Kangana Ranaut Emergency : ‘इमरजेंसी’ फिल्म से सिख समाज नाराज हो गया है और पंजाब में फिल्म के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं। शिक्षा समाज का कहना है कि फिल्म "इमरजेंसी" में शिक्षा को गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया है।
Kangana Ranaut Emergency : अगले कुछ दिनों में बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत की फिल्म इमरजेंसी सिनेमाघरों में प्रवेश करने वाली है। लेकिन फिल्म रिलीज से पहले कानूनी प्रक्रियाओं में फंस गई है। इसकी रिलीज पर रोक लगाने का आह्वान किया जा रहा है। ‘इमरजेंसी’ फिल्म से सिख समाज नाराज हो गया है और पंजाब में फिल्म के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं। शिक्षा समाज का कहना है कि फिल्म "इमरजेंसी" में शिक्षा को गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया है।
दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट में पंजाब में कंगना रनौत की फिल्म इमरजेंसी की रिलीज पर रोक लगाने की मांग की गई है। वकील इमान सिंह खारा ने हाई कोर्ट में अपील की है। उन्होंने दावा किया कि कंगना रनौत की "इमरजेसी" में शिक्षा को गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया है। पिटीशन पर अगले एक या दो दिन में सुनवाई हो सकती है।
Franchise Business Idea: आज के दौर में हर कोई अपनी आय को बढ़ाने के लिए नए अवसरों की तलाश में रहता है। यदि हम आपको यह बताएं कि एक छोटी सी दुकान या ऑफिस से आप हर महीने लाखों रुपये कमा सकते हैं तो क्या आप यकीन करेंगे? Airtel Payment Bank (APB) की Franchise लेकर यह सपना हकीकत में बदला जा सकता है। Airtel Payment Bank ने भारत में डिजिटल और बैंकिंग सेवाओं को एक नया आयाम दिया है। इसकी Franchise लेकर आप अपने इलाके में बैंकिंग सेवाएं प्रदान कर सकते हैं और अच्छा खासा मुनाफा कमा सकते हैं। आइए जानते हैं कि कैसे Airtel Payment Bank की Franchise आपके लिए एक बेहतरीन बिज़नेस आइडिया बन सकती है। Airtel Payment Bank के फायदे Airtel Payment Bank भारत का पहला पेमेंट बैंक है जो ग्राहकों को जीरो बैलेंस खाता कैशलेस ट्रांजैक्शन्स और डिजिटल बैंकिंग सेवाएं (Cashless transactions and digital banking services) प्रदान करता है। इसके Franchise मॉडल के तहत एयरटेल छोटे दुकानदारों और व्यापारियों को अपने साथ जोड़ता है जिससे वे अपने इलाके में बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध करवा सकें। Airtel Payment Bank की Franchise लेने के कई फायदे हैं: Zero Balance Account: ग्राहक बिना न्यूनतम बैलेंस के खाता खोल सकते हैं। Cashless Transactions: कैशलेस लेन-देन की सुविधा। Additional Services: रिचार्ज बिल भुगतान बीमा और लोन जैसी सेवाएं भी प्रदान की जाती हैं। Airtel Payment Bank Franchise कैसे लें? Airtel Payment Bank (APB) की Franchise लेने के लिए आपको कुछ आसान चरणों का पालन करना होगा: रजिस्ट्रेशन: एयरटेल की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर Franchise के लिए आवेदन करें। आपको अपना नाम मोबाइल नंबर ईमेल और दुकान का पता दर्ज करना होगा। KYC दस्तावेज़: वैध पहचान पत्र (आधार/पैन कार्ड) पते का प्रमाण और व्यवसाय से जुड़े दस्तावेज़ जमा करें। सत्यापन: एयरटेल की टीम आपके आवेदन की जांच करेगी और आपकी दुकान का निरीक्षण करेगी। शुल्क का भुगतान: सत्यापन के बाद निर्धारित शुल्क का भुगतान करें और अपनी Franchise शुरू करें। प्रशिक्षण: आपको सभी सेवाओं के बारे में प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि आप ग्राहकों को बेहतर सेवा दे सकें। छोटी सी जगह हर महीने बंपर कमाई अगर आपके पास अपनी दुकान है या आप किसी लोकेशन पर Franchise Business Idea खोलना चाहते हैं तो Airtel Payment Bank आपके लिए सही विकल्प हो सकता है। यह बिजनेस खासतौर पर छोटे शहरों और गांवों में तेजी से लोकप्रिय हो रहा है क्योंकि इन इलाकों में बैंकिंग सुविधाएं सीमित हैं। एक अनुमान के मुताबिक Airtel Payment Bank की Franchise से आप हर महीने ₹50000 से ₹100000 तक कमा सकते हैं। आपकी आय इन Services पर निर्भर करती है: बीमा पॉलिसी बेचने पर कमीशन। लोन दिलाने पर ₹5000 से ₹10000 तक की कमाई। हर Transaction पर कमीशन आधारित कमाई। नियमित ग्राहकों के साथ समय के साथ आपकी आय और बढ़ती जाती है। APB Franchise Business के लिए पात्रता Airtel Payment Bank की Franchise Business Idea लेने के लिए कुछ आवश्यक शर्तें पूरी करनी होती हैं: आयु सीमा: आपकी उम्र 18 से 70 वर्ष के बीच होनी चाहिए। स्थान: आपके पास 100-200 वर्ग फुट की दुकान...
Optical Illusion: ऑप्टिकल इल्यूजन टेस्ट हमेशा से ही लोगों की मानसिक क्षमता को मापने का मजेदार तरीका रहा है। ऐसे टेस्ट में शामिल तस्वीरें हमारी देखने और सोचने की क्षमता को चुनौती देती हैं। अगर आप भी अपने IQ लेवल को चेक करना चाहते हैं, तो यहां एक मजेदार चैलेंज आपका इंतजार कर रहा है! तेज-तर्रार बनाम सोचने में धीमे लोग कुछ लोग ऐसे होते हैं, जो तुरंत जवाब ढूंढ लेते हैं। लेकिन कई बार, मुश्किल पजल्स अच्छे-अच्छों को परेशान कर देते हैं। इस बार का चैलेंज थोड़ा हटके है। आपको एक तस्वीर में समोसा के बीच छिपा हुआ दूसरा "समोसी" ढूंढना है। लेकिन ध्यान रखें, यह आसान नहीं है! इस चैलेंज को पूरा करने के लिए आपके पास केवल 8 सेकंड हैं। तो तैयार हो जाइए और अपनी नजरों को तेज कीजिए। क्या आपको समोसी दिखा? अगर आपको लगता है कि आप सबसे तेज हैं, तो इसे साबित कीजिए। लेकिन अगर अब तक नहीं मिला, तो निराश न हों। यहां जवाब देखें और अगली बार अपनी तेज नजरों से इसे पकड़ने की कोशिश करें।
शिमला: शिमला से जारी बयान में पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश के लोगों को बार-बार भरोसा देने के बाद भी सरकार पलट गई और गेस्ट टीचर पॉलिसी के तहत शिक्षकों की भर्ती करने का नियम लेकर आई है। गेस्ट टीचर पॉलिसी के तहत शिक्षक छात्रों को घंटे के हिसाब से पढ़ाएँगे। यह बात पहले भी सामने आई थी जिसका प्रदेश के युवाओं ने पुरजोर विरोध किया था जिसके बाद सरकार द्वारा इस पॉलिसी को वापस लेने की घोषणा की गई थी। इसके बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री ने प्रदेश के युवाओं को आश्वस्त भी किया था कि सरकारी ऐसी कोई पॉलिसी नहीं लाएगी जो युवाओं के साथ किसी प्रकार का धोका हो। सरकार की नाकामी के ही कारण प्रदेश में इस सत्र में अभिभावक सरकारी स्कूलों से किनारा कर रहे हैं। यह सरकार की नाकामी है क्योंकि सरकार की प्राथमिकता में प्रदेशवासियों की शिक्षा है ही नहीं। इसीलिए सुक्खू सरकार ने पाँच सौ से ज़्यादा स्कूल बंद कर दिए। नाव के समय कांग्रेस ने बढ़चढ़कर वादे किए। हर साल एक लाख नौकरी देने की गारंटी के बाद भी सरकार युवाओं को घंटे के हिसाब से नौकरी देने का प्लान बना रही है। सरकार द्वारा प्रदेश के युवाओं, छात्रों और अभिभावकों को भरोसा देने के बाद भी इस तरह के कदम उठाना निंदनीय हैं। झूठ बोलकर सरकार चलाना और युवाओं को भरोसे में रखकर उनका भरोसा तोड़ना पाप है। सरकार के दो साल का कार्यकाल बीत चुका है इसलिए अब सरकार सिर्फ जुबानी जमाखर्च के बजाय काम करने पर ध्यान दें। सरकार बताए क्यों घट रहा है सरकारी स्कूलों में एडमिशन नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता में जनहित और शिक्षा नहीं हैं, इसीलिए प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था दिनों दिन खराब होती जा रही है। स्कूलों में बच्चों के ड्रॉप आउट रेट रसातल की तरफ़ जा रहे हैं। समाचारों में प्रकाशित प्रारंभिक शिक्षा विभाग के आंकड़े सुक्खू सरकार की हकीकत बयान करने के साथ-साथ मुख्यमंत्री के झूठ को भी बेनक़ाब कर रहे रहे हैं। प्रदेश में सरकारी स्कूलों में एडमिशन लेने वालों छात्रों की संख्या पूर्व सरकार के मुक़ाबले लगभग आधी रह गई है। हमारी सरकार में सरकारी स्कूलों में जो छात्रों के एडमिशन की हिस्सेदारी 59 प्रतिशत थी जो व्यवस्था पतन वाली सरकार में घटकर 32 पर रह गई है। इसका कारण है कि प्रदेश सरकार अभिवावकों का भरोसा नहीं जीत पाई, उसकी प्रमुख वजह सरकार का शिक्षा पर ध्यान न देना हैं,व्यवस्थाओं का अस्त व्यस्त होना हैं। जब भाजपा सरकार सत्ता में आई थी तो उस समय सरकारी स्कूलों में छात्रों के एडमिशन में हिस्सेदारी 48 प्रतिशत था जिसे हमारी सरकार द्वारा बढ़ाकर 59 प्रतिशत किया था। इसलिए सरकार से निवेदन है कि इधर-उधर की बातें करने के बजाय सरकार संजीदगी से काम करे।
HP Recruitment 2024: हिमाचल प्रदेश सेंट्रल यूनिवर्सिटी (Himachal Pradesh Central University) ने नॉन-टीचिंग (Non-Teaching) के विभिन्न पदों पर भर्ती के लिए आवेदन मांगे हैं। यह भर्ती ग्रुप A, ग्रुप B और ग्रुप C कैटेगिरी के अंतर्गत की जा रही है। इच्छुक और योग्य उम्मीदवार यूनिवर्सिटी की आधिकारिक वेबसाइट www.cuhimachal.ac.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और आवेदन की अंतिम तिथि 22 दिसंबर, 2024 है। उम्मीदवार ध्यान रखें कि अंतिम तिथि के बाद किसी भी आवेदन पत्र को स्वीकार नहीं किया जाएगा। कुल पद और कैटेगिरी हिमाचल प्रदेश सेंट्रल यूनिवर्सिटी द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार, कुल 26 पदों पर नियुक्तियां की जाएंगी। इन पदों का विवरण इस प्रकार है: ग्रुप A: 03 पद ग्रुप B: 08 पद ग्रुप C: 13 पद आवेदन शुल्क यूआर/ओबीसी (NCL)/ईडब्ल्यूएस: ₹1750 एससी/एसटी/पीडब्ल्यूडी/महिला उम्मीदवार: ₹1500 आवेदन प्रक्रिया उम्मीदवार नीचे दिए गए चरणों का पालन करके आवेदन कर सकते हैं: आधिकारिक वेबसाइट www.cuhimachal.ac.in पर जाएं। होमपेज पर "CUH Recruitment 2024" लिंक पर क्लिक करें। अपनी सभी आवश्यक जानकारी भरें। आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें। आवेदन शुल्क का भुगतान करें। आवेदन पत्र को सबमिट करने से पहले उसे अच्छी तरह से जांच लें। आवेदन फॉर्म का प्रिंटआउट भविष्य के संदर्भ के लिए अपने पास रखें। महत्वपूर्ण तिथियां आवेदन शुरू होने की तिथि: अभी शुरू हो चुकी है अंतिम तिथि: 22 दिसंबर, 2024 आवेदन केवल ऑनलाइन माध्यम से स्वीकार किए जाएंगे। सभी दस्तावेज़ और जानकारी सही भरें, क्योंकि किसी भी गलती की जिम्मेदारी उम्मीदवार की होगी। आवेदन से संबंधित कोई भी प्रश्न हो तो आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध अधिसूचना को ध्यानपूर्वक पढ़ें।
PM Kisan 19th Installment : PM KISAN YOJANA केंद्र सरकार द्वारा किसानों के लिए चलाई जाने वाली एक महत्वपूर्ण योजना है। इसके तहत छोटे और सीमांत किसानों को हर साल ₹6000 की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। यह राशि तीन किस्तों में, हर चार महीने के अंतराल पर ₹2000-₹2000 करके डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के माध्यम से सीधे किसानों के बैंक खाते में भेजी जाती है। इस योजना का उद्देश्य किसानों की आय में वृद्धि करना और उन्हें वित्तीय सुरक्षा प्रदान करना है। अब तक मिल चुकी हैं 18 किस्तें PM KISAN YOJANA के अंतर्गत अब तक किसानों को 18 किस्तों का लाभ मिल चुका है। मोदी सरकार ने नए साल 2025 में योजना की 19वीं किस्त (19th Installment ) जारी करने की तैयारी कर ली है। योजना के नियमों के अनुसार, पहली किस्त अप्रैल-जुलाई, दूसरी किस्त अगस्त-नवंबर, और तीसरी किस्त दिसंबर-मार्च के बीच जारी की जाती है। आगामी किस्त जनवरी या फरवरी 2025 में आने की संभावना है, जिससे लगभग 9.30 करोड़ किसानों को लाभ मिलेगा। अधिक जानकारी और अपडेट के लिए किसान PM KISAN YOJANA की आधिकारिक वेबसाइट pmkisan.gov.in पर विजिट कर सकते हैं। बजट 2025-26 में बढ़ सकती है सहायता राशि आने वाले केंद्रीय बजट 2025-26 में PM KISAN YOJANA के तहत दी जाने वाली वार्षिक सहायता राशि (Annual aid amount) को ₹6000 से बढ़ाकर ₹12000 करने की संभावना है। अगर ऐसा होता है, तो यह ग्रामीण और कृषि अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम होगा। इस बढ़ोतरी का सीधा लाभ 9 करोड़ किसानों को मिलेगा। हाल ही में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने किसान यूनियनों और कृषि संगठनों से मुलाकात कर इस विषय पर चर्चा की। उन्होंने सस्ता ऋण उपलब्ध कराने, टैक्स में छूट देने, और PM KISAN YOJANA के तहत आय सहायता को दोगुना करने का सुझाव दिया। PM KISAN YOJANA का ग्रामीण क्षेत्रों में महत्व PM KISAN YOJANA न केवल किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करती है, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी सशक्त बनाती है। किसानों को मिलने वाले ये ₹6000 उनकी खेती-किसानी के साथ-साथ उनके दैनिक खर्चों में मददगार साबित होते हैं। इसके अलावा, सरकार द्वारा ऋण दरों में कटौती और अन्य योजनाओं के साथ इसे जोड़ने का प्रयास, किसानों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने में सहायक है। कैसे करें योजना के लिए आवेदन? जो किसान अभी तक PM KISAN YOJANA का लाभ नहीं ले रहे हैं, वे pmkisan.gov.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। आवेदन प्रक्रिया में आधार कार्ड, बैंक खाता विवरण और जमीन के कागजात जैसे दस्तावेजों की आवश्यकता होती है। आवेदन सफल होने के बाद, किसान को हर चार महीने में ₹2000 की सहायता राशि उनके बैंक खाते में मिलेगी। PM KISAN : कैसे चेक करें लिस्ट में अपना नाम सबसे पहले प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की आधिकारिक वेबसाइट https://pmkisan.gov.in/ पर जाएं। यहां पर farmer corner के नीचे beneficiary list ऑप्शन है, beneficiary list ऑप्शन पर क्लिक करें। नया पेज खुलेगा, इसमें पहले राज्य, फिर जिला, ब्लॉक और गांव का नाम चुनें।मांगी गई सभी जानकारी को भरने के बाद...
8th pay commission: देश में महंगाई दर को ध्यान में रखते हुए हर 10 साल में एक नया वेतन आयोग गठित करने की परंपरा है। पिछली बार 2014 में 7th Pay Commission का गठन किया गया था, जिसकी सिफारिशें 2016 में लागू हुईं। इससे सरकारी कर्मचारियों के वेतन (salaries of government employees) और भत्तों में बड़ी वृद्धि हुई, जिससे उन्हें काफी राहत मिली। अब जबकि 7वें वेतन आयोग (7th Pay Commission) का दस साल का कार्यकाल पूरा हो रहा है, सरकारी कर्मचारी 8वें वेतन आयोग (8th pay commission) के गठन का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। हालांकि, हाल में आई एक रिपोर्ट में कुछ ऐसी बातें सामने आई हैं, जो उन्हें निराश कर सकती हैं। 8वें वेतन आयोग पर सरकार का रुख केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी (Union Minister of State for Finance Pankaj Choudhary) ने संसद में जानकारी देते हुए स्पष्ट किया कि 8वें वेतन आयोग (8th pay commission) के गठन का फिलहाल कोई प्रस्ताव नहीं है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार (Central government) के पास अभी इस दिशा में कोई योजना नहीं है। गौरतलब है कि सरकारी कर्मचारियों के वेतन (salaries of government employees) और पेंशनभोगियों के भत्ते (pensioners allowances) में संशोधन के लिए वेतन आयोग की सिफारिशों को ही आधार माना जाता रहा है। 7वें वेतन आयोग की सिफारिशों ने लाखों कर्मचारियों को लाभ पहुंचाया था, लेकिन फिलहाल 8वें वेतन आयोग (8th pay commission) के गठन की संभावना नहीं दिख रही। नए वेतन समीक्षा तंत्र (Salary review mechanism) की योजना सरकार ने यह संकेत दिया है कि वेतन आयोग की जगह एक नियमित वेतन समीक्षा प्रणाली (Regular Pay Review System) लागू की जा सकती है। वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी (Minister of State for Finance Pankaj Choudhary) ने बताया कि सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों के बाद नए आयोग की आवश्यकता नहीं है। सरकार की योजना के मुताबिक, एक्रोयड फॉर्मूला (Ackroyd Formula) के आधार पर कर्मचारियों के वेतन और भत्तों की समीक्षा की जाएगी। इस प्रक्रिया में महंगाई दर (inflation rate) और मूलभूत जरूरतों को प्राथमिकता दी जाएगी। शिमला लेबर ब्यूरो की भूमिका इस नए तंत्र की निगरानी शिमला लेबर ब्यूरो (Shimla Labour Bureau) द्वारा की जाएगी। विशेषज्ञों का मानना है कि इस प्रणाली से कर्मचारियों को एक नियमित और व्यवस्थित प्रक्रिया के तहत वेतन वृद्धि तंत्र (Salary increase mechanism) का लाभ मिलेगा। हालांकि, सरकार की इस योजना पर अब भी सरकारी कर्मचारियों के बीच मिश्रित प्रतिक्रियाएं हैं।
PAN 2.0 version : भारत सरकार ने फिलहाल पैन 2.0 प्रस्तुत किया है। ऐसे में आपके मन में कई प्रश्न उठेंगे कि यह कैसे काम करेगा और इसके क्या फायदे होंगे। आइए हम आपको बताते हैं कि यह आम आदमी के जीवन में क्या लाभ देगा। यह स्पष्ट है कि सरकार पैन 2.0 को रिहा करके इसे कई उद्देश्यों के लिए लागू कर सकती है। पिछले कुछ दिनों में, पैन के संबंध में लगातार नए अपडेट सामने आ रहे हैं। भारत सरकार ने पैन 2.0 को एक बड़े लक्ष्य को पूरा करने के उद्देश्य से जारी किया है। ऐसे में आपको PAN 2.0 को लागू करने का मूल उद्देश्य पता चलेगा। आखिरकार, इससे आम आदमी और सरकार दोनों का काम आसान होगा। आज एक व्यक्ति के पास कई तरह के रजिस्ट्रेशन होते हैं। इसमें पैन, जीएसटीआईएन, ईपीएफओ नंबर (GSTIN, EPFO Number) शामिल हैं। सभी को अलग-अलग नंबर दिया जाता है। इन सभी आंकड़े देखना आसान नहीं है। ऐसे में एक साझा आइडेंटिफायर संख्या की आवश्यकता होती है। सरकार ने इसे देखा। इसके बाद, पैन 2.0 को एक साझा आइडेंटिफायर संख्या बनाने का फैसला किया गया है। कॉमन आइडेंटिफायर नंबर की मांग काफी समय से जारी है। ऐसे में सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। टैक्सपेयर्स और उद्यमियों को इससे फायदा होगा। PAN अब एक आम पहचान बन जाएगा। इससे कई अलग-अलग पहचानों को याद नहीं रखना पड़ेगा। टैक्सपेयर्स और बिजनेसमैन इससे फायदा उठाएंगे। GST फाइलिंग, कॉर्पोरेट पंजीकरण और आयकर सेवाओं में PAN का उपयोग किया जाएगा। इससे काम करना आसान होगा। PAN 2.0 में TAN जैसी कोई अतिरिक्त पहचान संख्या नहीं होगी। इसके अलावा, आधार और GSTN सिस्टम PAN को लिक करेंगे। इससे रिफंड, अनुमोदन और फाइलिंग की प्रक्रियाएं जल्दी हो सकती हैं। अब तीन अलग-अलग पोर्टल्स (Protean e-Gov Portal, UTIITSL Portal और e-Filing Portal) एक ही पोर्टल पर काम करेंगे। इस सिस्टम से सुरक्षा बढ़ सकती है। इस तरह से व्यक्तिगत जानकारी की सुरक्षा भी बढ़ जाएगी।
SIM Card Rule Change 2025: आज हर किसी के हाथ में मोबाइल फोन है। व्यक्ति मोबाइल के बिना कुछ भी नहीं है। यदि किसी व्यक्ति का मोबाइल एक मिनट के लिए भी बंद हो जाता है, तो बहुत बुरा होता है। लेकिन 1 जनवरी से लाखों सिम रार्ड (Millions of SIM cards) बेकार हो जाएंगे। इसके बावजूद, अभी तक इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। लेकिन सूत्रों का कहना है कि टेलीकैम कंपनी से जानकारी की मांग की गई है। दूरसंचार विभाग (DoT) ने पिछले साल सिम-कार्ड वेरिफिकेशन (SIM-card verification) का समय सीमा निर्धारित किया था। अब वह समाप्त हो गया है, इसलिए लगभग लगता है कि 1 जनवरी से लाखों सिमकार्ड पर कैंची (millions of sim cards cut) चलना तय है। क्या नियम है? दूरसंचार विभाग ने कहा कि भारत का कोई भी नागरिक अपने नाम से नौ सिम कार्ड रख सकता है। जबकि जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) और पूर्वोत्तर में छह सिम होने चाहिए। विभाग ने बताया कि एक आईडी पर 9 से अधिक सिम लगाना गैरकानूनी होगा। ऑनलाइन फ्रॉड (Online Fraud) और आपत्तिजनक कॉल (Offensive call) को रोकने के लिए ऐसा किया गया है। दूरसंचार विभाग अवैध सिम कार्ड (telecom department illegal sim card) रखने वालों को सिम कार्ड रद्द करने की योजना बना रहा है। जनवरी में अवैध सिम कार्ड (Invalid SIM card) पहले से ही प्रतिबंधित थे। अब भी खबरें हैं कि लाखों अवैध सिम कार्डों (Lakhs of illegal SIM cards) को बंद कर दिया जाएगा। ये नियम लागू होंगे 9 से अधिक सिम चलाने वाले व्यक्ति को 30 दिनों में आउटगोइंग कॉल (outgoing call) और 45 दिनों में इनकमिंग कॉल बंद करने का आदेश दिया गया है। साथ ही, दूरसंचार विभाग दो महीने या छह० दिन के अंदर सिम को पूरी तरह से डिएक्टीवेट (Deactivate) करने की योजना बना रहा है। हालाँकि, विभाग ने पहले भी कई बार स्वयं सिम कार्ड बंद (SIM card locked) करने की अपील की है। DoT ने कहा कि अगर लॉ इन्फोर्समेंट एजेंसी (Law enforcement agency) या बैंक या अन्य बैंक से मोबाइल नंबर की शिकायत मिलती है, तो ऐसे सिम की आउटगोइंग और इनकमिंग (Outgoing and incoming) कॉल (Outgoing and incoming calls) को पांच दिनों में बंद करने का आदेश दिया गया है।
हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार (Congress Government of Himachal Pradesh) ने "सरकार जनता के द्वार" कार्यक्रम शुरू किया है, जिसका उद्देश्य मुख्यमंत्री, मंत्री और अधिकारी दूरदराज के इलाकों में जाकर लोगों की समस्याएं सुनें।
Mercedes-Benz EQS 450 Launch Date: Mercedes-Benz EQS 450 का डिज़ाइन और इंटीरियर बेहद शानदार है। इसमें ब्लैंक्ड-ऑफ ग्रिल दी गई है, जो फ्रंट बंपर तक एक्सटेंड होती है। इस गाड़ी में 21-इंच के अलॉय व्हील्स और एयर कंट्रोल प्लस जैसे फीचर्स दिए गए हैं। इस कार का इंटीरियर किसी लग्जरी अनुभव से कम नहीं है।
PM Awas Yojana Online: पहले चरण (PMAY 1.0) में 3026 लाभार्थियों की सूची विभाग को भेजी गई थी। लेकिन नए सर्वे और योजना में बदलाव के बाद अब PM Awas Yojana 2.0 के तहत 900 लाभार्थियों का चयन किया गया है।
LIC Bima Sakhi Yojana: भारतीय जीवन बीमा निगम (Life Insurance Corporation of India) ने महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने और उनके लिए आय के नए अवसर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से बीमा सखी योजना (Bima Sakhi Yojana) की शुरुआत की है। इस योजना का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया।
फोन पर लगातार एक्टिव रहने के कारण इसकी कीमत हमें चुकानी पड़ती है. जैसे नींद, मानसिक स्वास्थ्य और यहां तक कि व्यक्तिगत संबंधों को भी प्रभावित करता है.
चंबा: चंबा को वाया जोत कांगड़ा क्षेत्र से एनएच के माध्यम से जोड़ने की मांग क्षेत्र के लोगो ने उठाई है। चंबा के लोगो ने यह मांग सांसदों के माध्यम से केंद्रीय नेतृत्व के समक्ष उठाने बीबीकी बात कही है। जिलावासियों का कहना है कि पठानकोट के अलावा कांगड़ा क्षेत्र से भी जिला चंबा का एनएच से जुड़ना संपूर्ण जिले के विकास के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। जिला मुख्यालय से कांगड़ा, शिमला आदि निकलने के लिए यह सड़क वाया दुनेरा की अपेक्षा कम समय लेती है।वर्तमान में लाहडू तक डबल लेन का कार्य चल रहा है अगर जोत मार्ग पर थोड़ा और सुधार हो जाए तो चंबा के लिए बेहतर होगा। 2016 में इस मार्ग को एनएच की सेधांतिक मंजूरी मिली थी पर आज तक एनएच घोषित नहीं हो पाया जोकि जिला के विकास के लिए बेहद जरूरी है। जिला चंबा को नैनिखड मार्ग के अलावा वाया जोत की तरफ से एनएच से जोड़ा जोड़कर पर्यटन के क्षेत्र में भी उभारा जा सकता है क्योंकि खराब सड़को और अत्यधिक दूरी के चलते पिछड़ापन हटाना अभी तक चुनौती बना हुआ है। हाल ही में राज्य सभा सांसद ने पांगी तक एनएच बनाने की प्रधानमंत्री से मांग रखी पर यह मांग चंबा से रखी जोकी तर्कसंगत नहीं है जबकि गडकरी द्वारा घोषित सेधांतिक हाईवे द्रमन जोत चंबा पांगी तक है ।जिला के लोगों विजय वर्मा, विनीत पुरी,अजय सिंह बीजलवान,नवीन सिंह ठाकुर,प्रवेश सिंह ,बलवान ठाकुर, बलकार सिंह,पूर्ण शर्मा ,मनजीत ठाकुर ने लोकसभा सांसद और राज्य सभा सांसद से इस विषय पर गंभीरता दिखाने की मांग की है
चंबा: हिमाचल प्रदेश में आर्थिक संकट के चलते लोक निर्माण विभाग (PWD) के ठेकेदारों को 21 नवंबर से भुगतान पर प्रदेश सरकार की ओर से रोक लगा दी गई है। भुगतान पर रोक लगने के कारण प्रदेश के करीब पांच हजार पंजीकृ़त ठेकेदारों को अपने मजदूरों के वेतन का भुगतान करने में काफी दिक्कतों का समना करना पड़ रहा है। दिया गया है। इस फैसले से प्रदेश के लगभग 5000 पंजीकृत ठेकेदारों (Registered Contractors) को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। कई ठेकेदारों की स्थिति इतनी खराब हो चुकी है कि काम बंद करने की तैयारी में हैं। उधर चंबा जिले के जनजातीय क्षेत्र पांगी में ठेकेदारों (Contractors in tribal area Pangi) के भुगतान रुकने के कारण मजदूरों के वेतन भुगतान न होने के कारण ठंड में लेबर पांगी में भटक रही है। शनिवार को मुख्यालय किलाड़ (Headquarter Killar) में एक निजी भवन में रुकी यूपी व बिहार के मजदूरों ने बताया की वह धरवास-सुराल व साच घराट- हिलूटवान सड़क पर एक ठेकेदार के साथ काम करते है। लेकिन ठेकेदार की ओर से उनके वेतन नहीं देने पर उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ठेकेदारों के 820 करोड़ रुपए अटके PWD को ठेकेदारों के करीब 820 करोड़ रुपये का भुगतान करना है। इनमें से 'ए' श्रेणी के कई ठेकेदारों के 50 लाख से अधिक के बिल लंबित हैं। ठेकेदार लगातार PWD इंजीनियरों और विभागीय मंत्रियों से संपर्क कर रहे हैं, लेकिन ट्रेजरी से भुगतान न मिलने के कारण कोई समाधान नहीं हो रहा।हिमाचल प्रदेश कॉन्ट्रैक्टर एसोसिएशन के महासचिव संदीप चंदेल ने बताया कि मजदूरों और स्टाफ को पेमेंट न दे पाने की वजह से अब ठेकेदार काम बंद करने की स्थिति में हैं। केवल 10-15 हजार रुपये की छोटी पेमेंट हुई है, जबकि बड़े बिल अटके हुए हैं। यदि यह समस्या जल्द हल नहीं हुई, तो विकास कार्य ठप हो सकते हैं, क्योंकि PWD, जल शक्ति विभाग और बिजली बोर्ड के अधिकांश काम ठेकेदारों के माध्यम से ही पूरे किए जाते हैं। PWD के प्रमुख अभियंता (ENC) एनपी सिंह ने बताया कि विभाग ठेकेदारों के बिल तैयार करके ट्रेजरी को भेज रहा है। विभाग के स्तर पर किसी भी बिल को नहीं रोका जा रहा है।
वाइल्डलाइफ़ प्रॉटेक्शन एक्ट 1972 (Wildlife Protection Act 1972) के तहत जंगली मुर्गे का शिकार प्रतिबंधित है। यह पक्षी हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के 3000 फीट से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में पाया जाता है। इस मुद्दे को लेकर सोशल मीडिया (Social media) पर तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।
Mini Business Ideas: सही बिजनेस आइडिया वह बिजनेस के लिए फाइनेंसिंग हेल्प (Financing Help) न होने के कारण अपना बिजनेस शुरू नहीं कर पाते हैं आज हम आपको बेहद खास कम बजट से शुरू होने वाले बिजनेस आइडिया (business idea) के बारे में जानकारी देने जा रहा है जिन्हें आप कम बजट में कर सकते हैं
Jio New Year Welcome Plan 2025 : जियो ने अपने प्रीपेड यूजर्स (Prepaid Users) के लिए नया Jio New Year Welcome Plan 2025 लॉन्च किया है। यह लिमिटेड टाइम ऑफर (Limited Time Offer) 11 दिसंबर 2024 से 11 जनवरी 2025 तक उपलब्ध रहेगा। इस प्लान में कंज्यूमर्स को अनलिमिटेड कॉलिंग (Unlimited calling,) डेटा, और SMS जैसे शानदार बेनिफिट्स के साथ-साथ एडिशनल डिस्काउंट्स (Additional Discounts) भी दिए जा रहे हैं। प्लान की डिटेल्स और कीमत प्लान का नाम: Jio New Year Welcome Plan 2025 कीमत: ₹2025 वैलिडिटी: 200 दिन डेटा: रोजाना 2.5GB हाई-स्पीड डेटा कुल 500GB डेटा अनलिमिटेड 5G डेटा अनलिमिटेड वॉयस कॉलिंग: सभी नेटवर्क पर डेली SMS: 100 SMS प्रति दिन एडिशनल बेनिफिट्स: JioTV, JioCinema, और JioCloud का फ्री एक्सेस (प्रीमियम JioCinema एक्सेस ₹29/महीना अतिरिक्त) एडिशनल ऑफर्स कंपनी इस प्लान के साथ ₹2150 के अतिरिक्त लाभ दे रही है, जिसमें शामिल हैं: Ajio कूपन: ₹500 की छूट, ₹2500 की शॉपिंग पर। Swiggy डिस्काउंट: ₹150 की छूट, ₹499 के न्यूनतम ऑर्डर पर। EaseMyTrip डिस्काउंट: ₹1500 की छूट फ्लाइट बुकिंग पर। प्लान क्यों है खास? यह प्लान उन लोगों के लिए आदर्श है, जो लंबी वैलिडिटी के साथ किफायती और व्यापक बेनिफिट्स चाहते हैं। 400 रुपये की सालाना बचत: कंपनी के मुताबिक, इस प्लान से यूजर्स को सालाना ₹400 की बचत होगी। डेली 2.5GB डेटा: हाई-स्पीड इंटरनेट के साथ आपके डिजिटल अनुभव को और बेहतर बनाता है। लिमिटेड टाइम ऑफर: केवल 11 जनवरी 2025 तक उपलब्ध।
Chamba Pangi News: सिविल अस्पताल किलाड़ में मौजूदा समय में तीन ओपीडी चलाई जाती हैं, लेकिन शुक्रवार को इनमें से किसी भी ओपीडी में समय पर डॉक्टर उपलब्ध नहीं थे।
UP Government Scheme: उत्तर प्रदेश सरकार लगातार आम जनता और किसानों के हित में नई-नई योजनाएं लेकर आ रही है। योगी सरकार ने इस बार किसानों के लिए 2025 में ऐसी सौगात दी है, जो उनके जीवन को आर्थिक मजबूती देने के साथ-साथ उन्हें आत्मनिर्भर बनाने में सहायक होगी। योगी सरकार ने नए साल 2025 के लिए किसानों को गोरखपुर-शामली एक्सप्रेसवे (Gorakhpur-Shamli Expressway) का तोहफा दिया है। यह प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे (Gorakhpur-Shamli Expressway) होगा, जो न केवल यातायात को सुगम बनाएगा बल्कि किसानों की आय बढ़ाने में भी अहम भूमिका निभाएगा। किसानों की तरक्की और विकास का नया कदम UP Government Scheme: गोरखपुर-शामली एक्सप्रेसवे (Gorakhpur-Shamli Expressway) न केवल प्रदेश की कनेक्टिविटी को बेहतर करेगा, बल्कि किसानों को रोजगार और भूमि के बेहतर दाम भी उपलब्ध कराएगा। सड़क किनारे बनने वाले फूड जॉइंट्स, पेट्रोल पंप और कार रिपेयर सेंटर जैसे व्यवसाय किसानों के लिए आय का नया स्रोत बनेंगे। विशेषताएं जो इसे खास बनाती हैं लंबाई और प्रभाव: यह एक्सप्रेसवे 700 किलोमीटर लंबा होगा और प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे होगा। समय की बचत: गोरखपुर से शामली की यात्रा का समय 16 घंटे से घटकर 8 घंटे हो जाएगा। किसानों को लाभ: बेहतर कनेक्टिविटी से किसानों को अपने उत्पाद बाजार तक जल्दी और कम खर्च में पहुंचाने का मौका मिलेगा। पूर्वांचल से लेकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश (Western Uttar Pradesh) तक की कनेक्टिविटी (Connectivity) में इस एक्सप्रेसवे (Expressway) के जरिए बड़ा सुधार होगा। इससे प्रदेश के विकास की रफ्तार और तेज होगी। गोरखपुर-शामली एक्सप्रेसवे (Gorakhpur-Shamli Expressway) किसानों के लिए एक वरदान साबित होगा। उनकी जमीन की कीमतें बढ़ेंगी रोजगार के नए अवसर (New employment opportunities) मिलेंगे और उनकी आमदनी में बढ़ोतरी होगी।