Gold Price Today: सोने-चांदी की कीमतों में भारी गिरावट दर्ज, जन्माष्टमी के 29 हजार में खरीद लो 1 तोला

Gold Price Today: दिल्ली की राजधानी में सोना खरीदने के लिए 29,875 रुपये खर्च होंगे। लेकिन ये 10 कैरेट सोने के हैं। गोल्ड कैरेट शुद्धता पर आधारित है। 24 कैरेट गोल्ड को शुद्ध सोना कहते हैं, लेकिन इससे गहने या अन्य आभूषण नहीं बनाए जाते;

Gold Price Today: सोने-चांदी की कीमतों में भारी गिरावट दर्ज, जन्माष्टमी के 29 हजार में खरीद लो 1 तोला
Gold Price Today

Gold Price Today: सोना खरीदने की कोई इच्छा नहीं है। हर कोई चाहता है कि उसके पास भी पर्याप्त सोना हो, जिससे वह शादी-ब्याह से लेकर किसी भी परिस्थिति में दूसरों से अलग और सुंदर लगे। गोल्ड खरीदने का एक और लाभ यह है कि यह आपके भविष्य को सुरक्षित रखता है। क्योंकि ये पीली धातु हर जगह उपलब्ध हैं ऐसे में लोग इसे निवेश के रूप में भी खरीदना पसंद करते हैं। इसके बावजूद, इसकी कीमतों में पिछले कुछ वर्षों में इतना ज्यादा इजाफा हुआ है कि यह आम जनता से दूर होता जा रहा है। लेकिन सोने की कीमतों में जन्माष्टमी पर गिरावट देखने को मिली है, इसलिए गोल्ड खरीदारों के पास एक अच्छा अवसर है। आइए जानें कि आपके स्थान पर सोने का मूल्य क्या है। 

दिल्ली में सोने की कीमतें क्या हैं?

दिल्ली की राजधानी में सोना खरीदने के लिए 29,875 रुपये खर्च होंगे। लेकिन ये 10 कैरेट सोने के हैं। गोल्ड कैरेट शुद्धता पर आधारित है। 24 कैरेट गोल्ड को शुद्ध सोना कहते हैं,  आप दिल्ली में 22 कैरेट गोल्ड खरीदने के लिए 65725 रुपए खर्च करेंगे। 

क्या मुंबई में सोने की कीमत है?

मुंबई, देश की आर्थिक राजधानी, 10 कैरेट का सोना खरीदने के लिए 29925 रुपए खर्च करेगा। 22 कैरेट का मूल्य 65835 रुपए होगा। आप 18 कैरेट भी खरीद सकते हैं, जिसका 1 तोला 53865 रुपए है, अगर आप इसे आभूषण बनाने के लिए खरीद रहे हैं।  10 कैरेट सोना कोलकाता में 29888 रुपए है। 1 तोला सोना चेन्नई में 30013 रुपए में खरीद सकते हैं। यही कारण है कि 10 कैरेट गोल्ड का मूल्य अहमदाबाद में 29967 रुपए प्रति तोला है, बैंगलूरु में 29950 रुपए, हैदराबाद में 29975 रुपए, पुणे में 29925 रुपए, प्रयागराज में 29933 रुपए और इंदौर में 29958 रुपए है। 

गोल्ड खरीदने के कारण

गोल्ड खरीदने की योजना बना रहे हैं तो यह मौका सबसे अच्छा है क्योंकि आजकल गोल्ड खरीदना महंगा है। विशेषज्ञों का कहना है कि सरकार द्वारा एक्साइज ड्यूटी कम किए जाने के बाद इसकी खरीद-बिक्री पहले से अधिक आसान और सस्ता हो गई है।

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One Nation One Election: वन नेशन, वन इलेक्शन को मोदी कैबिनेट की मंजूरी,जानिए इससे क्या-क्या होगा बदलाव

One Nation One Election:    नई दिल्ली:  One Nation One Election Bill Pass In Cabinet: एक देश एक चुनाव को केंद्रीय कैबिनेट की मंजूरी मिल गई है। मोदी कैबिनेट से इस पर मंजूरी मिलने के बाद संभावना जताई जा रही है कि इसे अगले हफ्ते संसद में पेश किया जा सकता है। एक देश एक चुनाव मोदी सरकार के पुराने एजेंडों में से एक रहा है। जिस पर अब कदम बढ़ाया गया है। इस पर लंबी चर्चा के बाद कैबिनेट में पेश किया गया था जिस पर मुहर लगा दी गई है। इस तरह से ये बिल अब संसद में पेश किया जाएगा। इस मुद्दे पर गठित रामनाथ कोविंद समिति की रिपोर्ट को कैबिनेट ने पहले ही हरी झंडी दिखा दी थी। पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इसे देश की बड़ी जरूरत बताया है। क्या है वन नेशन, वन इलेक्शन? वन नेशन, वन इलेक्शन का उद्देश्य लोकसभा, राज्य विधानसभाओं और स्थानीय निकायों के चुनाव एक साथ कराना है। यह भारतीय जनता पार्टी के लोकसभा चुनाव घोषणापत्र में शामिल प्रमुख वादों में से एक है। प्रधानमंत्री मोदी लंबे समय से इसके समर्थक रहे हैं। उनका मानना है कि बार-बार चुनाव कराने से देश पर वित्तीय बोझ बढ़ता है और विकास कार्यों में बाधा आती है। इस विधेयक के लागू होने से संसाधनों की बचत और प्रशासनिक सुगमता संभव हो सकेगी। कैसे होगा यह लागू? इस कदम को पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता वाली हाई-लेवल कमेटी (High-Level Committee) की सिफारिशों (Recommendations)  के आधार पर मंजूरी दी गई है। कमेटी ने चरणबद्ध तरीके से लोकसभा और राज्य विधानसभाओं के चुनाव एक साथ कराने की योजना बनाई है। हालांकि, यह तभी संभव होगा जब सभी दलों के बीच आम सहमति बने। राजनीतिक दलों की प्रतिक्रिया कांग्रेस और आम आदमी पार्टी    (Congress and Aam Aadmi Party) ने इस कदम का विरोध किया है। उनका आरोप है कि इससे केंद्र की सत्तारूढ़ पार्टी को राजनीतिक फायदा होगा वहीं, नीतीश कुमार की जेडीयू (Nitish Kumar's JDU) और चिराग पासवान (chirag paswan) जैसे एनडीए सहयोगियों ने इस पहल का समर्थन किया है। वन नेशन, वन इलेक्शन का इतिहास 1951-52 में पहले आम चुनाव के दौरान केंद्र और राज्यों के चुनाव एक साथ हुए थे। यह सिलसिला 1967 तक जारी रहा। लेकिन राज्यों में अस्थिरता के कारण यह प्रणाली टूट गई। 1968-69 में कई राज्य सरकारें भंग हो गईं और 1971 के बाद लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) समय से पहले कराए गए। तब से लोकसभा और विधानसभा चुनाव (Loksabha and Assembly elections) अलग-अलग समय पर होते रहे हैं। आर्थिक और सामाजिक प्रभाव पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Former President Ram Nath Kovind) ने इस पहल को राष्ट्रहित में बताया है। उन्होंने कहा, "यह कदम देश की जीडीपी में 1-1.5% की वृद्धि कर सकता है।" विशेषज्ञों का भी मानना है कि इससे चुनावी खर्च में कटौती और प्रशासनिक कुशलता बढ़ेगी।    #OneNationOneElection #OneNationOneElectionBill #CabinetMeeting #ModiCabinetMeeting #ModiCabinetDecisions #OneNationOneElectionBillPass #EkDeshEkChunav #WhatIsOneNationOneElection #BenefitsOfOneNationOneElection #NBT #nbtnews #NavbharatTimes #Hindinews
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पांगी के लोगों को बिजली समस्या होगी दूर, हिमाचल कैबिनेट बैठक में 33 के.वी. बिजली लाइन परियोजना को मिली मंजूरी

​शिमला:  हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में वीरवार को आयोजित कैबिनेट बैठक में पांगी घाटी की बिजली समस्या के समाधान के लिए एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया। इस बैठक में थिरोट से किलाड़ तक 33 के.वी. की नई बिजली लाइन के निर्माण के लिए 45.48 करोड़ रुपये की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) को मंजूरी प्रदान की गई। क्या है परियोजना?यह परियोजना जिला चंबा के जनजातीय क्षेत्र पांगी घाटी में बिजली की आपूर्ति को स्थिर और विश्वसनीय बनाने के लिए तैयार की गई है। लंबे समय से यहां के लोग बिजली की अनियमितता और बार-बार कटौती की समस्या से जूझ रहे थे। अब इस नई लाइन के निर्माण से घाटी के निवासियों को सुचारू और बेहतर बिजली आपूर्ति मिलेगी। घाटी में विकास की नई शुरुआतपरियोजना को मंजूरी मिलने के बाद, मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कदम पांगी घाटी के लोगों की दैनिक समस्याओं को हल करने और क्षेत्र में विकास की गति बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा। यह परियोजना न केवल बिजली की समस्या को दूर करेगी बल्कि स्थानीय लोगों की आर्थिक और सामाजिक स्थिति को भी सशक्त करेगी।
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पांच दोस्तों के साथ हरियाणा से मनाली घूमने जा रहा युवक खाई में गिरा, गंभीर रूप से हुआ घायल

मंडी:  मंडी जिले के चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाइवे (Chandigarh-Manali National Highway) पर स्थित छह मील के पास एक युवक पैर फिसलने के कारण पहाड़ी से गिरकर करीब 400 मीटर नीचे ब्यास नदी के किनारे जा पहुंचा। यह घटना वीरवार दोपहर लगभग 2 बजे  की बताई जा रही है।  जब पांच दोस्त हरियाणा से मनाली घूमने जा रहे थे। हादसे में युवक को सिर पर गंभीर चोटें आईं हैं और उसे मंडी के जोनल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कैसे हुआ हादसा?घटना के समय पांचों दोस्त एक कार में सवार होकर यात्रा कर रहे थे। पंडोह के पास छह मील क्षेत्र में उन्होंने अपनी गाड़ी रोकी। इस दौरान, उनमें से एक युवक टॉयलेट के लिए गाड़ी से नीचे उतरा। पहाड़ी की ओर जाते समय युवक का पैर फिसल गया और वह खतरनाक ढलान से लुढ़कते हुए सीधा ब्यास नदी के किनारे जा पहुंचा। घटना की सूचना मिलते ही पंडोह पुलिस चौकी और 108 एंबुलेंस टीम मौके पर पहुंची। चूंकि गहराई काफी अधिक थी, इसलिए एसडीआरएफ (State Disaster Response Force) की टीम को बुलाया गया। रेस्क्यू टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद युवक को सुरक्षित ऊपर लाकर सड़क तक पहुंचाया। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, युवक ने घटना के समय नशा किया हुआ था। एसपी मंडी साक्षी वर्मा ने बताया कि घायल का मेडिकल परीक्षण किया जा रहा है, जिसकी रिपोर्ट के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि उसने शराब या किसी अन्य नशे का सेवन किया था या नहीं। युवक को गंभीर हालत में मंडी के जोनल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। चिकित्सकों के अनुसार, उसके सिर पर गहरी चोटें आई हैं और उसका इलाज जारी है। पंडोह चौकी की पुलिस ने मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली है और घटना की विस्तृत जांच शुरू कर दी है। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि युवक के साथियों ने घटना से पहले क्या देखा और नशे की पुष्टि होने पर क्या कदम उठाए जाएंगे।
मंडी 

Chamba Pangi News: मनरेगा के तहत चमकी पांगी की 19 पंचायते, पूरे सीजन में खर्च हुआ 16 करोड़ 

Chamba Pangi News:  जनजातीय क्षेत्र पांगी घाटी (Tribal Area Pangi Valley)    में इस वर्ष महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (Mahatma Gandhi National Rural Employment Guarantee Scheme)  (मनरेगा) के तहत 16 करोड़ रूपये खर्च किये गए। इस बार घाटी में मनरेगा के 120 दिन पूरे कर रिकॉर्ड कार्य संपन्न हुआ। साल के अंतिम माह तक मनरेगा के अंतर्गत कुल 16 करोड़ रुपये खर्च किए गए, जिसमें से 14 करोड़ रुपये श्रमिकों की मजदूरी पर और 2 करोड़ रुपये निर्माण सामग्री जैसे सीमेंट, सरिया आदि पर खर्च किए गए। पांगी की 19 पंचायतों में मनरेगा ने विकास के नए आयाम स्थापित किए हैं। घाटी की अधिकतर पंचायतों में गलियों को सुंदर और स्वच्छ बनाने के लिए पेवर ब्लॉक लगाए गए हैं। इस कार्य में लगभग 1 लाख 30 हजार पेबर ब्लॉग लगाये गए। पूरे सीजन के दौरान 12 हजार बोरी सीमेंट की खपत हुई, जो क्षेत्र में बुनियादी ढांचे को सुधारने के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। पांगी घाटी में मनरेगा के तहत इतने बड़े पैमाने पर कार्य हुआ कि जिससे स्थानीय लोगों ने सरकार का आभार व्यक्त किया हुआ है।  पेवर ब्लॉक लगाने का कार्य अधिकतर पंचायतों में पूरा हो चुका है। जबकि कुछ पंचायतों में यह कार्य अधूरा रह गया है। विभागीय अधिकारियों के अनुसार अगले सीजन में मनरेगा शुरू होते ही बाकी बचा कार्य पूरा कर लिया जाएगा। धार्मिक स्थलों का सौंदर्यीकरण मनरेगा के माध्यम से पांगी घाटी में न केवल गलियों का सुधार हुआ है, बल्कि घाटी के धार्मिक स्थलों का सौंदर्यीकरण भी किया गया है। इस कार्य से न केवल पर्यावरण स्वच्छ हुआ है, बल्कि पर्यटन को भी बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। स्थानीय लोगों का मानना है कि धार्मिक स्थलों के सौंदर्यीकरण से क्षेत्र की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने में मदद मिलेगी। मनरेगा के तहत घाटी में किए गए कार्यों से स्थानीय समुदाय को भारी लाभ हुआ है। 120 दिनों तक रोजगार मिलने से श्रमिकों को आर्थिक मजबूती मिली है। खासतौर पर पांगी जैसे दुर्गम क्षेत्र में यह योजना स्थानीय लोगों के लिए जीवनरेखा साबित हो रही है। मनरेगा के तहत पांगी घाटी में विकास कार्यों की यह गति अगले सीजन में भी जारी रहेगी। अधिकारियों का कहना है कि अधूरे पड़े कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जाएगा। इसके अलावा, घाटी में और अधिक पर्यावरणीय सुधार और ग्रामीण संरचना के विकास के लिए नई योजनाओं पर काम किया जाएगा। इस संबंध में जानकारी देते हुए विवेक टेस्सू विकास खंड अ​धिकारी पांगी ने बताया कि वर्ष 2024 सीजन के तहत मनरेगा के 120 दिन पांगी में पूरे हो चुके है। उन्होंने बताया कि घाटी के अ​धिक्तम पंचायतों में ब्लॉग पेबर का कार्य समाप्त हो चुका है। जिस पर विभाग की ओर से 19 पंचायतों  में 1 लाख 30 हजार पेबर ब्लॉग लगाये गए। 
मेरी पांगी 

Himachal Cabinet Decisions: हिमाचल में पार्ट टाइम वर्कर्स को कैबिनेट की सौगात, ​​शिक्षा विभाग में निकली भर्ती

Himachal Cabinet Decisions: ​शिमला: मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में आज यहां आयोजित प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक में पिछले दो वर्षों के दौरान राज्य में विभिन्न नीतियों और कार्यक्रमों को लागू करने में प्रदेशवासियों के सहयोग और कांग्रेस हाईकमान के अटूट समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया गया। मंत्रिमंडल ने बिलासपुर में आयोजित दो वर्ष के समारोह के सफल आयोजन के लिए कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं और विभिन्न सरकारी विभागों के प्रयासों के लिए आभार व्यक्त किया। मंत्रिमंडल ने शिमला जिले के समेज व रामपुर, कुल्लू जिले के जाओं-बागीपुल, निरमंड और मंडी जिले के टिक्कम थालू-कोट सहित आपदा प्रभावित क्षेत्रों को विशेष राहत पैकेज देने का निर्णय लिया। इस पैकेज के अंतर्गत पिछले वर्ष की तरह प्रभावित परिवारों को पूरी तरह क्षतिग्रस्त हुए घरों के लिए मुआवजा राशि को 1.5 लाख रुपये बढ़ाकर सात लाख रुपये किया जाएगा। मंत्रिमंडल ने उद्योग विभाग में 80 खनन रक्षकों की नियुक्ति के लिए 20 से 30 वर्ष की आयु सीमा तय करने के मापदंड को मंजूरी प्रदान की। सैनिक कल्याण विभाग में विभिन्न श्रेणियों के 26 पद भरने, शिक्षा विभाग में पंजाबी भाषा के 17 अध्यापकों तथा उर्दू भाषा के 14 अध्यापकों के रिक्त पदों को भरने को भी मंजूरी दी गई। मंत्रिमंडल ने शिक्षा विभाग में किसी भी संस्थान में अल्पकालिक रिक्तियों के कारण उत्पन्न होने वाले अंतराल को भरने के लिए प्रति घंटा आधार पर अतिथि अध्यापकों की नियुक्ति को मंजूरी प्रदान की। बैठक  में मंत्रिमंडलीय उप-समिति की सिफारिशों के अनुसार सीधी भर्ती में एसएमसी अध्यापकों (पीजीटी/डीपीई) के लिए पांच प्रतिशत एलडीआर कोटा शामिल करने को मंजूरी प्रदान की गई, जिसे शिक्षा विभाग के भर्ती एवं पदोन्नति नियमों में शामिल किया जाएगा। शिक्षा विभाग में 11 वर्ष की दैनिक एवं अंशकालिक सेवा पूरी कर चुके लगभग 928 अंशकालिक जलवाहकों की सेवाओं को चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के पद पर नियमित करने का निर्णय लिया गया है।बैठक में नर्सरी कक्षा एवं कक्षा-1 में दाखिले के लिए आयु सीमा को राष्ट्रीय शिक्षा प्रणाली-2020 के तहत लागू करने का निर्णय लिया गया है। मंत्रिमंडल ने उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान के नेतृत्व में होम स्टे के संचालन पर मंत्रिमंडलीय उप-समिति की सिफारिशों को मंजूरी देते हुए हिमाचल प्रदेश होम स्टे नियम-2024 को अधिसूचित करने का निर्णय लिया। नए प्रावधानों के अनुसार हिमाचलियों को प्राथमिकता दी जाएगी। हिमाचल प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, स्थानीय निकायों या किसी अन्य विभाग से अनापत्ति प्रमाण-पत्र प्राप्त करने की आवश्यकता नहीं होगी। हालांकि, उचित मल निकासी और कचरा निपटान तंत्र अनिवार्य होंगे। इसके अलावा, होम स्टे इकाइयों में वर्षा जल संचयन प्रणालियों की स्थापना को प्रोत्साहित किया जाएगा। बैठक में राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी की अध्यक्षता में जल विद्युत क्षेत्र पर उच्च स्तरीय समिति की सिफारिशों को सैद्धांतिक मंजूरी प्रदान की गई। इन प्रावधानों के अन्तर्गत सरकार 25 मेगावाट तक की उन परियोजनाओं को पुनर्जीवित करने के लिए एक नीति का आकलन और निर्माण करेगी, जिनमें कोई प्रगति नहीं हुई है। वर्तमान में प्रदेश में इस तरह की 700 से अधिक रूकी हुई परियोजनाएं हैं।मंत्रिमंडल ने महर्षि वाल्मीकि कामगार आवास योजना-2024 को मंजूरी प्रदान की। इसके तहत...
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Himachal News: मंडी में अचानक हुआ बड़ा धमाका, ढाबे में गैस सिलेंडर फटने से सात लोग घायल

मंडी:  हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के नेरचौक (Nerchowk) में स्थित एक ढाबे में जोरदार धमाका होने से अफरा-तफरी का माहौल बन गया। जानकारी के अनुसार, यह हादसा ढाबे में रखे सिलेंडर में आग लगने की वजह से हुआ। इस घटना में 7 लोग झुलस (7 people got burnt) गए हैं, जिनका इलाज नेरचौक मेडिकल कॉलेज में जारी है। जांच अधिकारी अनिल कटोच ने बताया कि घटना के दौरान एक सिलेंडर (cylinders) में आग लगी आग लगने के कारण ढाबे में रखा एग छोटा सिलेंडर फट गया। मौके पर व्यापार मंडल अध्यक्ष अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh, President of the Chamber of Commerce) और स्थानीय पटवारी ने पहुंचकर घटना की स्थिति का जायजा लिया। हादसे में घायल हुए लोगों का उपचार मेडिकल कॉलेज में हो रहा है। प्रशासन ने ढाबा संचालक राकेश कुमार (Dhaba operator Rakesh Kumar) को हर संभव सहायता का भरोसा दिया है। घटना स्थल पर पहुंची टीम ने आग लगने के कारणों की जांच शुरू कर दी है। शुरुआती रिपोर्ट्स के मुताबिक, ढाबे में रखे सिलेंडरों की स्थिति और सुरक्षा मानकों का अध्ययन किया जाएगा। धमाके की खबर मिलते ही घटनास्थल पर बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हो गए। प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया और आग को बुझाने के लिए त्वरित कदम उठाए।
हिमाचल  क्राइम न्यूज  मंडी 

LIC Jeevan Pragati: LIC की इस स्कीम में जमा करें 200 रुपये और एकमुश्त मिलेंगे 28 लाख रुपये, फटाफट जानें

LIC Jeevan Pragati:  भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) ने हमेशा से ही अपनी विश्वसनीयता और बेहतर योजनाओं से निवेशकों को आकर्षित किया है। अगर आप भी LIC द्वारा पेश की जाने वाली किसी बेहतरीन पॉलिसी में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो जीवन प्रगति (LIC Jeevan Pragati) पॉलिसी आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकती है। यह पॉलिसी न सिर्फ आपको शानदार रिटर्न प्रदान करती है, बल्कि आजीवन सुरक्षा का भी भरोसा दिलाती है। खास बात यह है कि LIC जीवन प्रगति पॉलिसी में हर दिन 200 रुपये बचाकर आप 28 लाख रुपये तक का फंड जमा कर सकते हैं। 12 से 45 साल के लिए उपयुक्त पॉलिसी LIC जीवन प्रगति पॉलिसी खास तौर पर 12 से 45 साल की उम्र के लोगों के लिए बनाई गई है। इसका मुख्य उद्देश्य उन निवेशकों को फायदा पहुंचाना है, जो छोटी-छोटी बचत से बड़ा वित्तीय लक्ष्य हासिल करना चाहते हैं। इस पॉलिसी के तहत निवेशकों को न सिर्फ बेहतर रिटर्न मिलता है, बल्कि उन्हें आजीवन सुरक्षा कवर भी प्रदान किया जाता है। इसमें हर महीने 200 रुपये बचाकर आप 28 लाख रुपये का फंड पा सकते हैं, जो एक बेहद आकर्षक निवेश योजना है। 28 लाख रुपये का फंड कैसे जमा करें? एलआईसी जीवन प्रगति पॉलिसी (LIC Jeevan Pragati Policy) के तहत हर दिन सिर्फ 200 रुपये जमा करके आप अपने भविष्य के लिए एक बड़ा वित्तीय फंड तैयार कर सकते हैं। अगर आप हर दिन 200 रुपये बचाते हैं तो एक महीने में आप 6000 रुपये निवेश करेंगे और एक साल में यह रकम 72,000 रुपये हो जाएगी। इस तरह 20 साल तक इस पॉलिसी में निवेश करके आप कुल 14,40,000 रुपये निवेश करेंगे। सभी लाभों को जोड़ने के बाद यह रकम बढ़कर 28 लाख रुपये हो सकती है। इतना ही नहीं, इस पॉलिसी से आपको अच्छे रिटर्न के साथ-साथ आजीवन सुरक्षा भी मिलती है। एलआईसी जीवन प्रगति पॉलिसी की एक और खासियत यह है कि इसमें हर पांच साल में जोखिम कवर बढ़ता है। इसका मतलब है कि जैसे-जैसे समय बीतता जाएगा, आपको मिलने वाली रकम भी बढ़ती जाएगी। अगर पॉलिसीधारक (policyholder) की मृत्यु हो जाती है तो उसे मिलने वाली रकम में डेथ बेनिफिट, सिंपल रिवर्सनरी बोनस और फाइनल बोनस जोड़कर भुगतान किया जाता है। यह प्लान निवेशकों को न केवल वित्तीय सुरक्षा देता है बल्कि उन्हें जीवन भर के लिए एक मजबूत सुरक्षा कवर भी प्रदान करता है। कैसे बढ़ता है कवरेज? एलआईसी जीवन प्रगति पॉलिसी (LIC Jeevan Pragati Policy) की अवधि न्यूनतम 12 वर्ष और अधिकतम 20 वर्ष हो सकती है। इस पॉलिसी में पॉलिसीधारक के पास प्रीमियम (Premium payable by the policyholder) का भुगतान करने के कई विकल्प होते हैं, जैसे तिमाही, छमाही या सालाना आधार पर। इसके अलावा पॉलिसी की न्यूनतम बीमा राशि 1.5 लाख रुपये है, जबकि अधिकतम सीमा तय नहीं है। इस पॉलिसी में जब पॉलिसीधारक (Policyholder) ने एक खास समय अवधि के लिए निवेश किया है, तो कवरेज भी बढ़ जाता है। उदाहरण के लिए, अगर किसी ने 2 लाख रुपये का बीमा लिया है, तो उसका मृत्यु...
सरकारी योजना  LIC 

EPFO: कर्मचारियों को मिलेगी न्यू ईयर गिफ्ट! बेसिक सैलरी में होगी तगड़ी बढ़ोतरी, सरकार की फाइल हुई तैयार

EPFO:  नई दिल्ली: केंद्र सरकार की ओर से नए साल के मौके पर केंद्रीय कर्मचारियों (Central Government Employees)   के लिए बड़ी खुशखबरी दी हुई है यदि आप किसी संगठित क्षेत्र में कार्यरत हैं, तो आपके लिए राहत भरी खबर है।  सरकार नए साल के मौके पर करोड़ों कर्मचारियों (Millions of employees) के लिए बड़ा तोहफा देने जा रही है।  ईपीएफओ (EPFO) से जुड़े सभी खाताधारकों को यह लाभ जल्द ही मिलने की उम्मीद है। मीडिया रिपोर्टस (Media Reports)  के मुताबिक सरकार बेसिक सैलरी की सीमा (Basic Salary Range) को मौजूदा ₹15,000 से बढ़ाकर ₹21,000 करने की योजना बना रही है।  मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, वित्त मंत्रालय ने बेसिक सैलरी (Basic Salary) की लिमिट बढ़ाने का प्रस्ताव तैयार किया है। इस योजना के तहत सैलरी लिमिट को बढ़ाकर ₹21,000 किया जाएगा। 1 सितंबर 2014 से अब तक EPS के लिए ₹15,000 की सीमा लागू है, लेकिन यह बदलाव प्राइवेट सेक्टर (private sector) के कर्मचारियों को बड़ी राहत देगा। कर्मचारियों के लिए क्या होगा फायदा? इस फैसले से कर्मचारियों के पेंशन और ईपीएफ योगदान (EPF Contribution) में इजाफा होगा। इससे रिटायरमेंट (Retirement)  के बाद मिलने वाली राशि भी बढ़ जाएगी। साथ ही, सैलरी लिमिट बढ़ने से अधिक कर्मचारी इस योजना का लाभ उठा पाएंगे। लेबर मिनिस्ट्री (Labor Ministry) ने इस प्रस्ताव को सरकार को सौंप दिया है। हालांकि, अभी इस पर आधिकारिक घोषणा (official announcement)  नहीं हुई है। माना जा रहा है कि यह फैसला जल्द ही लागू किया जाएगा। सैलरी लिमिट बढ़ने से न केवल कर्मचारियों की पेंशन अमाउंट (Pension Amount) में बढ़ोतरी होगी, बल्कि उनकी मासिक बचत (Monthly Savings) भी बढ़ेगी। यह योजना कर्मचारियों के रिटायरमेंट फंड (Retirement Fund) को अधिक सुरक्षित बनाएगी।
बिज़नेस न्यूज़ 

Cold Weather: सर्दी तोड़ेगी दो सौ सालों का रिकॉर्ड, दिन निकलते ही ठंड को लेकर आया बड़ा अपडेट, अगले 48 घंटे सब पर भारी!

Cold Weather: नई दिल्ली:  दिल्ली एनसीआर सहित पूरे देश में मौसम बदल गया है। पहाड़ों पर बर्फबारी के साथ ठंड बढ़ गई है।  इसका प्रभाव भी शहरी क्षेत्रों पर पड़ा हुआ है। बीते दिनों से लगातार दिल्ली एनसीआर में सीजन की पहली बारिश हुई। मौसम विभाग का अनुमान आने वाले दिनों में दिल्ली सहित उत्तर भारत में न्यूनतम तापमान 6 डिग्री के आसपास रहेगा। हालाँकि, मौसम विभाग ने कहा कि आने वाले दिनों में कम से कम 6 डिग्री तक गिरने की संभावना है, जिससे लोगों को कड़ाके की ठंड का अनुमान रहेगा। मौसम विभाग का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण पहाड़ों पर एक तरफ बर्फबारी शुरू हो गई है। नोएडा में भी तापमान 7 से 8 डिग्री सेल्सियस था। दिल्ली के कुछ हिस्सों में तापमान 70 डिग्री तक पहुंच गया था। नोएडा में भी तापमान 7 से 8 डिग्री सेल्सियस था। मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले दिनों में कोहरे और पारे में कमी से लोगों को ठंड लगने लगेगी। वीरवार को सुबह से हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में बादल छाए रहे। वहीं पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी शुरू हो गई है। जनजातीय लाहौल के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में लगातार बर्फबारी से आसपास की घाटियों में ठंड बढ़ी है। लाहौल में बर्फ की पतली चादर ने यातायात को बाधित कर दिया और सड़कें फिसलन के कारण वाहन चालकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।  राज्य के कई क्षेत्रों में आगामी तीन दिनों में न्यूनतम और अधिकतम तापमान में क्रमशः तीन से चार डिग्री की कमी होने की संभावना है। 
अभी-अभी  हिमाचल 

Fact Check: पाकिस्तान का पुराना वीडियो बांग्लादेश में हिंदू मंदिर पर हमला बताकर वायरल

यह वीडियो पाकिस्तान का है, जहां अगस्त 2021 में रहीम यार खान ज़िले के भोंग कस्बे में एक भीड़ ने हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ की थी.
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Himachal News: हिमाचल के सुक्खू सरकार के दो साल पूरे होने पर छः नई योजनाओं का किया शुभारंभ, जानिए कौन-कौन सी

Himachal News:  बिलासपुर: मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आज जिला बिलासपुर के लुहणू मैदान में प्रदेश सरकार के दो वर्ष का कार्यकाल पूर्ण होने पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान छः नई योजनाओं का शुभारंभ किया और लाभार्थियों को वित्तीय लाभ वितरित किए। मुख्यमंत्री ने प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के उद्देश्य से प्राकृतिक रूप से उत्पादित मक्की से तैयार हिमभोग आटा लॉन्च किया। राज्य सरकार ने प्रदेश के 10 जिलों में 1,506 किसानों से 398 मीट्रिक टन मक्की की खरीद की है और किसानों के बैंक खातों में सीधे 1.20 करोड़ रुपये हस्तांतरित किए गए हैं। देश में हिमाचल गेहूं के लिए 40 रुपये प्रतिकिलो ग्राम और मक्की के लिए 30 रुपये प्रतिकिलो ग्राम अधिकतम समर्थन मूल्य देने वाला राज्य है और प्रदेश में 35 हजार हेक्टेयर भूमि पर 1.98 लाख किसान प्राकृतिक खेती कर रहे हैं। इस पद्धति को बढ़ावा देने के लिए 680 करोड़ रुपये की राजीव गांधी स्टार्ट-अप योजना के तहत राजीव गांधी प्राकृतिक खेती स्टार्ट-अप योजना के अन्तर्गत 36,000 किसानों को शामिल किया जा रहा है।कांग्रेस प्रतिज्ञा पत्र निहित गांरटियों को पूरा करने के उद्देश्य से लघु किसानों और पशुपालकों को लाभान्वित करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री ने 300 रुपये प्रति क्विंटल की दर से जैविक खाद और वर्मी कम्पोस्ट खरीद की योजना शुरू की है। योजना के तहत 100 किसानों को प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण के माध्यम से 1 लाख रुपये वितरित किए गए हैं। इस पहल का उद्देश्य किसानों की आय में वृद्धि कर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करना है।मुख्यमंत्री ने राजीव गांधी स्वरोजगार स्टार्ट-अप योजना 2023 के अन्तर्गत 16 टैक्सी मालिकों को चाबियां प्रदान की। योजना के तहत लाभाथर््िायों को ई-टैक्सी खरीद के लिए 50 प्रतिशत सब्सिडी का लाभ प्राप्त हुआ है और सरकारी कार्यालयों में पांच वर्षों के लिए लीज पर ई-टैक्सियों का संचालन किया जाएगा। इससे टैक्सी मालिकों को नियमित आय का साधन उपलब्ध करवाया गया है। राज्य सरकार का लक्ष्य पहले चरण में ई-टैक्सी मालिकों को लगभग 150 परमिट प्रदान करना है।मुख्यमंत्री ने इंदिरा गांधी सुख शिक्षा योजना के अन्तर्गत प्रदेश के 5145 लाभार्थियों को 1.38 करोड़ रुपये वितरित कर इस योजना का शुभारंभ किया। उन्होंने लाभार्थियों को पात्रता प्रमाण-पत्र भी प्रदान किए। इस योजना का उद्देश्य विधवाओं, निराश्रित महिलाओं, तलाकशुदा महिलाओं और दिव्यांग अभिभावकों के 23 हजार बच्चों की शिक्षा को सुनिश्चित करना है। योजना के तहत पात्र लाभार्थियों को 18 वर्ष से कम की आयु के बच्चों के लिए 1 हजार रुपये प्रतिमाह और उच्च शिक्षा के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करना है। इस योजना के लिए 53.21 करोड़ रुपये का वार्षिक बजट प्रावधान रखा गया है। इससेे बाल शोषण को रोकने में सहायता मिलेगी और वंचित परिवारों के बच्चों की शिक्षा के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी।मुख्यमंत्री ने राज्य के सात जिलों में बागवानी क्षेत्र के विकास को विस्तार प्रदान करने के लिए 1292 करोड़ रुपये की हिमाचल प्रदेश उपोष्ण कटिबंधीय बागवानी, सिंचाई और मूल्य संवर्धन परियोजना का भी शुभारंभ किया। इसके तहत प्रदेश के छः हजार हैक्टेयर क्षेत्र में अमरूद, संतरे, लीची और पलम जैसे फलों की खेती को बढ़ावा प्रदान...
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Business Idea: सिर्फ 10 हजार से आज ही शुरू करें यह सुपरहिट बिजनेस, रोजाना होगी बंपर कमाई

Business Idea: आज के इस दौर में  हर कोई सरकारी नौकरी की तलाश कर रहा है लेकिन सरकारी नौकरी (Government Jobs) न मिलने के कारण खुद का Business सेटअप करने की सोचते हैं । लेकिन सही Business सेटअप करने के लिए Business आइडिया ना होने के कारण काफी निराशा हो जाते है। लेकिन आज हम आपको घर बैठे एक ऐसा घरेलू Business आइडिया के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं जिसमें आपको काफी मुनाफा देखने को मिलेगा। इसके अलावा इस Business को आप साइड Business के तौर पर भी कर सकते हैं । इस Business को करने के लिए आपको कुछ घंटे काम करना होता है। जिसमें आपको अपनी मोटी कमाई करने का मौका मिलेगा । जिस Business के बारे में हम आपको जानकारी देने जा रहे हैं वह Business है मोमबत्ती बनाने का Business है। मोमबत्ती उत्पादन एक ऐसा कार्य है जिसे आप घर में बैठकर कर सकते हैं इसके लिए आपको दुकान की जरूरत नहीं होती है बड़े स्तर पर शुरू करने के लिए आपको फैक्ट्री लगानी पड़ेगी यदि आज इस काम को छोटे स्तर पर करना चाहते हैं तो इसके लिए आज के समय में बाजार में छोटी मशीनरी भी मिल जाती है आईए इस सेटअप के बारे में पूरी आपको जानकारी देते हैं ।  मोमबत्ती बनाने के लिए सबसे पहले मोम को 290 से 380 डिग्री तक गर्म किया जाता है। फिर इस पिघले हुए मोम को सांचे में डाला जाता है। ठंडा होने पर ड्रिल मशीन या मोटी सुई की मदद से इसमें धागा लगाया जाता है। इसके बाद इसमें फिर से गर्म मोम डालकर इसे समान रूप से फैला दिया जाता है। जब मोमबत्ती तैयार हो जाती है, तो इसकी पैकिंग की जाती है। यह छोटे Business का आइडिया है, जिसे आप एक छोटे कमरे में आसानी से शुरू कर सकते हैं। हालांकि, मोम पिघलाने और स्टोर करने के लिए पर्याप्त स्थान की आवश्यकता होगी। मोमबत्ती Business में लागतयह कम लागत का Business है। इसे शुरू करने के लिए आपको ज्यादा पैसों की जरूरत नहीं होती। आप इसे 10,000 से 50,000 रुपये तक के निवेश में शुरू कर सकते हैं। भारत में मोमबत्ती का कारोबार हर साल 8% की दर से बढ़ रहा है। क्रिएटिविटी Business आइडिया (Creativity Business Idea) के लिए मोमबत्ती का निर्माण एक बेहतरीन विकल्प है। इसमें रंगों और डिजाइनों का सही उपयोग करके आकर्षक उत्पाद बनाए जा सकते हैं। ट्रेनिंग लेकर आप इसे और बेहतर कर सकते हैं। कम लागत, ज्यादा मुनाफामोमबत्ती बनाने का Business मुनाफा देने वाला है। अगर आप 20 मोमबत्तियों का एक पैकेट 100 रुपये में बेचते हैं, तो किसी भी सीजन में यह आपको अच्छा मुनाफा दे सकता है।
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हिमाचल में टॉयलेट सीट-समोसा कांड और सियासी संकट के बाद आज दो साल का जश्न मनाएंगी सुक्खू सरकार

Sukhu government in Himachal Pradesh: ​शिमला:  हिमाचल प्रदेश में सुक्खू सरकार (Sukhu government in Himachal Pradesh) ने अपने दो साल पूरे कर लिए हैं। आज यानी 11 दिसंबर 2024 को बिलासपुर में विशल जनसभा (huge public meeting) के बीच प्रदेश के सीएम जनता को संबोतिध करेगें। इस कार्यक्रम के प्रदेश के वि​​भिन्न् जिलों से करीब 30 हजार लोगों मौजूद रहेंगे। बीते दिन देरशाम को प्रदेश के मुख्यमंत्री ने डीसी बिलासपुर (DC Bilaspur)  को जरूरी दिशा-निर्देश दी हुए है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 11 दिसंबर 2022 को कांग्रेस ने प्रदेश में अपनी सरकार बनाई थी। सुक्खू सरकार का यह कार्यकाल चुनौतियों और उपलब्धियों का मिश्रण रहा। आपदाओं और सियासी विवादों ने जहां सरकार के लिए कई मुश्किलें खड़ी कर दी थी।  बुधवार को सरकार अपने दो साल पूरे होने का जश्न बिलासपुर के लुहणू मैदान (Luhnu Ground of Bilaspur) में मनाने जा रही है। इस खास मौके पर सुबह 11 बजे एक विशाल रैली का आयोजन किया जाएगा। मुख्यमंत्री सुक्खू (Chief Minister Sukhu) ने बताया कि इस रैली में 30,000 से अधिक लोग शामिल होंगे। समारोह का विषय “व्यवस्था परिवर्तन से आत्मनिर्भर हिमाचल” रखा गया है। नई योजनाओं की घोषणा: राजीव गांधी स्टार्ट-अप स्वरोजगार योजना (Rajiv Gandhi Start-up Self Employment Scheme)  के तहत ई-टैक्सी सेवाएं। इंदिरा गांधी सुख शिक्षा योजना (Indira Gandhi Suksh Shiksha Yojana) – विधवाओं के बच्चों को उच्च शिक्षा में सहायता। हिमाचल प्रदेश शिवा परियोजना। (Himachal Pradesh Shiva Project)  हिम भोग आटा योजना। (Him Bhog Atta Scheme)  गोबर की खरीद योजना। (cow dung purchase scheme)  प्राकृतिक रूप से उत्पादित मक्की की खरीद के लिए किसानों को वित्तीय सहायता। इसके अलावा आयुष मोबाइल वैन (Ayush Mobile Van) की शुरुआत भी होगी। साथ ही, पुरानी पेंशन योजना और मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना (Chief Minister Sukh Ashray Yojana) के लाभार्थियों को चेक वितरित किए जाएंगे। कार्यक्रम में हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रभारी राजीव शुक्ला (Rajiv Shukla in-charge of Himachal Pradesh Congress Committee) मुख्य अतिथि होंगे। हालांकि, राहुल गांधी, सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे और प्रियंका गांधी जैसे वरिष्ठ नेता इसमें शामिल नहीं होंगे। ...
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Gold Price Today: लगातार महंगा हो रहा है सोना, आज के दाम जानकर आप भी हो जाएंगे हैरान

Gold Price Today:   देश में लगातार सोने की कीमतों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है आज 11 दिसंबर यानी बुधवार को सोने के भाव में तेजी देखने को मिली हुई है 10 ग्राम सोने का भाव हजार रुपए तक बढ़ गया है देश में अब 22 कैरेट के सोने का भाव 78100 तक पहुंच चुका है वही आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 24 कैरेट सोने का भाव 78700 के करीब हो चुका है। इस कंटेंट के माध्यम से हम आपको 11 दिसंबर को सोने के दामों में हुई बढ़ोतरी के बारे में विस्तार से जानकारी देने जा रहे हैं इसके अलावा देश के बड़े शहरों में क्या आज का दाम रहेगा उसके बारे में भी आपको जानकारी देंगे वहीं चांदी की बात की जाए तो देश में आज 1 किलो चांदी का दाम 96500 पर कारोबार कर रहा है मीटिंग दिन की तुलना में आपको बताने की चांदी के भाव में 4500 रुपए की तेजी आई हुई है कल चांदी के भाव 92 हजार रुपए के आसपास चल रहा था Gold Price Today : Photo Credit by-PGDP क्यों सोना लगातार महंगा हो रहा है? मनी कंट्रोल हिन्दी (hindi.moneycontrol) से बात करते हुए एलकेपी सिक्योरिटीज के विश्लेषक जतिन त्रिवेदी ने कहा कि दक्षिण कोरिया के नेतृत्व संकट और सीरिया और तुर्की के बीच बढ़ते तनाव ने वैश्विक सोने की कीमतों में हलचल पैदा की है। निवेशक भू-राजनीतिक तनाव के दौरान सुरक्षित निवेश की ओर देख रहे हैं। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के कमोडिटी एक्सरपर्ट सौमिल गांधी ने कहा कि चीन की आर्थिक नीतियों पर सकारात्मक घोषणा की उम्मीद से सोने की कीमतों में स्थिरता आई है। चीन ने नई नीतियां बनाने और घरेलू डिमांड बढ़ाने की घोषणा की है। एक्सपर्ट का मानना है कि भू-राजनीतिक और आर्थिक परिवर्तनों के चलते सोने और चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव आने वाले दिनों में जारी रह सकता है।
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Aaj Ka Rashifal 11 December 2024 : इन राशियों का दौड़ेगा बिजनेस, शेयर मार्केट में भी होगी बंपर कमाई

Aaj Ka Rashifal 11 December 2024 :  नई दिल्ली। हिंदू धर्म में राशिफल और ज्योतिष विद्या को काफी महत्व दिया गया है। ज्योतिष शास्त्र में कुल 12 राशियों का वर्णन किया गया है। राशिफल का आंकलन ग्रह-नक्षत्रों के अनुसार किया जाता है। आज 11 दिसंबर दिन बुधवार है। हिंदू धर्म में बुधवार के दिन भगवान गणेश जी की पूजा आराधना का विशेष महत्व है। इस खबर में हम आपको तुला, वृश्चिक, धनु, मकर, कुंभ और मीन राशि के लोगों के राशिफल के बारे में बताएंगे।तुला राशि।  आज का दिन आपके लिए सकारात्मक रहेगा। कार्यक्षेत्र में आपकी रचनात्मकता और परिश्रम की सराहना होगी। आर्थिक मामलों में सफलता मिलेगी और कोई नई योजना लाभकारी सिद्ध हो सकती है। पारिवारिक जीवन में शांति और प्रसन्नता बनी रहेगी। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा और आप ऊर्जा से भरपूर महसूस करेंगे।वृश्चिक राशि।  आज का दिन आपके लिए शुभ रहेगा। कार्यक्षेत्र में नए अवसर प्राप्त होंगे और आपकी योजनाएं सफल होंगी। आर्थिक मामलों में प्रगति होगी और धन लाभ के योग बन रहे हैं। परिवार के साथ समय बिताने से रिश्तों में मजबूती आएगी। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा लेकिन योग और ध्यान को अपनी दिनचर्या में शामिल करें।धनु राशि।  आज का दिन अनुकूल रहेगा। कार्यक्षेत्र में आपके प्रयास सफल होंगे और आपको नई जिम्मेदारियां सौंपी जा सकती हैं। आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और आय में वृद्धि के संकेत हैं। परिवार में सुख-शांति का वातावरण रहेगा। यात्रा का योग बन सकता है। स्वास्थ्य उत्तम रहेगा।मकर राशि।  आज का दिन संतुलन बनाए रखने का है। कार्यक्षेत्र में मेहनत की आवश्यकता होगी, लेकिन परिणाम संतोषजनक रहेंगे। आर्थिक मामलों में सोच-समझकर कदम उठाएं। परिवार के साथ समय बिताने से आपसी संबंध मजबूत होंगे। स्वास्थ्य पर ध्यान दें और अपनी दिनचर्या में व्यायाम को शामिल करें।कुंभ राशि।  आज का दिन आपके लिए शुभ रहेगा। कार्यक्षेत्र में आपकी मेहनत रंग लाएगी और आपके कार्यों की सराहना होगी। आर्थिक मामलों में सफलता मिलेगी और पुराने निवेश लाभदायक साबित होंगे। पारिवारिक जीवन में शांति और सौहार्द बना रहेगा। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा।मीन राशि।  आज का दिन आपके लिए अनुकूल रहेगा। कार्यक्षेत्र में आप अपनी योजनाओं में सफलता प्राप्त करेंगे। आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और आपकी आय बढ़ सकती है। परिवार के साथ समय बिताने से मानसिक शांति मिलेगी। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा, लेकिन खानपान का विशेष ध्यान रखें।
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HRTC Luggage Policy: हिमाचल प्रदेश में सुक्खू सरकार ने गजब कर डाला, HRTC बस में कंडक्टर ने प्रेशर कुकर का 23 रूपये लिया टिकट

HRTC Luggage Policy:    हिमाचल प्रदेश में HRTC (HRTC) बसों की लगेज पॉलिसी (HRTC Luggage Policy)   को लेकर लगातार विवाद गहराता जा रहा है। नई पॉलिसी (New Policy) के तहत अब यात्रियों को अपने सामान का भी किराया चुकाना पड़ रहा है। ताजा मामला मंडी जिले (Mandi district) का है। जहां पर मंडी से औट (Mandi to Aut) तक के सफर के दौरान एक यात्री से प्रेशर कुकर (Pressure Cooker)    के लिए 23 रुपये किराया वसूला गया। मंडी से औट की दूरी 42 किमी है, जिसके लिए यात्री किराया 92 रुपये है। नई पॉलिसी (New Policy) के अनुसार यात्रियों को 5 किलो से कम वजन के सामान पर भी टिकट का एक चौथाई भुगतान करना होगा। 6 से 40 किलो तक आधा टिकट (half ticket) और 40 किलो से ऊपर पूरा टिकट वसूलने (collect tickets)  के आदेश हैं। कंडक्टरों पर बढ़ता दबाव HRTC कंडक्टरों (HRTC Conductors) पर पॉलिसी लागू (Policy implemented) करने का भारी दबाव है। मंडी डिपो (Mandi Depot)  के सूत्रों के मुताबिक, फ्लाइंग टीमें जगह-जगह जांच करती हैं, और सामान का टिकट न काटने पर कंडक्टरों को फाइन भुगतना पड़ता है। इससे कंडक्टरों (Conductors) में नाराजगी बढ़ रही है, और वे जल्द ही अपना रोष प्रकट (show anger) कर सकते हैं। पूर्व सीएम जयराम ठाकुर (Former CM Jai Ram Thakur) का हमला हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (Former Chief Minister of Himachal Pradesh Jai Ram Thakur) ने इस मामले में राज्य सरकार को कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा "अब प्रेशर कुकर, बच्चों के बस्ते और बुजुर्गों की दवाइयों तक के लिए किराया वसूला जा रहा है। भाजपा सरकार ने मातृशक्ति (BJP government has created women power)    को बस किराए में 50% छूट दी थी, जबकि मौजूदा सरकार प्रेशर कुकर  (Pressure Cooker)  और चिमटे का किराया वसूल रही है। यह शर्मनाक है।" सरकार की सफाई डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री (Deputy CM Mukesh Agnihotri)   के नेतृत्व में लागू की गई इस पॉलिसी को "आवश्यक" बताया गया है। सरकार का कहना है कि लगेज पॉलिसी (Luggage Policy) के जरिए बस सेवा को आत्मनिर्भर बनाना और इसकी आर्थिक स्थिति को सुधारना लक्ष्य है। हालांकि, इसे जनता की नाराजगी का सामना करना पड़ रहा है।
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SEO Profit: आज के दौर में एसईओ स्पेशलिस्ट की जबरदस्त मांग, यहां से लें ट्रेनिंग

SEO Profit:  आज की डिजिटल दुनिया में SEO (Search Engine Optimization) की मांग तेजी से बढ़ रही है। हर व्यवसाय डिजिटल प्लेटफॉर्म (Business digital platform)  पर अपनी उपस्थिति मजबूत करने की कोशिश में है, और इसमें SEO प्रोफेशनल्स (SEO Professionals) की भूमिका अहम होती है। जैसे-जैसे व्यवसाय डिजिटल माध्यमों (Digital mediums)   पर निर्भर हो रहे हैं, SEO एक ऐसा साधन बन गया है जो वेबसाइट की रैंकिंग सुधारने के साथ-साथ उत्पादों और सेवाओं की पहुंच को भी बढ़ाता है। अगर कोई कंपनी या व्यक्ति अपनी वेबसाइट पर अधिक ट्रैफिक लाना चाहता है, तो उन्हें SEO Experts की मदद की आवश्यकता होती है। SEO एक्सपर्ट्स की भूमिका ट्रेंड्स और टैग्स के अनुसार वेबसाइट को ऑप्टिमाइज़ (Optimize)  करना। सोशल मीडिया यूट्यूब चैनल (Social media, YouTube channel) और ब्लॉग्स के लिए रणनीतियां तैयार करना। Search engine Algorithms में होने वाले बदलावों पर नजर रखना। कंटेंट और Keyword Research के जरिए सही ऑडियंस तक पहुंचना। SEO फील्ड में सफल होने के लिए यह जरूरी है कि आप मार्केट ट्रेंड्स और सर्च इंजन के अपडेट्स पर नजर बनाए रखें। गूगल जैसे सर्च इंजन अपने एल्गोरिदम में लगातार बदलाव करते रहते हैं, जिससे वेबसाइट की रैंकिंग पर बड़ा प्रभाव पड़ता है। SEO में आवश्यक स्किल्स वेब फंडामेंटल्स: वेबसाइट संरचना और कोडिंग का ज्ञान। वेबसाइट मैनेजमेंट: साइट की परफॉर्मेंस और स्पीड का प्रबंधन। डाटाबेस टेक्नोलॉजी: डाटा एनालिसिस और स्टोरेज। कम्युनिकेशन स्किल्स: क्लाइंट्स के साथ बेहतर तालमेल। SEO फील्ड में सफल (Succeed in the SEO field)  होने के लिए यह जरूरी है कि आप Market Trends and Search Engines    के अपडेट्स पर नजर बनाए रखें। गूगल जैसे सर्च इंजन (Search Engine) अपने एल्गोरिदम में लगातार बदलाव करते रहते हैं, जिससे वेबसाइट की रैंकिंग (Ranking of website) पर बड़ा प्रभाव पड़ता है। SEO में आवश्यक स्किल्स वेब फंडामेंटल्स: वेबसाइट संरचना और कोडिंग का ज्ञान। वेबसाइट मैनेजमेंट: साइट की परफॉर्मेंस और स्पीड (Performance and speed) का प्रबंधन। डाटाबेस टेक्नोलॉजी: डाटा एनालिसिस और स्टोरेज। कम्युनिकेशन स्किल्स: क्लाइंट्स के साथ बेहतर तालमेल। SEO में करियर न केवल आपके लिए वित्तीय रूप से लाभदायक है, बल्कि आपको विभिन्न इंडस्ट्रीज में काम करने का अवसर भी प्रदान करता है। सही रणनीति और निरंतर सीखने की आदत से आप इस क्षेत्र में एक ऊंचा मुकाम हासिल कर सकते हैं।
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Franchise Business Ideas: महज 2 लाख से आज ही शुरू करें यह 5 बिजनेस , हर महीने होगी जबरदस्त कमाई

Franchise Business Ideas: आजकल हर कोई बिजनेस करना चाहता है, लेकिन जो लोग बड़े निवेश करते हैं और रिस्क लेते हैं, वे पीछे हट जाते हैं। Franchise Business Ideas करने का सपना बदल दिया है। Franchise Business Ideas की एक विशेषता यह है कि इसमें एक स्थापित ब्रांड के साथ जुड़कर कम लागत और कम रिस्क में व्यवसाय शुरू किया जा सकता है। आज हम आपको पांच फ्रांसीसी विचारों के बारे में बताएंगे जो आपको ₹2 लाख से ₹10 लाख का निवेश करके अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। यदि आप भी अपना खुद का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं, तो आज हम आपको पांच फ्रांसिस बिजनेस आइडिया के बारे में बताएंगे. आइए जानते हैं इन Franchise Business Ideas के बारे में विस्तार से। 1. अमूल आउटलेट का अनुसरण यदि आप ₹2 लाख से ₹3 लाख का निवेश करना चाहते हैं, तो अमूल आउटलेट फ्रैंचाइज़ एक कम लागत वाला और भरोसेमंद बिज़नेस विकल्प है। आप आइसक्रीम, मक्खन, पनीर, डेयरी और अन्य लोकप्रिय और अच्छे उत्पादों को इस फ्रैंचाइज़ी के तहत बेच सकते हैं। इन उत्पादों की लगातार बढ़ती मांग के कारण बिक्री स्थिर रहती है। ग्राहकों का विश्वास जीतने में अमूल की मजबूत ब्रांड पहचान मदद करती है। यह एक उपयोगी व्यवसाय उदाहरण है क्योंकि कंपनी की उत्कृष्ट उत्पादों और प्रभावी मार्केटिंग रणनीति है। ROI का समय 1.5 से 2 साल है, जिससे निवेश जल्दी ही मुनाफे में बदल जाता है। आप हर महीने ३० हजार से ४० हजार रुपये का शुद्ध लाभ कमा सकते हैं। निवेशकों के लिए अमूल फ्रैंचाइज़ी कम लागत और उच्च लाभ के कारण एक आकर्षक विकल्प है। 2. माता-पिता की Franchise मदर डेयरी फ्रैंचाइज़ (Mother Dairy Franchise) एक ऐसा व्यवसाय मॉडल (Business Model) है जो निवेशकों को अधिक लाभ और कम जोखिम देता है। ₹5 लाख से ₹7 लाख के निवेश के साथ, यह फ्रैंचाइज़ी ब्रांड सपोर्ट और ऑपरेटिंग फ़ीचर प्रदान करता है। मदर डेयरी फ्रिज और कच्चे माल की आपूर्ति सुनिश्चित करती है और प्रॉपर्टी चुनने में भी मदद करती है। यही नहीं, बिजली और किराया का बड़ा हिस्सा कंपनी खुद वहन करती है, जिससे आपकी जिम्मेदारियां कम हो जाती हैं। यह Franchise में निवेश करने पर आपको कंपनी द्वारा व्यापक ट्रेनिंग दी जाती है, जिससे संचालन में कोई समस्या नहीं होगी। साथ ही, ब्रांड का प्रचार पूरी तरह से कंपनी द्वारा संभाला जाता है। डेयरी उत्पादों की बड़ी मांग से ROI का समय केवल बारह से आठ महीने है। इसमें 20 से 25 प्रतिशत तक की रिटर्न मिलने की संभावना बहुत आकर्षक है। 3. फ्रांसीसी टॉप्स अचार टॉप्स अचार फ्रैंचाइज़ एक शानदार बिज़नेस मॉडल है, जो कम खर्च पर अच्छे मुनाफे देता है। ₹4 लाख से ₹6 लाख के निवेश में आप टॉप्स के अचार, सॉस और मसालों को बेच सकते हैं। टॉप्स वर्षों से अपने उत्कृष्ट स्वाद और गुणवत्ता के लिए जाना जाता है, जो इसे ग्राहकों के बीच बहुत लोकप्रिय बनाता है। टॉप्स उत्पादों की बाजार में हमेशा से ही उच्च मांग, इस फ्रैंचाइज़ को व्यवसाय के लिए एक अच्छा उदाहरण बनाती है। इस बिज़नेस का ROI केवल 2 से 2.5...
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Weather: उत्तर भारत में सर्दियों की दस्तक, हिमाचल और उत्तराखंड में ​बर्फबारी से पहाड़ों की खूबसूरती बढ़ी

Weather:  उत्तर भारत में सर्दियों ने अपनी दस्तक दे दी है। हिमाचल समेत उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर (Uttarakhand and Jammu and Kashmir including Himachal)  में बर्फबारी हुई है। इन राज्यों में मौसम में बीते दिन रविवार को करवट ली हुई है। जिसके चलते बर्फबारी (Snowfall) हुई है। इन क्षेत्रों में सीजन की पहली बर्फबारी ने पहाड़ों को बर्फ की सफेद चादर से ढक दिया है। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में तापमान और गिरने की संभावना है, जिससे ठंड का असर और बढ़ जाएगा। हिमाचल प्रदेश के शिमला शहर (Shimla City in Himachal Pradesh) व लाहुल चंबा के पांगी में सजीन की पहली बर्फबारी हुई है। बर्फबारी के कारण तापमान में गिरावट दर्ज की गई है, लेकिन सैलानियों के लिए यह एक खास अनुभव बन गया है। लोग बर्फ के साथ खेलते हुए और सेल्फी लेते हुए देखे जा सकते हैं। उत्तराखंड (Uttarakhand) के ऊंचे इलाकों में भारी बर्फबारी (Snowfall) और मैदानों में हल्की बूंदाबांदी का नजारा देखने को मिला। गंगोत्री और यमुनोत्री धाम (Yamunotri Dham) के आसपास बर्फ की मोटी परत बिछी हुई है, जो बेहद आकर्षक दिख रही है। जम्मू-कश्मीर में शीतलहर का असर श्रीनगर सहित जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir including Srinagar)  के कई हिस्सों में शीतलहर जारी है। ठंड से बचने के लिए लोग अलाव का सहारा ले रहे हैं। गाड़ियों पर बर्फ की मोटी परत जमी हुई है, और सड़कों पर बर्फ के कारण आवाजाही धीमी हो गई है। हालांकि, स्थानीय लोगों के लिए यह एक आम बात है, लेकिन सैलानियों के लिए यह अनुभव यादगार बन गया है। मौसम वैज्ञानिकों (Meteorologists) का कहना है कि आने वाले दिनों में उत्तर भारत के पहाड़ी और मैदानी इलाकों में ठंड और बढ़ेगी। खासकर रात के समय पारा शून्य के करीब पहुंच सकता है। यह मौसम बर्फबारी (Snowfall) का लुत्फ उठाने वालों के लिए तो शानदार है, लेकिन दैनिक जीवन पर इसका प्रभाव देखा जा रहा है। बर्फबारी (Snowfall) ने जहां स्थानीय लोगों के लिए कुछ मुश्किलें खड़ी की हैं, वहीं सैलानियों के चेहरे पर मुस्कान बिखेर दी है। लोग शिमला, मनाली, और मसूरी जैसे पर्यटन स्थलों (Tourist Spots) पर पहुंचकर बर्फबारी का आनंद ले रहे हैं। होटल और रेस्टोरेंट भी पर्यटकों से भरे हुए हैं, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिल रहा है।
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Gold Price Today: सोना खरीदने वालों को बड़ा झटका, आज फिर से कीमतों में हुई जबरदस्त बढ़ोतरी

Gold Price Today:  आज सोने-चांदी के भाव में गिरावट देखने को मिली हुई है। 22 कैरेट सोने का मूल्य भारत में 71 290 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया है। वहीं आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पिछले दिन 71 300 रुपये था। 24 कैरेट सोने का मूल्य बीते दिन 77,770 रुपये प्रति 10 ग्राम था, अब 77,760 रुपये हो गया है। पिछले हफ्ते सोने में लगभग 380 रुपये की गिरावट हुई है। सोने का मूल्य देश के 10 बड़े शहरों में (9 दिसंबर, 2024) सोने की कीमतें भारत के हर शहर में अलग-अलग हैं। 24 कैरेट सोने की कीमत दिल्ली में 77,760 रुपये प्रति 10 ग्राम है, जबकि 22 कैरेट सोने की कीमत 71,290 रुपये प्रति 10 ग्राम है। 24 कैरेट सोने की कीमत चेन्नई में 77,610 रुपये प्रति 10 ग्राम है, जबकि 22 कैरेट सोने की कीमत 71,140 रुपये प्रति 10 ग्राम है। 22 कैरेट सोना मुंबई में 71,140 रुपये प्रति 10 ग्राम है, जबकि 24 कैरेट 77,610 रुपये प्रति 10 ग्राम है। 24 कैरेट सोने की कीमत जयपुर में 77,760 रुपये प्रति 10 ग्राम है, जबकि 22 कैरेट की कीमत 71,290 रुपये प्रति 10 ग्राम है। 22 कैरेट सोने की कीमत हैदराबाद में 71,140 रुपये प्रति 10 ग्राम है, जबकि 24 कैरेट सोने की कीमत 77,610 रुपये प्रति 10 ग्राम है। ऐसे जाने सोने-चांदी का भाव सोने की ज्वेलरी के खुदरा रेट जानने के लिए 8955664433 पर मिस्ड कॉल दे सकते हैं। कुछ ही समय में SMS से भाव के बारे में आपको जानकारी मिल जाएगी। इसके अलावा लगातार अपडेट्स की जानकारी के लिए www.ibja.co या ibjarates.com पर देख सकते हैं।
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