High Paying Jobs || टॉप 5 नौकरियां, भारत में पांच नौकरियां ऐसी है जिनमें मिलती है 5 लाख रुपये महीने की सैलरी
High Paying Jobs || सब लोग अच्छी और आरामदायक जीवन जीने के लिए बड़ी सैलरी वाली नौकरी करना पसंद करते है। वहीं आज के इस दौर में जहां युवा नौकरी के करने के लिए महेनत कर रहे है, लेकिन पांच लाख तो छोड़ो उन्हें पांच हजार की नौकरी भी नहीं मिल पाती है।
High Paying Jobs || सब लोग अच्छी और आरामदायक जीवन जीने के लिए बड़ी सैलरी वाली Jobs करना पसंद करते है। वहीं आज के इस दौर में जहां युवा Jobs के करने के लिए महेनत कर रहे है, लेकिन पांच लाख तो छोड़ो उन्हें पांच हजार की Jobs भी नहीं मिल पाती है। वहीं आज हमें भारत की पांच ऐसी नौकरियों के बारे में जानकारी देने जा रहे है जिसमें आपको हर महीने पांच लाख रूपये का महीना मिलता है। यह Jobs कोई नेताओं की नहीं है बकि प्राईवेट व सरकारी नौकरियां है। इन नौकरियों को हर कोई करना चाहते है। लेकिन बहुत कम पदों पर चार-पांच लाख रुपये प्रति महीने का वेतन मिलता है।
मशीन शिक्षा इंजीनियर || High Paying Jobs ||
मशीन लर्निंग इंजनियर्स वास्तविक दुनिया के चुनौतियों को हल करते हैं, मशीन लर्निंग मॉडल बनाकर और प्रसारित करके। भारत सहित पूरी दुनिया में मशीन लर्निंग इंजीनियरों की बहुत कमी है। मशीन लर्निंग इंजीनियर्स का औसत वेतन पांच से दसवीं लाख रुपये प्रति महीने है। मशीन लर्निंग इंजीनियर बनना चाहते हैं तो आपको कंप्यूटर साइंस में मास्टर डिग्री या पीएचडी डिग्री होनी चाहिए।आरआई इंजीनियर || High Paying Jobs ||
AI इंजीनियर्स सेल्फ ड्राइविंग कार से लेकर मेडिकल टेक्नोलॉजी में AI सिस्टम बनाते हैं। AI इंजीनियर्स की भी बहुत मांग है। एक अनुभवी AI इंजीनियर पांच लाख से पंद्रह लाख रुपये प्रति माह का वेतन पा सकता है।
काउंटर आर्किटेक्ट || High Paying Jobs ||
क्लाउड आर्किटेक्ट का काम है विशिष्ट क्लाउड सॉल्यूशन्स बनाना और ग्राहक की आवश्यकताओं को पूरा करना। एक अनुभवी क्लाउट आर्किटेक्ट महीने में 5 से 10 लाख रुपये पाता है। आज के डिजिटल युग में क्लाउट आर्किटेक्टों की बहुत मांग है। क्लाउड आर्किटेक्ट बनने के लिए कम से कम कंप्यूटर साइंस में डिग्री होनी चाहिए।
निवेश बैंकर High Paying Jobs ||
इन्वेस्टमेंट बैंकर की सैलरी पांच लाख रुपये से शुरू होकर पच्चीस लाख रुपये तक जा सकती है। इन्वेस्टमेंट बैंकिंग में करियर बनाने के लिए बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन या फाइनेंस में बैचलर्स डिग्री होनी चाहिए। इनवेस्टमेंट बैंकिंग में मास्टर डिग्री, एमबीए, फाइनेंस, सीए, खर्च एंड मैनेजमेंट अकाउंटेंसी, कंपनी सेक्रेटरी या सीएफए की डिग्री भी चाहिए।