गजब! गोल्ड छोड़िए, इस चीज में करें निवेश, डेढ़ साल में ही छप्पड़फाड़ कमाई !
नई दिल्ली: अगले डेढ़ वर्ष में चांदी 1.5 लाख रुपए प्रति किलोग्राम तक पहुंच सकती है। Experts इसे सबसे अच्छा निवेश विकल्प मानते हैं। उन्हें लगता है कि इस वर्ष चांदी की मांग 1.2 बिलियन औंस तक पहुंच सकती है। सोलर एनर्जी बाजार से सिल्वर की मांग बढ़ने की उम्मीद है। 2027 तक सोलर उत्पादकों को अभी से 20 प्रतिशत अधिक सालाना सोना की आवश्यकता होगी। चांदी में निवेश करने से क्या लाभ मिल सकता है?
चांदी में निवेश करने का सर्वश्रेष्ठ समय क्या है?
व्यापार विश्लेषकों का अनुमान है कि इस वर्ष चांदी सोने से भी बेहतर प्रदर्शन कर सकती है। इसकी बहुत मांग है ग्रीन क्षेत्र में। सोलर पैनल और इलेक्ट्रिक व्हीकल्स में चांदी का उपयोग होता है। इसके व्यावसायिक इस्तेमाल से चांदी की कीमतें बहुत तेजी से बढ़ सकती हैं। चांदी में टेक्निकल एनालिसिस भी सकारात्मक है। एक्सपर्ट्स कहते हैं कि ऐसा अवसर हर दशक में एक बार ही मिलता है।
चांदी की कीमत कितनी अधिक होगी?
एक्सपर्ट्स का अनुमान है कि भारत में चांदी की कीमत आने वाले 18 महीनों में 1.5 लाख रुपए प्रति किलोग्राम तक पहुंच सकती है। मौजूदा रुझान इस अनुमान का आधार है। इसमें निवेश करके अच्छी आय मिल सकती है।
चांदी में निवेश करने का सही तरीका
सिल्वर ETF शायद चांदी में निवेश करने का सबसे अच्छा विकल्प हो। इससे आप शेयर खरीदने की तरह चांदी खरीद सकते हैं। यह स्टॉक्स की तरह ही एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड खरीदा और बेचा जा सकता है। सिल्वर ETF का बेंचमार्क मूल्य चांदी की औसत कीमत के करीब है।
सिल्वर ETF में निवेश के क्या फायदे
- ETF से सिल्वर यूनिट्स में खरीदकर कम से कम में निवेश की शुरुआत कर सकते हैं।
- ईटीएफ चांदी डीमैट अकाउंट में ही रहती है, इसलिए इसके चोरी होने का डर भी नहीं रहता है।
- सिल्वर ETF को बिना किसी परेशानी के एक मिनट के अंदर ही खरीदा और बेचा जा सकता है।