New Education Policy || अगले साल से बंद हो जाएंगे बीएड समेत ये कोर्स ! अब टीचर बनने के लिए करना पड़ेगा ये नया कोर्स, क्या आपको अभी तक नहीं पता?
देश में पूर्ण रूप से लागू की जाएगी नई शिक्षा नीति
देश की प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद एनसीटीई ने अगले साल से 4 साल की बीएबीएड और बीएससी बीएड पाठ्यक्रम बंद करने का फैसला लिया है।
New Education Policy || देश की प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद एनसीटीई ने अगले साल से 4 साल की बीएबीएड और बीएससी बीएड पाठ्यक्रम बंद करने का फैसला लिया है। इसके स्थान पर नया एकीकृत शिक्षक शिक्षा कार्यक्रम आईटीईपी लागू होगा।। इस कार्यक्रम के लागू होने से देश की शिक्षा नीति में एक नया आयाम स्थापित होगा और देश में शिक्षा के क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित होंगे।
इस नीति निर्धारण का खास पहलू यह रहेगा कि इसमें सालाना पाठ्यक्रम का पूरा सिलेबस बदल दिया जाएगा। बीए और बीएससी के अलावा अब बीकॉम के छात्र भी अब B.Ed कर पाएंगे। साथ ही आईटीईपी में सेमेस्टर सिस्टम को लागू किया जाएगा। एनसीटीई ने नई शिक्षा नीति के अंतर्गत यह बदलाव किया है जिसके तहत अब बीकॉम करने वाले छात्र भी बीएड कर पाएंगे। केंद्र सरकार अब नई शिक्षा नीति के तहत नए शिक्षक तैयार करेगी जो आने वाले समय में बच्चों को नए तरीके से शिक्षा प्रदान करेंगे।एनसीटीई ने इस संबंध में 5 फरवरी को आम अधिसूचना जारी की है इसके अनुसार वर्तमान में चल रहे बीए बीएड और बीएससी बीएड पाठ्यक्रम का शैक्षणिक सत्र 2024 -25 अंतिम वर्ष है। वर्ष 2025 -26 से इन पाठ्यक्रमों में प्रवेश नहीं होगा। वर्ष 2025- 26 से आईटीईपी लागू किया जाएगा जिसकेतहत नई शिक्षा नीति लागू होगी। शिक्षक प्रशिक्षण संस्थानों को एनसीटीई की वेबसाइट पर जाकर नए पाठ्यक्रम के लिए 5 मार्च तक ऑनलाइन आवेदन करना होगा। 5 मार्च के बाद इसके लिए आवेदन नहीं किया जा सकता है।
2 वर्षीय बीएड कार्यक्रम चलता रहेगा
प्रोफेसर अशोक भार्गव ने इस बारे में बताया कि दो वर्षीय बीएड पाठ्यक्रम को बंद करने का अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है ना ही इसके बारे में कोई अधिसूचना जारी हुई हैम 2 वर्षीय पाठ्यक्रम अभी 2030 तक चलता रहेगा लेकिन 2030 के बाद विद्यालय में वही व्यक्ति शिक्षक बन सकेगा जिसने 4 वर्षीय शिक्षक शिक्षा पाठ्यक्रम का प्रशिक्षण प्राप्त किया होगा उसे ही सरकारी नौकरी प्राप्त करने का मौका मिलेगा और उसे ही बच्चों को बढ़ाने का मौका मिलेगा।