Himachal News: मंडी: हिमाचल प्रेदश के जिला मंडी में मानसून की भारी बारिश और भूस्खलन हुए नुक्सान का जायजा लेने के लिए केंद्र सरकार की एक उच्च स्तरीय टीम जिला मुख्यालय पहुंची। सात सदस्यीय इस टीम ने धर्मपुर क्षेत्र का दौरा कर आपदा से प्रभावित इलाकों मे हुए नुकसान का आकलन किया। टीम सबसे पहले स्याठी गांव पहुंची, जहां उन्होंने भूस्खलन से हुए नुक्सान का जायजा लिया। इसके बाद धर्मपुर कॉलेज के पास क्षतिग्रस्त सड़क, कांडापतन में टूटी पेयजल योजना और बिजली व्यवस्था को नुकसान पहुंचाने वाले 33 केवी पावर प्लांट का निरीक्षण किया।
स्थानीय प्रशासन ने दी पूरी जानकारी
मंडी के उपायुक्त अपूर्व देवगन ने केंद्रीय टीम को बताया कि प्राकृतिक आपदा ने किस कदर क्षेत्र को प्रभावित किया है। उन्होंने राहत व पुनर्वास के लिए अब तक किए गए कार्यों की भी पूरी रिपोर्ट दी। वहीं, स्थानीय विधायक चंद्रशेखर ने ध्वाली किसान भवन में टीम से विशेष बैठक की और लोगों की समस्याओं से अवगत करवाया। इस दल में केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं। गृह मंत्रालय से संयुक्त सचिव जी. पार्थसारथी, वित्त मंत्रालय से उप सचिव कंदर्प वी. पटेल, जल शक्ति मंत्रालय से सीडब्ल्यूसी शिमला के निदेशक वसीम अशरफ, ऊर्जा मंत्रालय से उप निदेशक करन सरीन, सड़क परिवहन मंत्रालय से मुख्य अभियंता ए.के. कुशवाहा, ग्रामीण विकास मंत्रालय से अवर सचिव दीप शेखर सिंघल और कृषि मंत्रालय से डॉ. विक्रांत सिंह मौजूद थे।
टीम 20 जुलाई को थुनाग, जंजैहली और करसोग जैसे आपदा प्रभावित इलाकों का भी दौरा करेगी। वहां भी नुकसान का पूरा आकलन किया जाएगा और केंद्र सरकार को रिपोर्ट भेजी जाएगी। इस मौके पर अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी डॉ. मदन कुमार, एसडीएम धर्मपुर जोगिंद्र पटियाल, एसडीएम सरकाघाट स्वाति डोगरा सहित अन्य विभागों के अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे।