BPL Ration Card || इन परिवारों के काटे जा रहे पीले राशन कार्ड, आप भी न करें ये छोटी सी गलती

 चार पहिया वाहन और मकान के रजिस्ट्री धारकों  के नाम काट दिए जाएंगे BPL Ration Card से

सरकारें लगातार इस प्रयास में है कि सरकारी योजनाओं में पारदर्शिता लाई जाए। 8इसी कड़ी में हरियाणा सरकार ने BPL Ration Card धारकों की जांच के दौरान पाए गए अपात्र लोगों के खिलाफ

BPL Ration Card || इन परिवारों के काटे जा रहे पीले राशन कार्ड, आप भी न करें ये छोटी सी गलती
BPL Ration Card || इन परिवारों के काटे जा रहे पीले राशन कार्ड, आप भी न करें ये छोटी सी गलती

BPL Ration Card ||  सरकारें लगातार इस प्रयास में है कि सरकारी योजनाओं (government schemes) में पारदर्शिता (transperency) लाई जाए। इसी कड़ी में हरियाणा सरकार ने BPL Ration Card धारकों की जांच के दौरान पाए गए अपात्र ineligible) लोगों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। कांग्रेस सरकार के समय परिवार पहचान पत्र (identity card) के आधार पर BPL Ration Card जारी किये थे। परिवार पहचान पत्र में दी गई वार्षिक आय (annual income) के आधार पर ही परिवारों को BPL Ration Card के लिए पात्र और अपात्र माना जाता है। इसी के आधार पर कुछ लोगों को बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है।

इंटरनेट के आने से सरकार सभी काम अब पेपरलैस (paper less) कर रही है। अभी तक पीपीपी पोर्टल पर सिर्फ जमीन, चल-अचल संपत्ति का ब्योरा ही अपडेट किया जाता था, लेकिन अब उन परिवारों की जानकारी भी पोर्टल पर अपडेट की जा रही है, जिनके सदस्यों ने अपने नाम पर चार पहिया (four wheeler) वाहन पंजीकृत कराए हैं। अब ऐसे परिवारों को BPL Ration Card की श्रेणी (bpl categorie) से बाहर कर दिया जाएगा और उनके राशन कार्ड काट दिए जाएंगे। (bpl ration card application form) 

BPL Ration Card || इन परिवारों के काटे जा रहे पीले राशन कार्ड, आप भी न करें ये छोटी सी गलती
BPL Ration Card || इन परिवारों के काटे जा रहे पीले राशन कार्ड, आप भी न करें ये छोटी सी गलती
सरकार का कहना है कि जिन लोगों ने अपने नाम पर मकान और प्लॉट की रजिस्ट्री (plot registration) कराई है, उनके BPL Ration Card  काट दिए जाएंगे। इसके लिए सरकार ने शहरों में 100 गज और ग्रामीण इलाकों में 200 गज के मकानों पर छूट दी थी, लेकिन अब यह छूट नहीं मिलेगी। सरकार ने ड्रोन (drone ) से ग्रामीण इलाकों का सर्वे कर संपत्ति की जानकारी हासिल कर ली है। इसी आधार पर अब संपत्ति का मूल्यांकन ऑनलाइन (online )भी किया जा रहा है।