विधायक हो तो ऐसा, आंखों के सामने हुआ हादसा, घायल महिला को गोद में बिठाकर इमरजेंसी वार्ड पहुंचे डॉ जनक राज

विधायक डॉ. जनक राज अपनी गाड़ी से उतरे और बिना किसी देरी के घायल महिला(Injured Woman) को अपनी गाड़ी में बैठाया। उन्होंने इंसानियत का ऐसा उदाहरण पेश किया। 
 
विधायक डॉ. जनक राज अपनी गाड़ी से उतरे और बिना किसी देरी के घायल महिला (Injured Woman) को अपनी गाड़ी में बैठाया। उन्होंने इंसानियत का ऐसा उदाहरण पेश किया।  विधायक डॉ. जनक राज अपनी गाड़ी से उतरे और बिना किसी देरी के घायल महिला (Injured Woman) को अपनी गाड़ी में बैठाया। उन्होंने इंसानियत का ऐसा उदाहरण पेश किया। 

चंबा: भरमौर-पांगी (Bharmaur-Pangi) विधानसभा क्षेत्र के विधायक डॉ. जनक राज ने एक बार फिर साबित कर दिया कि नेता सिर्फ कुर्सियों तक सीमित नहीं होते, बल्कि ज़मीन पर उतरकर इंसानियत की मिसाल भी बनते हैं। बुधवार सुबह जब वो भरमौर से धर्मशाला (Dharamshala) की ओर जा रहे थे तो चंबा के बालू नामक स्थान के पास एक पिकअप वाहन (Pickup Vehicle) ने एक बाइक सवार को टक्कर मार दी। इस हादसे में बाइक पर सवार एक महिला और व्य​क्ति घायल हो गए।

घटना के तुरंत बाद विधायक डॉ. जनक राज अपनी गाड़ी से उतरे और बिना किसी देरी के घायल महिला (Injured Woman) को अपनी गाड़ी में बैठाया। उन्होंने इंसानियत का ऐसा उदाहरण पेश किया।  जिसे देखकर हर कोई हैरान रह गया। ना कोई राजनीति, ना कोई दिखावा – बस एक आम इंसान की तरह उन्होंने मदद का हाथ बढ़ाया। और घायल महिला को अपनी गाड़ी में बिठाकर तुरंत चंबा मेडिकल कॉलेज पहुंचे ।

चंबा मेडिकल कॉलेज (Chamba Medical College) पहुंचते ही उन्होंने महिला को खुद अपनी गोद में उठाया और सीधे इमरजेंसी वार्ड तक लेकर गए। यहां तक कि उन्होंने घायल की देखभाल डॉक्टर के साथ मिलकर की और आधे घंटे तक ऑपरेशन थिएटर में रहकर इलाज में सहयोग किया । ऐसा व्यवहार आज के नेताओं में बिरला ही देखने को मिलता है। 


इस घटना के बाद क्षेत्र के लोग और सोशल मीडिया पर भी विधायक की खूब तारीफ हो रही है। इसका एक वीडियों भी सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है।  लोग कह रहे हैं कि ऐसे नेता अगर हर विधानसभा क्षेत्र में तो हो तो आम जनता को अपने प्रतिनिधियों से जुड़ाव और भरोसा खुद-ब-खुद महसूस होने लगेगा। डॉक्टर जनक राज का यह कदम न सिर्फ एक मिसाल है, बल्कि यह दिखाता है कि जब इरादे नेक हों, तो पद बड़ा नहीं, सेवा सबसे बड़ी होती है।

मैंने जो किया, वह एक इंसान और जनप्रतिनिधि होने के नाते मेरा कर्तव्य था। जब मैंने महिला को घायल अवस्था में देखा तो देर किए बिना उसे तुरंत अस्पताल पहुंचाया। मेरे लिए उस समय सबसे जरूरी उसकी जान बचाना था, न कि मेरा कोई व्यक्तिगत कार्य। जनसेवा का असली मतलब ही जरूरतमंद की मदद करना है। मैं हमेशा यही प्रयास करूंगा कि लोगों की सेवा प्राथमिकता रहे।

-डा. जनक राज, विधायक, भरमौर।