शिमला: हिमाचल प्रदेश में ई-केवाईसी (e-KYC) न करने के कारण राशन कार्ड धारकों को भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। इस वजह से करीब दो लाख 65 हजार राशन कार्ड अस्थायी तौर पर ब्लॉक (blocked) कर दिए गए हैं। इन कार्ड धारकों को सस्ते राशन (cheap ration) का लाभ नहीं मिल पा रहा है, जो कि राज्य के गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण सहारा होता है। फिलहाल, प्रदेश में 80 प्रतिशत राशन कार्ड धारकों ने ई-केवाईसी करवा ली है, लेकिन 20 प्रतिशत लोग अभी भी इसे नजरअंदाज कर रहे हैं, जिसके कारण वे सरकारी योजनाओं से वंचित हो रहे हैं।
राशन कार्ड के ब्लॉक होने से उपभोक्ताओं पर असर
प्रत्येक जिले में राशन कार्ड (ration card) के ब्लॉक होने का आंकड़ा चिंताजनक है। बिलासपुर (Bilaspur) जिले में 22,343, चंबा (Chamba) में 44,550, हमीरपुर (Hamirpur) में 37,095 और कांगड़ा (Kangra) में 72,864 राशन कार्ड ब्लॉक किए गए हैं। इसके अलावा, ऊना (Una) में 48,139, मंडी (Mandi) में 21,243, शिमला (Shimla) में 4,759, किन्नौर (Kinnaur) में 2,164, कुल्लू (Kullu) में 2,147, लाहुल-स्पीति (Lahaul-Spiti) में 5,630, सिरमौर (Sirmaur) में 2,619 और सोलन (Solan) में 1,395 राशन कार्ड ब्लॉक हो गए हैं। यह स्थिति प्रदेश में राशन वितरण में अव्यवस्था का संकेत देती है और गरीब परिवारों के लिए मुश्किलें बढ़ा रही है।
ई-केवाईसी की प्रक्रिया
प्रदेश में ई-केवाईसी (e-KYC) की प्रक्रिया को पूरी करने से राशन कार्ड धारकों की पहचान (identity) सत्यापित होती है और सरकारी योजनाओं का सही तरीके से लाभ सुनिश्चित किया जाता है। अब तक 16 लाख 65 हजार राशन कार्ड धारकों ने इस प्रक्रिया को पूरा कर लिया है, लेकिन दो लाख 65 हजार लोग अभी भी ई-केवाईसी करवाने में नाकाम रहे हैं। खाद्य नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामले विभाग के सह-निदेशक सुरेंद्र सिंह राठौर (Surendra Singh Rathore) का कहना है कि जिन उपभोक्ताओं ने ई-केवाईसी नहीं करवाई, उनके राशन कार्ड को अस्थायी तौर पर बंद कर दिया गया है। यह स्थिति कई परिवारों को राशन की सुविधा से वंचित कर रही है।
राशन कार्ड धारकों के लिए दिशा-निर्देश
यदि आपने अभी तक ई-केवाईसी (e-KYC) नहीं करवाई है, तो आपको तुरंत यह प्रक्रिया पूरी करनी चाहिए, ताकि आप राशन के लाभ से वंचित न रहें। विभाग ने निर्देश दिए हैं कि सभी राशन कार्ड धारकों को जल्द से जल्द अपनी ई-केवाईसी करवा लेनी चाहिए, ताकि उनके राशन कार्ड फिर से सक्रिय हो सकें और वे सस्ते राशन का लाभ उठा सकें। यह एक महत्वपूर्ण कदम है, जो गरीब और जरूरतमंद परिवारों की मदद कर सकता है।
आने वाले समय में समाधान
अब प्रदेश सरकार को इस स्थिति से निपटने के लिए एक स्थायी समाधान पर विचार करना चाहिए, ताकि भविष्य में कोई भी राशन कार्ड धारक इस तरह की कठिनाई का सामना न करे। साथ ही, ई-केवाईसी (e-KYC) के माध्यम से सरकारी योजनाओं के लाभ को पूरी तरह से सुनिश्चित करने के लिए अधिक से अधिक जागरूकता फैलानी चाहिए। इसके अलावा, जो लोग ई-केवाईसी (e-KYC) में समस्याओं का सामना कर रहे हैं, उनके लिए हेल्पलाइन और सुविधा केंद्रों का भी संचालन किया जा सकता है।