Best Business Idea: 20 हजार में घर की छत से शुरू करें यह शानदार बिजनेस, होगी लाखों की कमाई, सरकार भी देगी 50% पैसा!

क्यों है यह बिजनेस इतना खास और मुनाफे वाला?
आपने अक्सर लोगों के घरों और बड़े-बड़े होटलों और रेस्टोरेंट्स में छोटे-छोटे पेड़ों जैसे दिखने वाले बेहद खूबसूरत पौधे देखे होंगे। यह वहीं पेड़ है जो आपके घर और बिजनेस को चार चांद लगा देगा। इस पेड़ का नाम बोनसाई हैं। यह सिर्फ एक पौधा नहीं बल्कि एक खूबसूरत पैधा है। बोनसाई शब्द का अर्थ ही है 'बौने पात्र में उगाया गया पेड़'। लेकिन इसकी मांग सिर्फ खूबसूरती की वजह से नहीं है, इसके कई और भी कारण हैं:
- शहरी जीवन में जहां जगह की कमी है, वहां लोग अपने घरों और ऑफिसों को एक प्रीमियम, प्राकृतिक और क्लासी लुक देने के लिए बोनसाई खरीदते हैं। यह एक स्टेटस सिंबल भी माना जाता है।
- वास्तु शास्त्र और फेंगशुई में बोनसाई के पौधों को बेहद शुभ माना जाता है। माना जाता है कि इन्हें घर में रखने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, तनाव कम होता है और सौभाग्य आता है।
- जन्मदिन, सालगिरह, गृह प्रवेश या किसी त्योहार पर यह एक यूनिक और यादगार गिफ्ट का विकल्प है। फूलों के गुलदस्ते जहां एक-दो दिन में मुरझा जाते हैं, वहीं बोनसाई सालों तक उस व्यक्ति के साथ रहता है।
- यह घर के अंदर की हवा को शुद्ध करने में भी मदद करते हैं।
इन्हीं खास कारणों से बाजार में Bonsai Plant की डिमांड पूरे साल बनी रहती है और इनकी कीमत भी साधारण पौधों से कई गुना ज्यादा मिलती है।
कैसे करें शुरुआत? (How to Start Bonsai Plant Business)
बोनसाई का बिजनेस शुरू करना उतना मुश्किल नहीं है जितना लगता है। आपको किसी बड़ी फैक्ट्री या दुकान की जरूरत नहीं है।
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जगह का चुनाव: आप अपने घर की छत, आंगन, बालकनी या किसी भी छोटी सी खाली जगह में एक छोटी नर्सरी बनाकर इसकी शुरुआत कर सकते हैं, जहां पौधों को पर्याप्त धूप मिल सके।
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जरूरी सामान: इसके लिए आपको कुछ बेसिक चीजों की जरूरत होगी, जैसे-
- अलग-अलग प्रजाति के पौधे (जैसे- पीपल, बरगद, चीड़, अनार)
- साफ पानी की व्यवस्था
- रेतीली मिट्टी या विशेष बोनसाई मिट्टी
- अलग-अलग साइज के आकर्षक गमले या सिरेमिक पॉट
- पौधों पर स्प्रे करने के लिए बोतल
- तार, कटर और कुछ अन्य बागवानी के औजार
- पौधों को तेज धूप या बारिश से बचाने के लिए जाली या ग्रीन नेट।
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धैर्य है सफलता की कुंजी: यह बिजनेस 'जल्दी का काम शैतान का' वाली कहावत को गलत साबित करता है। यहां सफलता का मूल मंत्र ही धैर्य है। बोनसाई के पौधे को पूरी तरह से एक आकर्षक आकार में तैयार होने में 2 से 5 साल तक का समय लग सकता है। लेकिन एक बार जब यह तैयार हो जाता है, तो बाजार में इसकी कीमत आपकी लागत से कई गुना ज्यादा, लगभग 50% से 70% अधिक मिलती है। कुछ खास प्रजाति के पुराने और अच्छी तरह से तैयार किए गए बोनसाई तो हजारों-लाखों में भी बिकते हैं।
सरकार से मिलेगी 50% सब्सिडी!
इस बिजनेस की सबसे अच्छी बात यह है कि इसे बढ़ावा देने के लिए सरकार भी आपकी पूरी मदद करती है। पर्यावरण को बेहतर बनाने और स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार बोनसाई की खेती पर 50% तक की भारी-भरकम सब्सिडी देती है। नोडल अधिकारी बताते हैं कि इस 50% सब्सिडी में से 60% हिस्सा केंद्र सरकार और 40% हिस्सा राज्य सरकार वहन करती है। एक अनुमान के मुताबिक, अगर आप एक हेक्टेयर (लगभग 2.5 एकड़) में इसकी व्यावसायिक खेती करते हैं, तो आप करीब 1500 से 2500 पौधे लगा सकते हैं और 3 से 4 साल बाद सालाना 3 से 4 लाख रुपये तक की स्थिर कमाई कर सकते हैं। यह उन लोगों, विशेषकर महिलाओं और सेवानिवृत्त व्यक्तियों के लिए एक बेहतरीन अवसर है, जिन्हें बागवानी का शौक है और जो धैर्य के साथ प्रकृति से जुड़ा एक स्थायी और मुनाफे वाला बिजनेस खड़ा करना चाहते हैं।