के बीच हुई ग्राम सभा की बैठक को भी पंचायत प्रधान से Whatsapp पर की हुई है। पंचायत प्रधान तीन माह से पंचायत में न होने के कारण लोगों को अपने कागजी काम व मनरेगा से 100 दिन भी पूरे नहीं कर पा रहे है। ग्रामीणों ने बैठक का विरोध करते हुए शनिवार को पंचायत भवन के बहार प्रधान के खिलाफ नारेबाजी भी की।
इस संबंध में जानकारी देते हुए आवासीय आयुक्त पांगी रमन घरसंघी ने बताया कि पंचायत के ग्रामीणों की ओ से जैसे ही उन्हें लिखित शिकायत मिलती है तो तुरंत खंड विकास अधिकारी पांगी को उक्त प्रधान के खिलाफ उचित कार्यवाही करने के आदेश दिए जाएंगे।