PM Mudra Yojana: सस्ती ब्याज पर ₹20 लाख तक लोन, मोदी सरकार की इस स्कीम में हो जाएगा इंतजाम


PM Mudra Yojana: केंद्र सरकार (Central Government) की कई ऐसी शानदार योजनाएं (Schemes) हैं, जिनसे लोगों को अपना कारोबार (Business) शुरू करने या बढ़ाने के लिए अच्छी-खासी रकम मिलती है। इन्हीं में से एक है प्रधानमंत्री मुद्रा योजना। इस योजना में चार अलग-अलग कैटेगरी (Categories) हैं, जिनके तहत कोई भी लाभार्थी (Beneficiary) बेहद कम ब्याज दर (Low Interest Rate) पर ₹20 लाख तक का लोन (Loan) आसानी से ले सकता है। आइए, इन सभी कैटेगरी के बारे में विस्तार से जानते हैं। प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत अब लोन को चार मुख्य कैटेगरी में बांटा गया है, ताकि हर तरह के छोटे-बड़े कारोबार की ज़रूरतें पूरी हो सकें। ये चार कैटेगरी हैं: 'शिशु' (Shishu), 'किशोर', 'तरुण' (Tarun) और 'तरुण प्लस' ।
- शिशु कैटेगरी (Shishu Category): इसमें छोटे और नए कारोबारियों को ₹50,000 (Fifty Thousand Rupees) तक का लोन दिया जाता है। यह उन लोगों के लिए बेहतरीन है जो अपना बिज़नेस पहली बार शुरू कर रहे हैं।
- किशोर कैटेगरी (Kishor Category): यह उन कारोबारियों के लिए है जिन्हें अपने बिज़नेस को थोड़ा और बड़ा करने की ज़रूरत है। इसमें ₹50,000 से ₹5 लाख (Five Lakh Rupees) तक का लोन मिलता है।
- तरुण कैटेगरी (Tarun Category): अगर आपका कारोबार पहले से स्थापित है और आपको विस्तार (Expansion) के लिए ज़्यादा पूंजी (Capital) चाहिए, तो इस कैटेगरी में ₹5 लाख से ₹10 लाख (Ten Lakh Rupees) तक का लोन मिल सकता है।
- तरुण प्लस कैटेगरी (Tarun Plus Category): यह सबसे बड़ी कैटेगरी है, जिसके तहत ₹10 लाख से ₹20 लाख (Twenty Lakh Rupees) तक का लोन दिया जाता है। यह बड़े और बढ़ते हुए बिज़नेस (Growing Business) की ज़रूरतों को पूरा करता है।
ये सभी लोन बैंकों (Banks), गैर-बैंकिंग वित्तीय संस्थाओं (NBFCs), एमएफआई (MFIs) और अन्य वित्तीय संस्थानों (Financial Institutions) के ज़रिए दिए जाते हैं।
किस काम के लिए मिलेगा लोन और क्या है ब्याज दर?
मुद्रा लोन मुख्य रूप से मैन्युफैक्चरिंग (Manufacturing) बिज़नेस (Business) और सर्विस (Service) क्षेत्रों में आपकी वर्किंग कैपिटल (Working Capital) और अन्य वित्तीय ज़रूरतों (Financial Needs) को पूरा करने के लिए दिए जाते हैं। इसमें खेती से जुड़ी गतिविधियां भी शामिल हैं, जैसे मुर्गीपालन (Poultry Farming), डेयरी (Dairy) और मधुमक्खीपालन (Beekeeping)। इन लोन की ब्याज दरें भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) के दिशानिर्देशों (Guidelines) से तय होती हैं, जो बेहद कम रखी गई हैं। इसमें वर्किंग कैपिटल लोन के लिए री-पेमेंट (Repayment) की शर्तें भी काफी लचीली (Flexible Terms) हैं।
लोन वितरण के आंकड़े: कितना मिला फायदा?
सरकार के आंकड़ों के मुताबिक, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना ने बड़े पैमाने पर लोगों को फायदा पहुंचाया है:
- शिशु कैटेगरी (Shishu Category): इस कैटेगरी में कुल 8.21 करोड़ खाते (Accounts) खोले गए, जिनमें ₹2.24 लाख करोड़ की राशि स्वीकृत (Sanctioned) की गई और ₹2.20 लाख करोड़ का ऋण वितरित (Disbursed) किया गया।
- किशोर कैटेगरी (Kishor Category): इसमें 2.05 करोड़ खाते शामिल हैं, जिनके लिए ₹4.09 लाख करोड़ स्वीकृत हुए और ₹3.89 लाख करोड़ का भुगतान (Paid) किया गया।
- तरुण कैटेगरी (Tarun Category): इस कैटेगरी में 45 लाख खाते हैं, जिनमें ₹3.96 लाख करोड़ स्वीकृत हुए और ₹3.83 लाख करोड़ का ऋण वितरित किया गया।
विशेष रूप से, अल्पसंख्यक (Minority) समुदाय के लाभार्थियों को भी इस योजना का भरपूर लाभ मिला है: शिशु कैटेगरी के तहत ₹1.25 लाख करोड़, किशोर के तहत ₹1.32 लाख करोड़ और तरुण के तहत ₹0.50 लाख करोड़ का ऋण दिया गया है। अगर आप भी अपना कारोबार शुरू करना चाहते हैं या उसे बढ़ाना चाहते हैं, तो प्रधानमंत्री मुद्रा योजना आपके लिए एक बेहतरीन अवसर हो सकती है। तो देर किस बात की? अपने नज़दीकी बैंक या वित्तीय संस्थान से संपर्क करें और इस योजना का लाभ उठाएं!