Chamba Pangi News: 5वें दिन भी नहीं हुआ घाटी के समस्याओं का समाधान, सुक्खू सरकार के खिलाफ अनशन जारी
दरअसल पिछले पांच दिनों से चंबा के पांगी में दो जनप्रतिनिधि क्षेत्र की मूलभूत समस्याओं को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे हुए है। लेकिन सरकार के कानों तक अभी तक क्षेत्र की बात नहीं पहुंची हुई है। हर दिन वहीं अधिकारी अनशन स्थल पर पहुंचकर झूठ आश्वासन दे रहे है। लेकिन उन अधिकारियों को क्या पता घाटी की जनता अपने अधिकारों की लड़ाई क्यों लड़ रही है। नवंबर के इस महीने में कड़ाके की ठंड में एक टेंट के नीचे पांगी घाटी की तीस हजार लोगों के जलए लड़ाई लड़ रहे
Chamba Pangi News: पांगी: हिमाचल प्रदेश में जनजातीय क्षेत्रों को अपना दूसरा घर मानने वाले स्वर्गीय राज वीरभद्र की राहों पर चलकर मुख्यमंत्री बने सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू अब उन ही जनजातीय लोगों को भूल गए है। दरअसल पिछले पांच दिनों से चंबा के पांगी में दो जनप्रतिनिधि क्षेत्र की मूलभूत समस्याओं को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे हुए है। लेकिन सरकार के कानों तक अभी तक क्षेत्र की बात नहीं पहुंची हुई है। हर दिन वहीं अधिकारी अनशन स्थल पर पहुंचकर झूठ आश्वासन दे रहे है। लेकिन उन अधिकारियों को क्या पता घाटी की जनता अपने अधिकारों की लड़ाई क्यों लड़ रही है। नवंबर के इस महीने में कड़ाके की ठंड में एक टेंट के नीचे पांगी घाटी की तीस हजार लोगों के जलए लड़ाई लड़ रहे इन दोनों जन प्रतिनिधि दरअसल एक शूण-सेचू बीटीसी सतीश वहीं दूसरा सदस्य पूर्व में पंचायत प्रधान कल्याण सिंह है।
70 साल की आयु में भी पिछले पांच दिनों से भूख हड़ताल पर बैठा हुआ है। वहीं अब हर दिन घाटी के कई संगठन अनशन स्थल पर पहुंकर प्रदेश सरकार का विरोध कर रहे है। वहीं काले झंडे दिखाकर प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की जा रही है। लेकिन अभी तक प्रदेश सरकार की ओर से एक की मांग पर अमल नहीं किया गया है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इन दोनों जनप्रतिनिधि ने घाटी की मांगों को लेकर मोर्चा खोला हुआ है। जिसमें बालन लकड़ी की सब्सिडी जारी करने, पांगी में बिजली व्यवस्था सुचारू, HRTC की खटारा बसें बंद करने इसमें कई समस्याओं को लेकर प्रदेश सरकार के खिलाफ भूख हड़ताल पर बैठे हुए है। वहीं अब हलात यह हो गए है कि हर दिन मेडिकल टीम दोनों सदस्यों का चेकअप कर रही है। 70 साल की आयु में भूख हड़ताल पर बैठ कल्याण सिंह की तबियत खराब हो रही है। वहीं बीडीसी शूण सतीश अपनी 80 साल की बुजुर्ग मां को बीमार हालत में घर छोड़कर घाटी की जनता के लिए लड़ाई लड़ रहा है। अब देखना यह है कि प्रदेश सरकार घाटी की मांगों को पूरा करती है कि नहीं,