Himachal Weather || हिमाचल प्रदेश में 4 दिन खराब रहेगा मौसम, मौसम विभाग ने जारी किया येलो-ऑरेंज अलर्ट
Himachal Weather || भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने चंबा, कांगड़ा, कुल्लू और मंडी जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है
Himachal Weather || मौसम विभाग की ओर से देश के विभिन्न राज्यों के लिए मौसम को लेकर पूर्वानुमान जारी किया गया है। इसके अनुसार इस समय अगले तीन दिन के दौरान हिमालय की तलहटी अगले एक सप्ताह के दौरान देश के बाकी हिस्सों में हल्की बारिश की संभावना
Himachal Weather || हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में अगले कुछ दिनों तक मौसम शुष्क रहने की संभावना (possibility ) है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार 28 से 31 मार्च तक प्रदेश के मैदानी और मध्य पर्वतीय जिलों में बारिश (rainfall) की संभावना है।इस बीच जिले के पहाड़ी इलाकों (hilly areas) में भारी बारिश का दौर जारी ह! .29 और 30 मार्च को कई जगहों पर भारी बारिश और अंधड़ का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। कुछ जगहों पर 28 और 31 मार्च के लिए येलो अलर्ट (yellow alart) है.
1 और 2 अप्रैल को उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में कुछ स्थानों को छोड़कर राज्य में मौसम साफ रहने का पूर्वानुमान है।वहीं, आज राजधानी शिमला और आसपास के इलाकों में बादल छाए रहने और हल्की धूप (sunlight) निकलने की संभावना है। आज भी कुछ स्थानों पर बारिश-बर्फबारी और अंधेरा होने की संभावना है! भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने चंबा, कांगड़ा, कुल्लू और मंडी जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट (orange alart) जारी किया है।ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, शिमला, सोलन और सिरमौर जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।मौसम विभाग (weather department)की ओर से देश के विभिन्न राज्यों के लिए मौसम को लेकर पूर्वानुमान (forcast) जारी किया गया है। इसके अनुसार इस समय अगले तीन दिन के दौरान हिमालय की तलहटी अगले एक सप्ताह के दौरान देश के बाकी हिस्सों में हल्की बारिश की संभावना है। इस समय मानसून की स्थिति कमजोर (weak monsoon) होने से कहीं पर मध्यम बारिश (rainfall) तो कहीं पर हल्की बारिश (light rain) का दौर जारी है। वहीं कहीं-कहीं भारी बारिश भी देखी जा रही है। लेकिन अभी मानसून को अलविदा नहीं कहा जा सकता है। हालांकि बारिश की गतिविधियों में कमी देखी जा सकती है। बता दें कि भारतीय कृषि मानसून पर आधारित है। इसलिए हमारे लिए मौसम का महत्व बहुत अधिक बढ़ जाता है। किसान भाई भी मौसम के अनुसार ही अपनी आगे की खेती से संबंधित गतिविधियों (activity) को क्रियान्वित करते हैं।