Neeraj Chopra : नीरज ने जगाई गोल्ड की उम्मीद... इस एलीट क्लब में शामिल होने का ऐतिहासिक मौका
Neeraj Chopra : paris olympics 2024 में गोल्डन बॉय Neeraj Chopra (Golden Boy Neeraj Chopra) ने जेवलिन थ्रो इवेंट में कमाल कर दिया. उन्होंने पहला ही थ्रो 89.34 मीटर की दूरी पर फेंका. इस तरह Neeraj Chopra ने फाइनल के लिए क्वालिफाई कर लिया है.
नई दिल्ली: Neeraj Chopra : paris olympics 2024 में गोल्डन बॉय Neeraj Chopra (Golden Boy Neeraj Chopra) ने जेवलिन थ्रो इवेंट में कमाल कर दिया. उन्होंने पहला ही थ्रो 89.34 मीटर की दूरी पर फेंका. इस तरह Neeraj Chopra ने फाइनल के लिए क्वालिफाई कर लिया है. Neeraj Chopra का यह इस सीजन का बेस्ट थ्रो है. Neeraj Chopra ने टोक्यो ओलंपिक में थ्रो 87.58 दूरी पर फेंका था.
Neeraj Chopra ने टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड जीता था. इस बार भी उन्होंने गोल्ड मेडल की उम्मीद जगा दी है. यदि मेडल डिफेंड करते हैं तो इतिहास रच देंगे. Neeraj Chopra लगातार 2 ओलंपिक में गोल्ड जीतने वाले दुनिया के 5वें और भारत के पहले एथलीट बन जाएंगे. Neeraj Chopra ने 89.34 मीटर थ्रो के साथ गोल्ड की उम्मीद जगा दी है.
ओलंपिक इवेंट पुरुष में सबसे पहले एरिक लेमिंग (स्वीडन 1908, 1912) और फिर जोन्नी माइरा (फिनलैंड 1920, 1924) ने जैवलिन में ऐसा किया था. इसके बाद Neeraj Chopra के आदर्श जान जेलेंजी (चेक गणराज्य 1992, 1996) और आंद्रियास टी (नॉर्वे 2004, 2008) ओलंपिक में भालाफेंक स्पर्धा में लगातार 2 गोल्ड जीत चुके हैं. पेरिस ओलंपिक में अब जैवलिन पुरुष इवेंट का फाइनल 8 अगस्त को रात 11. 50 बजे होगा. इसमें Neeraj Chopra अपना गोल्ड मेडल डिफेंड करने उतरेंगे.
गोल्डन बॉय नीरज चोपड़ा एकदम फिट है
जून में फिनलैंड में पावो नुरमी खेलों में, उन्होंने 85.97 मीटर का थ्रो फेंककर स्वर्ण पदक जीता। 7 जुलाई को पेरिस डायमंड लीग में शामिल नहीं हुआ। फिटनेस की चिंता को दूर करते हुए उनके कोच ने कहा कि अब उनके डॉक्टर को कोई परेशानी नहीं है और वह कठोर अभ्यास कर रहे हैं। चेक गणराज्य के याकूब वालेश (टोक्यो ओलंपिक में रजत पदक विजेता), जर्मनी के जूलियन वेबर (पूर्व विश्व चैम्पियन) और ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स (पूर्व विश्व चैम्पियन) उन्हें फिर चुनौती देंगे। भारत के युवा जेना, जिन्होंने पिछले साल एशियाई खेलों में 87.54 मीटर का थ्रो फेंककर क्वालिफाई किया था, भी दौड़ में है। उसके बाद से वह 80 मीटर तक नहीं पहुंच पाया है।