Himachal News || केद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने हिमाचल के इस 13 वर्षीय मासूम को दिया नया जीवनदान
अक्षम बालक दक्ष शर्मा की दक्षता को पुनर्स्थापित करते हुए उसे कृत्रिम पैरों का तोहफा दिया है
Himachal News || बच्चे दक्ष शर्मा और उनके परिवार के सदस्यों ने इस अमूल्य उपहार के लिए अपने सांसद अनुराग ठाकुर को धन्यवाद दिया और कहा कि उन्होंने उनके बच्चे और उनके परिवार में
Himachal News || केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण तथा युवा मामले एवं खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर (Anurag Singh Thakur) ने अपनी सामाजिक जिम्मेदारियों के निर्वहन में एक मिसाल कायम की है। उन्होंने घुमारवीं विधानसभा स्थित औहर पंचायत के 13 वर्षीय दिव्यांग बालक दक्ष शर्मा की कार्यक्षमता ( working capacity) को बहाल करते हुए उसे कृत्रिम पैर दिए हैं, जिसके कारण दक्ष आज फिर से अपने पैरों पर खड़ा हो सका है। अन्य लाभार्थियों की तरह दक्ष शर्मा का भी इलाज उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के एक प्रसिद्ध अस्पताल में किया गया, जहां दक्ष शर्मा की 4 दिनों तक पूरी तरह से मुफ्त देखभाल की गई और कृत्रिम पैर (artificial feet) लगाए गए। इसके साथ ही दक्षा की लगातार फिजियोथैरेपी भी की गई जिसके परिणामस्वरूप आज दक्षा शर्मा न केवल अपने पैरों पर खड़ी हैं बल्कि आम बच्चों की तरह आराम से चल और खेल भी सकती हैं।
अमूल्य उपहार के लिए अपने सांसद अनुराग ठाकुर को धन्यवाद दिया
बच्चे दक्ष शर्मा और उनके परिवार के सदस्यों (members) ने इस अमूल्य उपहार के लिए अपने सांसद अनुराग ठाकुर को धन्यवाद दिया और कहा कि उन्होंने उनके बच्चे और उनके परिवार में एक सार्थक बदलाव लाया है जिसके लिए वे हमेशा सांसद के आभारी रहेंगे। अनुराग ठाकुर ने दक्ष को फिर से अपने दोनों पैरों पर खड़ा देखकर खुशी जताई और कहा, "मैं खुद को बेहद भाग्यशाली (lucky) मानता हूं क्योंकि मुझे भगवान श्री राम की सेवा करने का मौका दिया गया है। जब मुझे दक्ष की स्थिति के बारे में बताया गया, तो मुझे उनके प्रति बेहद दया आई और कोशिश की।" उसके लिए कृत्रिम पैर लगवाना। लड़का, दक्ष शर्मा, केंद्रीय विद्यालय में कक्षा 9 का छात्र है और अपने दाहिने पैर से विकलांग था।
जानकारी हमीरपुर सांसद अनुराग सिंह ठाकुर
जैसे ही इस बच्चे के बारे में जानकारी हमीरपुर सांसद अनुराग सिंह ठाकुर (Anurag Singh Thakur) को मिली तो उन्होंने तुरंत उसके जीवन में बदलाव लाने के लिए यह जरूरी कदम उठाया. डॉक्टरों की देखरेख में कृत्रिम पैर लगाए जाने के बाद दक्ष शर्मा और उनका परिवार बेहद खुश था। गौरतलब है कि अनुराग ठाकुर अपने क्षेत्र के दिव्यांगजनों के जीवन में साहस भरने के लिए लगातार ऐसे मानवीय कार्य करते रहे हैं.मैं उसे अपने पैरों पर खड़ा देखकर बहुत खुश (happy) हूं।'