NMEO-Oilseeds : तेल आयात पर निर्भरता होगी कम: प्रधानमंत्री मोदी ने किया NMEO-Oilseeds का शुभारंभ, जानिए क्या है यह योजना
NMEO-Oilseeds :प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशहित में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए NMEO-Oilseeds (नेशनल मिशन ऑन इडिबल ऑयल्स - ऑयलसीड्स) नामक मिशन को लॉन्च किया है। इस मिशन का उद्देश्य भारत को खाद्य तेलों के मामले में आत्मनिर्भर बनाना है,
NMEO-Oilseeds : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशहित में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए NMEO-Oilseeds (National Mission on Edible Oils - Oilseeds) नामक मिशन को लॉन्च किया है। इस मिशन का उद्देश्य भारत को खाद्य तेलों के मामले में आत्मनिर्भर बनाना है, जिससे न केवल देश की कृषि क्षेत्र में उन्नति होगी, बल्कि विदेशी तेलों पर निर्भरता भी कम होगी। यह मिशन देश को आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है, जो भारतीय किसानों और उपभोक्ताओं दोनों के लिए फायदेमंद साबित होगा।
कैबिनेट की मंजूरी
प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में NMEO-Oilseeds (National Mission on Edible Oils - Oilseeds) मिशन को मंजूरी दी गई। इस योजना का मुख्य उद्देश्य देश में खाद्य तेलों के उत्पादन को बढ़ावा देना है, ताकि देश को विदेशी तेलों के आयात पर निर्भर न रहना पड़े। वर्तमान में भारत खाद्य तेलों के लिए बड़ी मात्रा में आयात करता है, जिससे देश की विदेशी मुद्रा का एक बड़ा हिस्सा खर्च हो जाता है। पीएम मोदी ने इस मिशन को लेकर सोशल मीडिया पर भी अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की और इसके विभिन्न फायदों के बारे में बताया।
NMEO-Oilseeds (National Mission on Edible Oils - Oilseeds) के फायदे
NMEO-Oilseeds (National Mission on Edible Oils - Oilseeds) मिशन से न केवल किसानों को सीधा लाभ मिलेगा, बल्कि इससे खाद्य तेलों के उत्पादन में भी वृद्धि होगी। इससे कृषि क्षेत्र में एक बड़ा परिवर्तन आएगा, जहां किसान अधिक मात्रा में तिलहन की फसलों को उगाने के लिए प्रेरित होंगे।मिशन के तहत, किसानों को टिकाऊ कृषि पद्धतियों को अपनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा, जिससे तिलहन की खेती में वृद्धि होगी। इस मिशन का लक्ष्य है कि देश में खाद्य तेलों के उत्पादन को अगले कुछ वर्षों में दोगुना किया जाए, जिससे आयात पर निर्भरता कम हो और देश में ही पर्याप्त मात्रा में तेल उपलब्ध हो सके।
मिशन का उद्देश्य और फंड
मिशन के अंतर्गत, 2024-25 से 2030-31 तक सात साल की अवधि में 10,103 करोड़ रुपये का फंड खर्च किया जाएगा। इसका मुख्य लक्ष्य 2022-23 के 39 मिलियन टन तिलहन उत्पादन को 2030-31 तक 69.7 मिलियन टन तक पहुंचाना है।इस मिशन से किसानों को आर्थिक रूप से भी मजबूती मिलेगी, क्योंकि उन्हें सरकार से सीधा समर्थन मिलेगा। खाद्य तेलों के उत्पादन में आत्मनिर्भरता से देश की आर्थिक स्थिति को भी मजबूती मिलेगी, और विदेशी तेलों के आयात पर निर्भरता घटेगी।
NMEO-Oilseeds (National Mission on Edible Oils - Oilseeds) मिशन देश के किसानों और अर्थव्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है। इससे न केवल तिलहन की फसलों का उत्पादन बढ़ेगा, बल्कि यह भारत को खाद्य तेलों में आत्मनिर्भर बनाने में भी अहम भूमिका निभाएगा। प्रधानमंत्री मोदी का यह कदम कृषि क्षेत्र में स्थायी और दीर्घकालिक विकास सुनिश्चित करने के लिए मील का पत्थर साबित होगा।